आगर मालवा और देवास में खाद की कमी से परेशान किसानों ने चक्काजाम किया है। वहीं, धार में किसान महाकुंभ शुरू हो चुका है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि खाद की कोई कमी नहीं है।
मध्य प्रदेश में चंबल से लेकर विंध्य तक खाद की समस्या बनी हुई है। छोटे किसानों का आरोप है कि खाद की कालाबाजारी की जा रही है और सिर्फ बड़े किसानों को आसानी से खाद मिल रही है।
विभाग ने कहा कि इस तरह की गलत प्रथाओं से किसानों पर अनुचित वित्तीय बोझ पड़ता है।
शिवराज सिंह ने कहा कि फर्टिलाइजर बनाने वाली कंपनियों को सरकार ने लाइलेंस लेना अनिवार्य कर दिया है। नकली खाद-बीज बेचने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। किसान टोल फ्री नंबर पर इसकी शिकायत कर सकते हैं।
क्या आपको भी घर पर अलग-अलग तरह के पौधे उगाने का शौक है? अगर हां, तो आप करी पत्ते का पौधा लगाने के लिए इस नेचुरल उर्वरक को यूज कर सकते हैं।
क्या आपको भी गार्डनिंग का शौक है? अगर हां, तो आपको घर पर मनी प्लांट लगाने के तरीके के बारे में जान लेना चाहिए। आइए मनी प्लांट के लिए खाद बनाना भी सीखते हैं।
New Year Gift: मोदी सरकार ने नए साल के मौके पर किसानों को तोहफा दिया है। DAP उर्वरक के लिए 3,850 करोड़ रुपये तक के विशेष पैकेज को मंजूरी दी है।
क्या आपको भी घर पर पेड़-पौधे उगाने का शौक है? अगर हां, तो आपको घर पर नींबू के पौधे को उगाने के सही तरीके के बारे में भी जान लेना चाहिए।
गेहूं, सरसों और आलू की बुआई के मौसम में खाद की कमी ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के किसानों किसानों को भड़का दिया है जिसकी वजह से कई जगहों से बवाल की खबरें आ रही हैं।
पंजाब के किसानों ने आरोप लगाया है कि घटिया क्वालिटी के खाद की वजह से उनकी पैदावार कम हुई है। इस पर वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि केंद्र सरकार को इसपर जवाब देना होगा और हम अपने स्तर पर इसकी जांच करेंगे।
नागपुर से ही पूरे विदर्भ में नकली बीज का रैकेट सक्रिय है। यहां असली पैकेट में नकली बीज बेचा जा रहा है। विदर्भ में लगभग 1 करोड़ 67 लाख की खाद, बीज और कीटनाशक जब्त किए गए हैं और लगभग 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
केंद्र सरकार की ओर से रबी के सीजन के लिए फर्टिलाइजर सब्सिडी का ऐलान कर दिया गया है। सरकार रबी सीजन में फर्टिलाइजर सब्सिडी 22,303 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
तेलंगाना के रामगुंडम में उर्वरक प्लांट का उद्घाटन कार्यक्रम में पीएम मोदी ने बताया कि, पिछले आठ वर्षों में किसानों को सस्ती खाद मुहैया कराने के लिए केंद्र सरकार ने 9.5 लाख करोड़ रुपए खर्च किए। वहीं इस साल भी इसी क्रम में 2.5 लाख करोड़ रुपए खर्च किये जाएंगे।
लखीमपुर खीरी के डीएम ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि फैक्ट्री के मालिक लाइसेंस का उल्लंघन कर नकली रासायनिक उर्वरकों का निर्माण करते पाए गए।
उर्वरक मंत्रालय का भी मानना है कि इस तिमाही में फॉस्फोरिक एसिड का भाव 1,100 डॉलर प्रति टन से कम होना चाहिए।
इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (इफको) ने पिछले महीने डीएपी (50 किलोग्राम बैग) की अधिकतम खुदारा मूल्य 1,200 रुपये से बढ़ाकर 1,350 रुपये कर दिया है।
उर्वरकों की उत्पादन लागत एक साल से भी कम समय में लगभग 20 प्रतिशत बढ़ गई है। रूस प्राकृतिक गैस का प्रमुख उत्पादक है।
श्रीलंका में सब्जियों की कीमतें हाल के हफ्तों में लगभग दोगुना हो गई हैं क्योंकि विरोध कर रहे किसानों ने खेती बंद कर दी है।
श्रीलंका ने चीनी उर्वरक कंपनी की इस खेप को यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया था कि नैशनल प्लांट क्वारंटाइन सर्विस की जांच में वह उर्वरक दूषित पाया गया है।
CCEA ने NBS योजना के तहत गन्ने के शीरे (0:0:14.5:0) से प्राप्त पोटाश को शामिल करने को भी मंजूरी दी।
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