2024 का चुनाव इस बार खास है क्योंकि यूपी के कई माफिया इस बार चुनाव मैदान में नहीं हैं। ऐसे ही पूर्वांचल का माफिया मुख्तार अंसारी जिस सीट पर रखता था दबदबा उस घोसी सीट पर जानिए कब होंगे मतदान
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में शादी की रस्म के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। यहां शादी के लिए हल्दी की रस्म पूरी जा रही थी, तभी एक दीवार भरभरा कर गिर गई। दीवार के नीचे दबने से 6 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में दो बच्चे भी शामिल है। वहीं 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
ओपी राजभर अपने बयानों की वजह से अक्सर चर्चा में रहते हैं। उन्होंने अब दावा किया है कि उन्हें यूपी सरकार में मंत्री बनाया जाएगा और उनके साथ घोसी विधानसभा उपचुनाव हार चुके दारा सिंह चौहान भी मंत्री बनेंगे।
पश्चिम बंगाल की धूपगुड़ी, त्रिपुरा की धनपुर व बक्सनगर, केरल की पुडुपल्ली, झारखंड की डुमरी, उत्तराखंड की बागेश्वर और उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल घोसी सीट के लिए 5 सितंबर को मतदान हुआ था। इसमें से 3 सीटों पर बीजेपी और 4 पर इंडिया गठबंधन के दलों बाजी मारी है।
घोसी विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार दारा सिंह चौहान को भारी मतों से हार देखने को मिली है। वहीं अब इस हार को लेकर संजय निषाद ने बीजेपी प्रत्याशी के सिर पर हार का ठीकरो फोड़ा है।
उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर 5 सितंबर को मतदान हुआ था। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की सीधी टक्कर थी, जिसमें सपा ने बाजी मारी है।
पश्चिम बंगाल की धूपगुड़ी, त्रिपुरा की धनपुर व बक्सनगर, केरल की पुडुपल्ली, झारखंड की डुमरी, उत्तराखंड की बागेश्वर और उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल घोसी सीट के लिए 5 सितंबर को मतदान हुआ था।
चाहे उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल घोसी सीट हो या फिर पश्चिम बंगाल की धूपगुड़ी, सभी सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लोकसभा इलेक्शन से पहले लिटमस टेस्ट के रूप में देखा जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के घोसी उपचुनाव के लिए आज चुनाव प्रचार थम गया है। लेकिन इस बीच समाजवादी पार्टी ने धांधली के आरोप लगाए हैं। सपा का कहना है कि घोसी उपचुनाव में जिन पुलिस वालों की ड्यूटी लगाई गई है, उसमें एक भी मुस्लिम या यादव नहीं है।
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मऊ जिले के कोपागंज में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जो दल कभी हम लोगों के खिलाफ थे, आज सब सपा का समर्थन कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर 5 सितंबर को होने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के समर्थन का एलान किया है।
दारा सिंह चौहान जब कार से उतरे तो कार्यकर्ता उनका स्वागत करने लगे। इसी दौरान उनके ऊपर स्याही फेंकी गई।
उत्तर प्रदेश की घोसी सीट पर उपचुनाव की घोषणा के साथ एक बार फिर सियासी पारा चढ़ गया है। समाजवादी पार्टी ने एक ओर जहां अपने पुराने राजनैतिक धुरंधर सुधाकर सिंह पर भरोसा जताया है, तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने सपा के ही पूर्व विधायक दारा सिंह चौहान को टिकट देकर घोसी उपचुनाव में अपनी ताल ठोकी है।
मऊ जिले की घोसी सीट पर भाजपा और सपा की तरफ से उम्मीदवारों के नाम का ऐलान हो गया है लेकिन अभी कांग्रेस और बसपा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इस दौरान खासतौर पर यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कांग्रेस यहां अपना कोई उम्मीदवार खड़ा करती है या फिर वह सपा को समर्थन देती है।
2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में दारा सिंह चौहान ने सपा की टिकट पर घोसी से चुनाव जीता था। हालांकि, 1 साल बाद ही वह पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए।
मऊ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने पीड़िता के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
घोसी सीट पर 2019 में उपचुनाव कराए गए थे और भाजपा के विजय राजभर ने जीत हासिल की थी। 2017 विधानसभा चुनाव में भी यहां कमल खिला था और बीजेपी के फागू चौहान विजयी हुए थे।
Mau District की Ghosi Assembly Seat पर 2017 में BJP ने जीत दर्ज की थी. यहां की जनता ने फागु सिंह को विधायक बनाकर विधानसभा भेजा था. Fagu Singh Chauhan के राज्यपाल बनने के बाद 2019 में यहां उपचुनाव हुए. इस बार बार बीजेपी ने ही यहा जीत दर्ज की. इस क्षेत्र के जानकारों की मानें तो इस सीट पर स्थानीय मुद्दों के अलावा हिंदू-बनाम-मुस्लिम का समीकरण चुनाव में जीत-हार दिलाता है. दल कोई भी हो लेकिन परिणाम में ध्रुवीकरण स्पष्ट दिखता है. यह सीट उस वक्त काफी चर्चा में आ गई, जब Yogi सरकार के मंत्री रहे Dara Singh SP का दामन थाम लिए. सपा ने इस सीट से दारा सिंह को टिकट भी दिया है. अब 10 मार्च को पता चलेगा दारा सिंह के सपा में जाने से बीजेपी को कितना नुकसान पहुंचता है और सपा को कितना फायदा? वैसे जनता के मन में क्या चल रहा है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम घोसी विधानसभा पहुंची थी. चर्चा के दौरान यहां के लोगों ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Ghosi Assembly Seat Uttar Pradesh के Mau District के अंतर्गत आती है. घोसी विधानसभा क्षेत्र में चार लाख से अधिक मतदाता हैं. जिनमें अनुसूचित जाति के मतदाता सबसे अधिक हैं. 2017 के Assembly Election में BJP की टिकट पर Fagu Chauhan ने चुनाव लड़ा और विजयी हुए. उन्होंने चुनाव में Mukhtar Ansari के बेटे Abbas Ansari को हराया था. लेकिन बाद में पार्टी ने उन्हें राज्यपाल बना दिया. जिसके बाद 2019 में इस सीट पर उपचुनाव हुए. जिसमें भाजपा के ही Vijay Kumar Rajbhar ने जीत हासिल की थी. भाजपा ने इस बार विजय राजभर को चुनाव में अपना प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं SP ने Yogi सरकार में मंत्री रहे Dara Singh Chauhan को टिकट देकर चुनावी रण में उतारा है. इस बार घोसी विधानसभा सीट पर 7 मार्च को वोटिंग होगी. 2022 के विधानसभा चुनाव में क्षेत्र की जनता कि पार्टी के उम्मीदवार पर अपना भरोसा जताएगी. इसका जायजा लेने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने घोसी विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचा. जहां पहुंचकर वोटरों का मिजाज जानने की कोशिश की.
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