रिलायंस इंडस्ट्रीज को कुओं की खुदाई, भंडार क्षमता के आकलन और तेल, गैस भंडार की कॉमर्शियल फीजिबिलिटी के लिए 800 करोड़ रुपए की परियोजना की मंजूरी मिली है।
करीब चार साल के अंतराल के बाद भारत ने आसान अनुबंध की शर्तों के साथ 46 सीमांत तेल एवं गैस क्षेत्रों के लिए अंतरराष्ट्रीय निविदा निकालने की पेशकश की है
गैस की कीमतों को तय करने के नए फार्मूले का असर दिख सकता है। नेचुरल गैस के दाम अप्रैल में 17 फीसदी घटकर 3.15 डॉलर प्रति यूनिट (एमएमबीटीयू) पर आ सकते हैं।
केंद्र ने पूर्वोत्तर में तेल एवं प्राकृतिक गैस का उत्पादन अगले 15 साल में दोगुना करने की योजना बनाई है। इसके लिए 1,30,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।
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