पिछले साल के मुकाबले अगर तुलना करें तो पोल्ट्री फीड की लागत 40 फीसदी बढ़ी है। वहीं, दूसरी ओर भीषण गर्मी के चलते बड़ी संख्या में मुर्गी व चूजा मर रहे हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चीन के बाद भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चावल उत्पादक है।
आज हम आपको बताएंगे कि अगर चावल ज्यादा पक जाए तो इन्हें फेंकने की बजाए इनका उपयोग लजीज पकवान तैयार करने के लिए किया जा सकता है। आइए जानते हैं।
मंत्रालय भारत से तीन लाख टन और म्यामां से एक लाख टन चावल आयात करने के लिए कदम उठा रहा है।
दिवाली के अवसर पर सरकार 10 किलो चावल और 2 किलो चीनी वितरित करेगी। इस फैसले का आज ऐलान किया गया है। इसका लाभ परिवार कार्ड धारकों को दिया जाएगा।
चावल तो रोज का भोजन है। अक्सर रात का बचा हुआ चावल खाना कोई पसंद नहीं करता। लेकिन इसी चावल की शानदार डिश बना दी जाए तो लोग उंगलियां चाटते रह जाएंगे।
उबालने के बाद चावल चिपक जाते हैं, या कई बार ज्यादा गल जाते हैं। इससे खाने का स्वाद नहीं आता। जानिए खिले खिले चावल बनाने के शानदार टिप्स।
जले चावल की महक इतनी तेज होती है कि वो बाकी बचे सही चावल में से भी आने लगती है। लिहाजा लोग इन चावलों को बेकार समझकर फेंक देते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे जिनसे आप जले हुए चावले की महक दूर कर सकते हैं।
धान की खरीद भी सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई है और इसने खरीफ मार्केटिंग सत्र 2019-20 के पिछले उच्च स्तर 773.45 लाख मीट्रिक टन के आंकड़े को पार कर लिया है।
निर्यात में महत्वपूर्ण सकारात्मक वृद्धि दर्शाने वाली वस्तुओं में गेहूं,अन्य अनाज, चावल( गैर बासमती), सोया मील, मसाले,चीनी, कपास, ताजा सब्ज़ियां, प्रसंस्कृत सब्ज़ियां शामिल हैं
फसल वर्ष 2020-21 (जुलाई-जून) के दूसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार देश में चाावल और गेहूं के रिकॉर्ड उत्पादन के साथ खाद्यान का कुल उत्पादन 30.33 करोड़ टन रह सकता है
चीन के वुहान से पैदा हुए कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया की नाक में दम कर रखा है। तमाम देशों की अर्थव्यवस्था तबाह होने के कगार पर पहुंच गई है, तो कहीं लाखों की संख्या में लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के लाभार्थियों को वितरित चावल अब किसी भी प्रकार से वापस सरकारी एजेंसियों के गोदामों तक नहीं पहुंच सकेगा
गर्मियों में कुछ हेल्दी और टेस्टी खाने का मन है तो मिंट राईस एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इसे बनान बेहद आसान होता हैं।
भारत की चावल निर्यात क्षमता को बढ़ावा देने के लिए ’लाल चावल’ की पहली खेप को आज संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए रवाना कर दिया गया। 'लाल चावल' असम की ब्रह्मपुत्र घाटी में उगाया जाता है, बिना किसी रासायनिक उर्वरक के उपयोग के।
'ब्राउन साइस' सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है। इसमें ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के लिए जरूरी होते हैं। इसका सेवन करने से कई बीमारियां भी दूर रहती हैं।
बहुत ही कम ऐसे लोग हैं जो बिल्कुल भी बासी खाना नहीं पसंद करते। ज्यादातर घरों में बचे हुए खाने को लोग दोबारा गरम करके बड़े चाव से खाते हैं। लेकिन, ऐसे बहुत से फूड्स हैं जिन्हें दोबारा गरम करके खाने से फूड प्वॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है।
एपीडा के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2020-21 के पहले 9 महीने यानि अप्रैल से दिसंबर 2020 के दौरान देश से 115.97 लाख टन चावल एक्सपोर्ट हुआ है जबकि पिछले साल इस दौरान सिर्फ 64.30 लाख टन चावल का निर्यात हो पाया था।
भारत का पूर्वी पड़ोसी देश बांग्लादेश इस साल 1.5 लाख मीट्रिक टन चावल हमारे देश से आयात करेगा।
पिछले दो महीनों में, चीन ने दक्षिण भारत से लगभग 5,000 टन टुकड़े वाले गैर-बासमती चावल के आयात के लिए ऑर्डर दिए हैं।
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