19 साल की दलित महिला के गैंगरेप के विरोध में भारी विरोध के बीच जिले में एक महीने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है।
इंडिया टीवी विशेष, श्री रजत शर्मा, एडिटर-इन-चीफ़, ज्वलंत मुद्दों पर इंडिया टीवी न्यूज़ पर चर्चा | 2 अक्टूबर, 2020
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथरस के कथित गैंगरेप के मामले में कुछ अधिकारियों के निलंबन के बाद शुक्रवार को कहा कि ‘मोहरों’ को सस्पेंड करने से क्या होगा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा देना चाहिए।
हर खबर की पीछे की सच्चाई जानने के लिए देखिये हक़ीकत क्या है | 2 अक्टूबर, 2020
हाथरस मामले में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर को निलंबित करने के निर्देश जारी किए हैं।
हाथरस के एडिशनल एसपी प्रकाश कुमार ने कहा कि गांव में मीडिया के प्रवेश पर प्रतिबंध तब तक रहेगा जब तक एसआईटी अपनी जांच पूरी नहीं कर देती।
हाथरस की दलित लड़की से बलात्कार नहीं होने का उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के दावा करने के एक दिन बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि राज्य की भाजपा सरकार ‘‘पीड़िता को झूठा साबित करने की साजिश’’ रच रही है।
मीडिया के खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी के बारे में मैं कहना चाहता हूं कि डंके की चोट पर सच बोलने से न हम कभी डरे हैं, और न डरेंगे।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने महर्षि वाल्मीकि मंदिर में हाथरस घटना की पीड़ित के लिए आयोजित प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया।
उत्तर प्रदेश के हाथरस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुप्पी तोड़ी है। शुक्रवार को उन्होंने अपराधियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने वाले का समूल नाश सुनिश्चित है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा महर्षि वाल्मीकि मंदिर में हाथरस की घटना के पीड़ित के लिए प्रार्थना सभा में भाग लिया |
ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि आखिर प्रशानस क्या छुपा रहा है? पीड़िता के भाई ने कहा- हम इंडिया टीवी से बात करना चाहते हैं, चारों तरफ पुलिस ही पुलिस है। हमारा फोन भी रिकार्ड हो सकता है।
हाथरस मामले पर लोकल प्रशासनिक अधिकारियों की अबतक की कार्रवाई के आधार पर जो facts finding रिपोर्ट आई है उसके आधार पर गृह विभाग अवलोकन कर रहा है, शाम तक जिले के अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
हाथरस की घटना के पीड़ित के परिवार के सदस्य की शिकायत है कि उन्हें हर कोण से मीडिया से बात करने से रोका जा रहा है क्योंकि प्रशासन ने हाथरस में धारा 144 लगा दी है।
हाथरस केस में पुलिस के भारी पहरे और मीडिया के बैन को लेकर पहली बार पुलिस का बयान सामने आया है।
जब इंडिया टीवी रिपोर्टर पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए गांव में घुसने की कोशिश कर रहा था। कई स्थानीय लोगों ने पत्रकार को रोकने की कोशिश की और उसके साथ मारपीट भी की।
गाँव में मीडिया के प्रवेश पर प्रतिबंध तब तक रहेगा जब तक SIT वहाँ अपनी जाँच पूरी नहीं कर लेती। मौजूदा कानून और व्यवस्था की स्थिति के कारण, किसी भी राजनीतिक प्रतिनिधिमंडल या व्यक्तियों को गांव का दौरा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी: एडिशनल एसपी प्रकाश कु
हाथरस पीड़िता की भाभी ने कहा है कि हमलोगों को घर में बंद कर रखा है, इस तरह से निगरानी हो रही है कि लगता है कि जैसे हमने कोई बड़ा अपराध किया है।
इंडिया टीवी से पीड़िता भाई ने कहा कि सिक्योरिटी के नाम पर पुलिस उनके घर की निगरानी कर रही है। घर के बाहर वर्दीवालों का जमावड़ा है और हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। एडीएम बार-बार पूछ रहे हैं कि आखिर घर में से वीडियो कौन बनाकर भेज रहा है। भाई ने परिवार के फोन रिकॉर्ड होने की भी आशंका जताई है।
इंडिया टीवी के पत्रकारों ने हाथरस पीड़िता के घर तक पहुंचने की कोशिश की लेकिन उन्हें रोक दिया गया और परिवार से मिलने नहीं दिया गया।
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