नवंबर में भारत का सर्विसेज PMI 58.9 से बढ़कर 59.8 हो गया, जिसका सीधा कारण मजबूत नए बिज़नेस ऑर्डर्स हैं। इनपुट कीमतों में बढ़ोतरी लगभग साढ़े पांच साल के न्यूनतम स्तर पर रही।
सर्वे के अनुसार, अगस्त के दौरान मांग में उल्लेखनीय सुधार ने नए ऑर्डर एवं गतिविधियों की वृद्धि को 15 साल में अपने उच्च स्तर पर पहुंचा दिया।
कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि और ‘ओवरटाइम’ भुगतान के कारण कंपनियों की लागत में वृद्धि हुई। कुछ कंपनियों ने खाना पकाने के तेल, सामग्री और मांस पर अधिक व्यय का भी हवाला दिया।
घरेलू व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, भारतीय अर्थव्यवस्था दिसंबर तिमाही में 6.2 प्रतिशत बढ़ी, जो सात तिमाहियों के निचले स्तर से क्रमिक रूप से उबर रही है, लेकिन विस्तार पिछले साल की तुलना में कम रहा।
रणजी ट्रॉफी 2024-25 में नया इतिहास बन गया है। इस नए इतिहास के दम पर फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम हो गया है।
एचएसबीसी के अर्थशास्त्री इनेस लैम ने कहा कि भारत की सर्विस सेक्टर की कंपनियों ने दिसंबर में मजबूत आशावाद व्यक्त किया। इसी का नतीजा रहा कि पीएमआई चार महीने के टॉप पर पहुंच गया।
मशीनरी और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्र प्रमुखता प्राप्त कर रहे हैं, एक्सपोर्ट बास्केट में मशीनरी की हिस्सेदारी 2014 में 3.8 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 6.9 प्रतिशत हो जाएगी और इलेक्ट्रॉनिक्स 2014 में 3.3 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 7.9 प्रतिशत हो जाएगी।
आंकड़ों से यह भी पता चला कि भारतीय वस्तुओं और सेवाओं के लिए दाम जुलाई की तुलना में कम बढ़े। सर्विस सेक्टर में यह ग्रोथ मुख्य रूप से नए ठेकों खासकर घरेलू ठेकों में बढ़ोतरी से प्रेरित रही।
जून में भारतीय सेवा प्रदाताओं को मिलने वाले नए ठेके में वृद्धि जारी रही, जिससे विस्तार का मौजूदा क्रम करीब तीन सालों तक बढ़ गया। एचएसबीसी के मुख्य अर्थशास्त्री (भारत) प्रांजुल भंडारी ने कहा कि भारत के सेवा क्षेत्र की गतिविधियां जून में तेज हुईं।
मई में भारत की सर्विस एक्टिविटीज थोड़ी धीमी गति से बढ़ी। घरेलू नए ठेकों में थोड़ी कमी आई, लेकिन वे मजबूत बने रहे। यह मजबूत मांग को दर्शाता है।
एचएसबीसी के अर्थशास्त्री इनेस लैम ने कहा कि भारत की सेवा पीएमआई जनवरी में छह महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। नए व्यवसाय का विस्तार तेज गति से हुआ और भविष्य की गतिविधि के लिए प्रबंधकों की उम्मीदें मजबूत बनी हैं।
मांग में उछाल से बिक्री में तेजी आई जिससे व्यावसायिक गतिविधि में तेजी आई। रोजगार जेनरेशन लगातार 19वें महीने बढ़ा। एचएसबीसी इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स 57.4 से बढ़कर 58.5 हो गया।
रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘जनवरी-जून 2023 के दौरान भारत का विदेशी व्यापार (माल व सेवाओं का निर्यात तथा आयात) 800.9 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया।
सर्वे में शामिल 29 प्रतिशत भागीदारों ने कहा कि उन्हें इस दौरान अधिक नया कारोबार हासिल हुआ है।
दुनिया में मंदी, मुद्रास्फीतिक दबाव और जिंसों की ऊंची कीमतों के बावजूद वस्तुओं का निर्यात अच्छा रहा है। उन्होंने कहा कि इन सब दबावों के बावजूद चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह अप्रैल-दिसंबर में देश का निर्यात नौ प्रतिशत बढ़ा है।
National Games 2022 की मेडल टेबल में इस वक्त सेना सबसे ऊपर है।
‘परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स’ (पीएमआई) 50 से ऊपर गतिविधियों में तेजी को सूचित करता है जबकि 50 से नीचे गिरावट को बताता है।
PNB ने डेबिट कार्ड ट्रांजैक्शन लिमिट अपडेट, ई-स्टेटमेंट रजिस्टर, चेक पेमेंट को रोकना, अकाउंट फ्रीज करना, अपने कार्ड जो इनेबल या डिसेबल करना, चेक बुक रिक्वेस्ट, चेक स्टेटस आदि को फोन बैंकिंग से जोड़ा है।
नवंबर का आंकड़ा जुलाई 2011 के बाद से उत्पादन में दूसरी सबसे तेज वृद्धि की ओर इशारा करता है।
सर्विसेस ने विजय हजारे ट्रॉफी के एलीट ग्रुप ई मुकाबले में सोमवार को सौराष्ट्र को 68 रनों से हरा दिया।
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