पिछले 10 सालों में केंद्र की मोदी सरकार ने विदेशों में बसे भारतीयों को संकट के समय रेस्क्यू करने के मामले में अभूतपूर्व कुशलता का परिचय दिया है और अब एक बार फिर कुछ ऐसा ही होने जा रहा है।
स्वच्छ ईंधन की तरफ कदम बढ़ना समय की मांग है। स्वच्छ समुद्री ईंधन के क्षेत्र में भी दुनिया के तमाम देश मिलकर काम कर रहे हैं। इसी को लेकर भारत का एक प्रतिनिधिमंडल सिंगपुर पहुंचा है।
ईरान ने एक जहाज पर कब्जा किया है जिसमें चालक दल के 17 भारतीय सदस्य भी मौजूद हैं। इस मसले पर भारत ने ईरान से बात की है जिसे लेकर ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने बड़ी बात कही है।
ईरान ने 13 अप्रैल को यानि एक दिन पहले जिस इजरायली जहाज को हॉर्मुज जलडमरूमध्य के पास हमला करके अपने कब्जे में लिया है, उसमें 17 भारतीय सवार भी हैं। ऐसे में विदेश मंत्रालय ने ईरानी अधिकारियों से संपर्क साध कर भारतीयों की रिहाई का प्रयास तेज कर दिया है।
वीडियो में कमांडो जहाज के डेक पर बैठे कंटेनरों के ढेर पर चढ़ गए।जहाज पर चालक दल के एक सदस्य को यह कहते हुए सुना जा सकता है "बाहर मत आओ।" चालक दल का साथी अपने सहयोगियों को जहाज के पुल पर जाने के लिए कहता है, क्योंकि डेक पर और कमांडो आते हैं।
बाल्टीमोर ब्रिज हादसे के बाद अमेरिका के सबसे व्यस्त बंदरगाहों में से एक को फिर से खोलने में कई हफ्तों का समय लग सकता है। इस बीच पुल से टकराने वाले जहाज के चालक दल के सदस्य अभी भी जहाज पर हैं और अधिकारियों को जवाब दे रहे हैं।
भारतीय अधिकारियों ने कहा था कि भारतीय नौसेना की कड़ी कार्रवाई के परिणामस्वरूप रुएन पर मौजूद समुद्री लुटेरों ने 16 मार्च को आत्मसमर्पण कर दिया था। इसमें ईरानी जहाज समेत 23 पाकिस्तानियों को भारत ने समुद्री लुटेरों से बचाया। अब उन्हें कार्रवाई के लिए भारत लाया जा रहा है।
अमेरिका के बाल्टीमोर पुल हादसे को लेकर भारतीय दूतावास ने दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना बताया है। इसके साथ ही दूतावास जहाज के चालक दल के संबंध में विवरण का पता लगा रहा है।
अमेरिका के बाल्टीमोर पुल हादसे को लेकर मैरीलैंड के गवर्नर वेस मूर ने कहा कि जहाज के टकराने से पहलेअलर्ट दिया गया। इससे लोगों की जान बचाने में मदद मिली। सड़क यातायात को रोका जा सका।
आज अमेरिका में एक बड़ा हादसा हो गया। यहां बाल्टीमोर पुल से एक मालवाहक जहाज टकरा गया। शिप मैनेजमेंट कंपनी ने बताया कि इस जहाज में चालक दल समेत सभी भारतीय हैं।
यमन के हूतियों ने एक बार फिर अदन की खाड़ी में एक जहाज को निशाना बनाया है। इजरायल-हमास युद्ध के बाद से ही यमन के हूतिये गाजा में इजरायली हमले के खिलाफ लालसागर से अदन की खाड़ी की ओर जाने वाले जहाजों पर मिसाइल और ड्रोन हमले कर रहे हैं।
यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में एक कारोबारी जहाज पर मिसाइल से हमला कर दिया है। इजराइल और हमास की गाजा में जंग के बाद यह पहला मौका है जब हूती विद्रोहियों के हमले में जानें गई हैं।
हूतियों ने लाल सागर में फिर हवाई हमला किया है। इससे एक जहाज समुद्र में डूब गया है।
बंदरगाह के अधिकारियों ने गुप्त सूचना देकर भारतीय रक्षा अधिकारियों को सतर्क किया जिन्होंने खेप का निरीक्षण किया और अपने संदेह की सूचना दी। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद खेप जब्त कर ली गई।
श्रीलंका ने जासूसी जहाज को रुकने इजाजत नहीं दी तो इस पर चीन भड़क गया। चीनी रिसर्च जहाज जियांग यांग होंग 3 दक्षिण हिंद महासागर में एक्सप्लोरेशन के लिए आ रहा था। ऐसे समय में श्रीलंका ने यह फैसला लिया।
जनवरी में मालदीव गया चीन का अनुसंधान जहाज माले से बीजिंग के लिए रवाना हो गया है। अनुसंधान का दावा करने वाला यह चीनी जहाज जासूसी के लिए बदनाम है। भारत और मालदीव के रिश्ते खराब होने के बाद करीब 15 दिनों के लिए यह जासूसी जहाज माले गया था। अब स्वदेश वापसी कर चुका है।
पिछले कुछ महीनों में भारतीय नौसेना के जहाजों और पनडुब्बियों कोरा, काबरा और करंज ने कोलंबो की यात्रा की। उच्चायोग ने कहा कि भारतीय नौसेना और तटरक्षक जहाजों की श्रीलंका यात्रा का उद्देश्य दो मैत्रीय पड़ोसी देशों की नौसेनाओं के बीच सौहार्द और पारस्परिकता को बढ़ाना है। वहीं चीन भारत-श्रीलंका की इस जुगलबंदी से चिंतित है।
जियांग यांग होंग 03 का मालदीव आगमन राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़ू की जनवरी की चीन यात्रा के बाद हुआ है, जिसमें बीजिंग ने संबंधों को बढ़ाने के लिए मालदीव को "मुफ्त सहायता" में 920 मिलियन युआन ($128 मिलियन) की पेशकश की है। मालदीव ने कहा है कि जहाज उसके जल क्षेत्र में शोध नहीं करेगा, केवल कर्मियों के रोटेशन और आपूर्ति देखेगा।
इंडियन नेवी ने एक बार फिर समंदर में अपनी ताकत दिखाई है। भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस सुमित्रा ने ईरानी जहाज एमवी इमान को समुद्री लुटेरों से बचा लिया।
भारत द्वारा समुद्री सुरक्षा का मुद्दा उठाए जाने के बाद अमेरिका की नागरिक सुरक्षा, लोकतंत्र और मानवाधिकार मामलों की विदेश उप मंत्री उजरा जेया ने इजराइली नेताओं से अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप नागरिक क्षति को कम करने के लिए संभावित सावधानी बरतने का आह्वान किया।
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