उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमारे विरोधी हमारे खिलाफ अंतरराष्ट्रीय फंडिंग के जरिए जातिगत और सांप्रदायिक दंगों की नींव रखने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस की ओर से चंदपा थाने में रविवार की शाम को एक एफआईआर दर्ज करायी गई जिसमें राजद्रोह से लेकर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने जैसे कई गंभीर आरोपों की धारा शामिल है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने हाथरस मामले के पीड़ित परिवार से मुलाकात करने गये विपक्षी नेताओं के साथ पुलिस की बदसलूकी और लाठीचार्ज को 'शर्मनाक' करार देते हुए सरकार को अपने रवैये में बदलाव लाने की सलाह दी है।
एक पुलिस अधिकारी ने खुलासा किया है कि यह हाथरस के जिला मजिस्ट्रेट प्रवीण कुमार लक्षकार के निर्देशों पर था कि 19 वर्षीय गैंगरेप पीड़िता के शव का रात के अंधेरे में अंतिम संस्कार किया गया था।
हैरानी की बात यह है कि केवल 5 दिन पहले ही कुलदीप कुमार ने अपने कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की सूचना सार्वजनिक की थी। 29 सितंबर को उन्होंने अपने मित्र एवं सहयोगियों को बताया था कि वह कोरोना जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
दिव्यांगजनों के लिए इंडिया टीवी का विशेष समाचार बुलेटिन | 5 अक्टूबर, 2020
आम आदमी पार्टी (AAP) का एक डेलिगेशन हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचा था। लेकिन, हाथरस में AAP डेलिगेशन पर स्याही फेंकी गई।
पहली बार हाथरस के पुलिस अफसरों ने उस सवाल का जवाब दिया है जिसका जवाब पूरा देश जानना चाहता है। हाथरस केस में पुलिस अधिकारी ने बड़ा खुलासा करते हुए इंडिया टीवी को बताया की पीड़िता का अंतिम संस्कार डीएम के आदेश पर हुआ।
उत्तर प्रदेश सरकार की जांच एजेंसियों का दावा है कि हाथरस केस के बहाने राज्य में जातीय दंगे कराने की बड़ी साजिश रची गई थी।
भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर रावण समेत 400 कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस ने धारा 188 144 का उल्लंघन करने के आरोप लगाया है।
हाथरस और बलरामपुर कांड के बाद गरमाती राजनीति के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है।
एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (जेएनएमसी) द्वारा पेश की गई एक मेडिको-लीगल रिपोर्ट के अनुसार, हाथरस गैंगरेप मामले के चार आरोपियों ने 19 वर्षीय पीड़िता पर बल प्रयोग किया।
हर खबर की पीछे की सच्चाई जानने के लिए देखिये हक़ीकत क्या है | 4 अक्टूबर, 2020
हाथरस और बलरामपुर कांड के बाद गरमाती राजनीति के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है।
हाथरस से एक दलित सामूहिक बलात्कार पीड़िता की मौत और जबरन शवदाह करने के एक दिन बाद, उत्तर प्रदेश सरकार को राज्य के बलरामपुर जिले में सामूहिक बलात्कार के बाद एक और महिला की मौत हो गई।
बड़ी संख्या में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को देख पुलिस ने हाथरस से पहले ही पूरे काफिले को रोक दिया। बाद में पुलिस ने सिर्फ 10 लोगों को इजाजत दी।
हाथरस के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट, प्रेम प्रकाश मीणा ने हाथरस में घटना पर स्पष्टीकरण दिया, जहां पुलिस ने समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया।
राजनीतिक नेताओं के झुंड ने कांग्रेस के राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात के एक दिन बाद महिला के परिवार का दौरा किया और उन्हें अपने समर्थन का आश्वासन दिया। कई विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे का आह्वान किया है |
आज पहले अपने रास्ते पर पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद, भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद 19 वर्षीय पीड़ित के परिवार से मिलने हाथरस गाँव पहुँचे।
रविवार को समाजवादी पार्टी के नेता यहां पर पहुंचे। हालांकि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मौजूद नहीं थे। बताया जा रहा है कि इस दौरान नारेबाजी कर रहे सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठियां भांजी।
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