एलआईसी ने कहा कि मृत्यु प्रमाण पत्र (डेथ सर्टिफिकेट) के बदले, विमान दुर्घटना के कारण पॉलिसीधारक की मृत्यु के सरकारी रिकॉर्ड में कोई भी सबूत या केंद्र/राज्य सरकार/एयरलाइन अधिकारियों द्वारा पेमेंट किया गया कोई भी मुआवजा मृत्यु के प्रमाण के रूप में स्वीकार किया जाएगा।
वित्त वर्ष 2024-25 में एसबीआई ने कुल 70,901 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया, जबकि एलआईसी ने 48,151 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया।
LIC Share Price: भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का शेयर लंबे समय से निवेशकों को निराश ही करता रहा है। कंपनी के ताजा नतीजों के बाद निवेशकों की उम्मीद बढ़ी है।
वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में एलआईसी की शुद्ध प्रीमियम आय 1.47 लाख करोड़ रुपये रही, जबकि एक साल पहले यह 1.52 लाख करोड़ रुपये थी।
बीमा कंपनी की तरफ से एक शीला को लाखों रुपये दिए भी जा चुके हैं। इसके बाद दूसरी शीला सामने आई है, जिसने एलआईसी एजेंट और मैनेजर पर मिलीभगत कर पैसा हड़पने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि LIC के पास 2.2 करोड़ से अधिक रजिस्टर्ड पॉलिसीधारक हैं, और हर दिन 3 लाख से अधिक ग्राहक विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं के लिए लॉगिन करते हैं।
LIC Jeevan Akshay Policy में निवेश की उम्र सीमा 30 वर्ष से 85 वर्ष तक है। यानी इस उम्र का कोई भी व्यक्ति निवेश कर सकता है।
देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी एलआईसी पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य बीमा क्षेत्र में भी कदम रखने की संभावनाएं तलाश रही है। एलआईसी के मुखिया ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा, ‘‘स्वास्थ्य बीमा कारोबार में शामिल होना एलआईसी के लिए स्वाभाविक विकल्प है और चर्चा अंतिम चरण में है।’’
डिमांड नोटिस में कहा गया है कि मांग का वित्तीय प्रभाव जीएसटी (242.23 करोड़ रुपये), ब्याज (213.43 करोड़ रुपये) और जुर्माना (24.22 करोड़ रुपये) के बराबर है।
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) एक नई पेंशन स्कीम लेकर आया है। इस स्कीम में निवेशकों को फिक्स पेंशन का विकल्प मिलेगा। आइए जानते हैं इस नई पेंशन स्कीम के बारे में सबकुछ।
LIC Q3 Results: दिसंबर तिमाही में एलआईसी का मुनाफा 17 प्रतिशत बढ़कर 11,056 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। कंपनी का शेयर आज गिरावट के साथ बंद हुआ।
जीएसटी मांग नोटिस 2017-18 और 2021-22 के बीच पांच वित्तीय वर्षों से संबंधित है। मांग का वित्तीय प्रभाव जीएसटी, ब्याज और जुर्माने की सीमा तक है।
एलआईसी की एनएमडीसी के वोटिंग अधिकार वाले इक्विटी शेयरों में हिस्सेदारी 22,31,79,025 शेयरों से घटकर 16,40,59,791 शेयर रह गई है, जो कुल वोटिंग पूंजी का 7.6 प्रतिशत है।
कंपनी ने एक लाख करोड़ रुपये का एयूएम वित्त वर्ष 2025-26 तक होने का लक्ष्य रखा है। फिलहाल एलआईसी एमएफ का एयूएम लगभग 38,000 करोड़ रुपये है, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 16,526 करोड़ रुपये था।
एलआईसी बीमा सखी योजना के तहत किसी व्यक्ति की नियुक्ति को निगम के कर्मचारी के रूप में वेतनभोगी नियुक्ति नहीं माना जाएगा। मौजूदा एलआईसी एजेंट या कर्मचारी के रिश्तेदार एलआईसी बीमा सखी के रूप में भर्ती होने के पात्र नहीं होंगे।
पीएम मोदी आज हरियाणा के पानीपत दौरे पर हैं। यहां उन्होंने एलआईसी की ‘बीमा सखी योजना’ की शुरुआत की।
बीमा सखी योजना के लिए 1 लाख महिलाओं को एलआईसी एजेंट के रूप में काम करने के लिए ट्रेंड किया जाएगा। ट्रेनिंग के बाद ये महिलाएं वित्तीय साक्षरता में अहम भूमिका निभाएंगी।
मंगलवार को जहां एक तरफ एलआईसी के शेयर बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुए तो वहीं दूसरी तरफ, टाटा पावर के शेयर बड़ी गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए। बताते चलें कि हफ्ते के दूसरे दिन भारतीय शेयर बाजार में भयानक गिरावट दर्ज की गई।
एलआईसी ने 3.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 18,082 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया, जबकि 30 सितंबर, 2023 को खत्म छमाही के लिए यह 17,469 करोड़ रुपये था।
गुरुवार सुबह 11.12 बजे तक एसआईसी के शेयर 5.05 रुपये (0.54%) की गिरावट के साथ 929.90 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहे थे। बुधवार को 934.95 रुपये के भाव पर बंद हुए इंश्योरेंस कंपनी के शेयर आज गिरावट के साथ 931.55 रुपये के भाव पर खुले।
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