भारतीय अर्थव्यवस्था अगले सात-आठ साल में दोगुना होकर 5,000 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगी।
मॉर्गन स्टेनली की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर वर्ष 2017 के 6.4 प्रतिशत की तुलना में 2018 में 7.5 प्रतिशत और 2019 में 7.7 प्रतिशत तक जाने की संभावना है।
वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर सुधरकर 6.3 प्रतिशत रही है, जो कि पहली तिमाही में तीन साल के निचले स्तर पर थी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि 2014 में एनडीए की सरकार के गठन से पहले देश की अर्थव्यवस्था में जो यथास्थित थी उसमें बदलाव आया है कि जो कि देश के भविष्य के लिए जरूरी था।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज कहा कि देश की अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन का भविष्य काफी हद तक डिजिटल इंडिया में राष्ट्र को हासिल हुई सफलता पर निर्भर करता है।
पहले नोटबंदी से और फिर जीएसटी से, बिजनेस और उद्योग पर काफी असर पड़ा। विरोधी दलों को यह भी कहने का मौका मिल गया कि लोगों को वादे के मुताबिक नौकरियां नहीं मिलीं। विदेश निवेश कम आया और लोगों की नौकरियां चली गईं। इसी का जबाव देने के लिए मंगलवार को अरुण ज
यशवंत सिन्हा ने सरकार की आर्थिक नीतियों पर हमला करने के साथ ही प्राइम मिनिस्टर और फाइनेंस मिनिस्टर पर इल्जाम लगाए। इस बात की चर्चा काफी बढ़ गई थी कि नरेन्द्र मोदी और अरूण जेटली अर्थव्यवस्था को संभाल नहीं पा रहे।
संपादक की पसंद