India- China Face-off: भारत चीनी सीमा तवांग में LAC पर 9 दिंसबर को हुई इस झड़प के बाद अब देश सतर्क हैं. भारतीय वायु सेना भी एक्टिव मोड में आ गई है. वायु सेना ने अपनी पूर्वी कमांड पूरी तरह एक्टिव कर ली है. आज से वायु सेना पूर्वी मोर्चे युद्धाभ्यास कर रही है. जिसमे शक्ति प्रदर्शन करेगी.
India-China Clash: विपक्षी दलों के वॉकआउट और विपक्ष की चर्चा की मांग पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि यह भारत का दुर्भाग्य है कि जब पूरी दुनिया के देश भारत के साथ खड़े हैं, उस समय देश के अंदर ही ये लोग मोदी की आलोचना करते-करते देश की आलोचना करने लग गए हैं।
एक टीवी शो के दौरान पैनलिस्ट ने कहा कि चीन चाहता था कि वो भारतीय पोस्ट उखाड़ दे लेकिन भारतीयों इसे नाकाम कर दिया। उन्होंने बहुत ही जबर्दस्त तरीके से चीनी फौज को रोका, पत्थरबाजी भी हुई जिसमें भारतीय और चीनी समेत कई लोग जख्मी हुए और फिर भारतीय फौज ने चीन को भगा दिया।
9 दिसंबर को करीब 300 चीनी सैनिक एक सुनियोजित साजिश के तहत 17,000 फुट ऊंचे पहाड़ की चोटी पर नियंत्रण हासिल करने के लिए LAC के पास पहुंचे थे, लेकिन भारतीय सैनिकों ने उनकी कोशिश को नाकाम कर दिया।
India-China Clash: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने बयान में कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध नहीं रख पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों के बारे में सभी को पता है, लेकिन चीन के साथ भी हम अच्छे संबंध स्थापित नहीं कर पा रहे हैं।
भारतीय और चीनी सैनिकों की तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास नौ दिसंबर को झड़प हुई, जिसमें दोनों पक्षों के कुछ जवान घायल हो गए। पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच 30 महीने से अधिक समय से सीमा पर विवाद जारी है।
अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों की झड़प का मामला चर्चा में है। इस मामले पर AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार कोई राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं दिखा रही है और सेना की बहादुरी के पीछे छुप रही है।
चीन के सैनिक अपने साथ मोटी गांठ वाली रस्सी, झटका देने वाली पिस्टल और कीलों वाला मोटा डंडा भी लेकर आए थे। इस इलाके में अपना दबदबा कायम करने के लिए चीनी सैनिकों की पूरी प्लानिंग को भारतीय सैनिकों ने फेल कर दिया।
कार्यवाही शुरू होने पर सदन ने 13 दिसंबर, 2001 को संसद पर हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य अपने स्थान पर खड़े हो गए और तवांग सेक्टर में झड़प का विषय उठाते हुए कहा कि इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए।
भारत और अमेरिका के बीच चीन की सीमा पर संयुक्त सैन्याभ्यास जारी है। इस सैन्याभ्यास को लेकर चीन चिढ़ गया है। हालांकि यह पहली बार नहीं है, जब इस तरह का सैन्याभ्यास एलएसी पर किया जा रहा है। वैसे पहली बार सीमा के इतने करीब अभ्यास हो रहा है।
India VS China @ LAC Laddakh: भारत और चीन की सीमा पर आखिर अचानक इतनी हलचल क्यों है, क्या पूर्वी लद्दाख से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर कुछ बड़ा होने वाला है?...आखिर भारत को क्यों पूर्वी लद्दाख में अचानक मिसाइलों और टैंकों की तैनाती करनी पड़ी है?
अक्साई चिन जोकि चीन के कब्जे में है, वहां पीएलए पूरी तरह से तैनात है। यहां उनके रॉकेट, आर्मर, आर्टिलरी और मिसाइल सपोर्ट रेजीमेंट के साथ सेना के दो डिवीजन और बॉर्डर गार्ड डिवीजन मौजूद हैं।
Tension between India China on LAC:क्या चीन इस बार गलवान घाटी से भी बड़ी घटना को अंजाम देना चाहता है, क्या चीन ने इसकी तैयारी अबकी बार कई गुना ज्यादा मजबूत कर ली है, वास्तविक नियंत्रण रेखा पर आखिरकार चीन के सैनिकों की संख्या में कोई कमी नहीं आना क्या संकेत दे रहा है?...
Big Disclosure on Chinese Infiltrators in Galvan Valley:जून 2020 में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों की घुसपैठ और भारतीय जवानों से भिड़ंत अचानक और यूं ही नहीं थी, बल्कि इसके पीछे चीन की बड़ी साजिश थी। अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के एक खुफिया अध्ययन से सामने आई रिपोर्ट ने सबकी नींद उड़ा दी है।
भारत चीन की सेनाओं के बीच एक बड़ी ख़बर सामने आयी है। इंडिया TV को मिली जानकारी के मुताबिक़ दोनों देशों की सेनाएं पेट्रोलिंग पॉइंट गोगरा और हॉटस्प्रिंग से अपने-अपने सैनिकों को पीछे करेंगी।
Vostok 2022 Military Exercise: रूस में वोस्तोक-2022 सैन्य अभ्यास में भारतीय सैनिकों की भागीदारी पर नई दिल्ली में भारतीय सेना या रक्षा मंत्रालय की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
India China: ग्लोबल टाइम्स ने भारत पर 1993 और 1996 के समझौतों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। उसने चीनी विश्लेषक के हवाले से लिखा है, '17 जुलाई को भारत और चीन के बीच 16वीं कोर कमांडर स्तर की बैठक हुई थी, तब स्थिरता और शांति बनाए रखने पर सहमति बनी थी।
India China: जयशंकर ने कहा, ‘वे हमारे पड़ोसी हैं और हर कोई अपने पड़ोसी के साथ मैत्री के साथ रहना चाहता है. मुझे आपका और आपको मेरा सम्मान करना चाहिए। हमारा दृष्टिकोण बहुत स्पष्ट है कि अगर आपको बेहतर संबंध बनाने है, तो एक-दूसरे के प्रति सम्मान होना चाहिए।’
India China:पीएम मोदी ने जहां इस साल कई बहुपक्षीय और द्विपक्षीय बैठकों के लिए विदेश यात्रा की है, इसके उलट शी ने जनवरी 2020 से चीन से बाहर कदम नहीं रखा है। हालांकि, शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, शी जिनपिंग एसईओ की बैठक के लिए समरकंद की यात्रा कर सकते हैं।
Indo-China Relationship: जून 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद एक बार फिर से दोनों देशों के रिश्ते नाजुक दौर में पहुंच चुके हैं। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि स्वयं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कही है। गलवान घाटी के संघर्ष में देश के करीब 20 जवान शहीद हो गए थे।
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