श्रीलंका में भीषण चक्रवात Ditwa के कहर से अब तक 190 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद पूरे देश में आपातकाल लगा दिया गया है। एनडीआरएफ की टीम श्रीलंका के बाढ़ पीड़ितों को लगातार रेस्क्यू कर रही है।
भारत ने पड़ोसी प्रथम नीति के तहत बाढ़ पीड़ित श्रीलंका को राहत सामग्री की दूसरी बड़ी खेप भेजी है। शुक्रवार के बाद शनिवार को यह खेफ कोलंबो पहुंच गई। इसके साथ सरकार ने एडनीआरएफ के 80 जवानों को भी श्रीलंका की मदद करने को गया है।
वर्तमान में प्रदेश में बाढ़ से कुल 22 जनपदों की 48 तहसीलें प्रभावित हैं। इन तहसीलों के कुल 589 ग्राम प्रभावित है। बाढ़ से अत्यधिक प्रभावित 12 जनपदों में राहत कार्यों का प्रभावी पर्यवेक्षण, करने हेतु 11 मंत्रियों को प्रभारी बनाते हुये तैनात किया गया है।
उत्तरकाशी के धराली गांव में भीषण आपदा के बाद करीब 50 लोग अभी भी लापता हैं। धराली और आसपास के इलाके में खराब मौसम में भी राहत कार्य जारी है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित धराली में बादल फटने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी कार्यक्रम रद्द कर देहरादून लौटकर राहत कार्यों की निगरानी शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशों को पालन करते हुए बड़े पैमाने पर तैयारियां की गईं। NDRF की टीमों को भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और धार में तैनात किया गया। SDRF को प्रदेश में संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया गया। पूरे प्रदेश में 259 संवेदनशील क्षेत्र चिन्हांकित करते हुए डिजास्टर रेस्पॉन्स सेंटर स्थापित किए गए।
महाराष्ट्र से एक वीडियो सामने आया है, जहां नदी के बीच तीन लड़कियां एक ट्रॉली में फंसी दिखाई दे रही हैं। लेकिन जब एनडीआरएफ की टीम मौक पर नहीं पहुंच सकी तो गांव वालों ने खुद ही इस रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरा कर लिया।
म्यांमार के मांडले शहर में गत शुक्रवार को आए भूकंप में राहत और बचाव कार्य कर रही एनडीआरएफ की टीम को लोगों की ओर से जमकर सराहना मिल रही है। भारतीय टीम ने अब तक मलबे में दबे 30 से ज्यादा शवों को बाहर निकाला है।
एनडीआरएफ की टीम सुरंग के अंदर जमा पानी को निकालने का काम कर रही है। सुरंग के अंदर चिल्लाकर फंसे मजदूरों से भी बात करने की भी कोशिश की गई है। अंदर फंसे मजदूरों का कोई जवाब नहीं आया है।
Mahakumbh 2025 की तैयारियां प्रयागराज में जोरों-शोरों से चल रही हैं। इस बीच एनडीआरएफ की टीम ने मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य महाकुंभ के दौरान किसी तरह की घटना से निपटने के लिहाज से किया गया। इस दौरान सोमवार को एनडीआरएफ की टीम ने गंगा नदी में डूब रहे 9 लोगों को भी रेस्क्यू किया।
गुजरात के कच्छ जिले में 22 साल की युवती 500 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई है और उसे निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। पुलिस को भरोसा ही नहीं कि युवती गिर गई होगी, जानिए क्या कहा?
भावनगर के कोलियाद के पास मालेश्री नदी का जलस्तर बढ़ जाने के बाद वहां यात्रियों से भरी एक बस पानी के तेज बहाव में फंस गई। इतना ही नहीं उन लोगों को बचाने गया ट्रक भी पानी में ही फंस गया था।
झारखंड में लापता विमान की तलाश जारी है। आज एनडीआरएफ की टीम भी खोज अभियान में शामिल होगी। अलकेमिस्ट एविएशन कंपनी का विमान कर देर शाम उड़ान भरने के बाद लापता हो गया था।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें NDRF की टीम नदी में बहती गाय को बचाते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में नजर आ रहा है कि कैसे कड़ी मेहनत करके टीम ने गाय को बाहर निकाला।
जयपुर में भारी बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गईं। इसके चलते जिला प्रशासन को स्कूल बंद करने की घोषणा करनी पड़ी।
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के पास खोया गली में ये हादसा हुआ है। जहां देर रात दो घर जमींदोज हो गए। मलबे में दो परिवार के 8 लोग दब गए। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटना के बाद से 45 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। हालांकि उन्हें ढूंढने का अभियान अब भी जारी है। बता दें कि राज्य की एक बिजली परियोजना स्थल पर फंसे 29 लोगों का सफल रेस्क्यू किया जा चुका है।
भारतीय सेना के अनुसार दो महिलाओं और दो पुरुषों को वायनाड के पदावेट्टी कुन्नू से रेस्क्यू किया गया है। इनमें से एक महिला के पैरों में तकलीफ हो रही है। उसका इलाज जारी है।
वायनाड के कई हिस्सों में भूस्खलन (Landslide) के मामले सामने आए हैं। अब तक 123 लोगों की जान जा चुकी है। सैकडों लोगों के अभी भी दबे होने की आशंका जताई गई है। सेना और एनडीआरएफ की टीम मौके पर बचाव कार्य चला रही हैं।
तेलंगाना में एक बांध से अचानक पानी छोड़ने जाने की वजह से अश्वराओपेटा में बाढ़ आ गई। इस कारण बाढ़ में करीब 30 लोग फंस गए, जिन्हें बचाने के लिए एनडीआरएफ और भारतीय वायुसेना ने मिलकर संयुक्त अभियान चलाया।
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