उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टनल में फंसे 40 मजदूरों को निकालने का काम आज सातवें दिन भी जारी है जहां ड्रिलिंग में चट्टान परेशानी बन रही है। इस बीच टनल के अंदर 2 मजदूरों की तबीयत खराब हो गई है जिसके बाद से टेंशन और ज्यादा बढ़ रही है।
उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में पिछले 5 दिन से भी ज्यादा समय से फंसे मजदूरों के जल्द रेस्क्यू की उम्मीदें बढ़ गई हैं क्योंकि नई ऑगर मशीन ने शुक्रवार सुबह तक 21 मीटर मलबा भेद दिया था।
सिलक्यारा सुरंग के एक हिस्से के ढहने से उसमें फंसे मजदूरों को निकालने का काम तेजी से किया जा रहा है, हालांकि एक ताजा भूस्खलन की वजह से इसमें थोड़ी अड़चन जरूर आई है।
जापान के बर्बाद हो चुके फुकुशिमा परमाणु संयंत्र से रेडियोधर्मी जल को समुद्र में छोड़े जाने को लेकर विवाद हो गया है। जापान इसे उपचारित करके समुद्र में सुरंग बनाकर छोड़ने का ट्रायल शुरू कर चुका है। मगर मछुआरों समेत पड़ोसी देश इसके खिलाफ खड़े हो गए हैं।
उड़ीसा के बालासोर का रेल हादसा अभी भी जेहन में ताजा है। इस बीच ऑस्ट्रिया में बालासोर से भी बड़ा रेल हादसा होने वाला था। दरअसल ट्रेन जिस रेलवे सुरंग से गुजर रही थी, उसी में आग लग गई और पूरी रेलगाड़ी उसकी चपेट में आ गई। हालांकि राहत की बात यह रही कि फायर विभाग और राहत व बचाव दलों की सतर्कता से यात्रियों को बचा लिया गया।
जाड़े के मौसम में सोनमर्ग में सबसे ज्यादा बर्फबारी होती है और यहां का तापमान -20 डिग्री तक नीचे चला जाता है।
जोशीमठ में जमीन धंसने को लेकर एक थ्योरी चल रही है कि NTPC की टनल की वजह से शहर में दरारें आ गई हैं। टनल के अंदर धमाके की वजह से जमीन धंस रही है।
NHSRCL ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए टनल बोरिंग मशीन (TBM) और न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (NATM) का उपयोग करते हुए करीब 21 किमी लंबी सुरंग के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं। इसमें समुद्र के नीचे सात किमी लंबी सुंरग निर्माण का कार्य होगा।
Sri Lanka News: एक समय श्रीलंका के नेशनल बजट के 70 फीसदी पर इन राजपक्षे भाइयों का सीधा कंट्रोल था। राजपक्षे परिवार पर 5.31 अरब डॉलर यानी 42 हजार करोड़ रुपये अवैध तरीके से देश से बाहर ले जाने का आरोप है।
Delhi: ITPO के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘सुरंग में वाहनों की आवाजाही आज सुबह शुरू हुई। यातायात पुलिस और पीडब्ल्यूडी अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए वाहनों की आवाजाही पर करीबी नजर रखेंगे कि सब कुछ सुचारू रूप से चले।’’ यात्रियों ने सुरंग खोले जाने का स्वागत किया है।
Delhi: दिल्ली के प्रगति मैदान क्षेत्र में रविवार को इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर शुरू हुआ है। यह आईटीओ और उसके आसपास के इलाकों में जाम से लोगों को निजात दिलाएगा।
Pragati Maidan Tunnel inaugurate: प्रधानमंत्री की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 920 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनाई गई यह इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य प्रगति मैदान में आयोजित होने वाली विश्व स्तरीय प्रदर्शनी और कन्वेंशन सेंटर तक लोगों को आसानी से पहुंचने में मदद मिलेगी।
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक निर्माणाधीन सुरंग का हिस्सा ढहने के दो दिन बाद शनिवार को मलबे से नौ और शव बरामद किए गए। इसके बाद इस दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 पहुंच गयी है।
Jammu Kashmir Tunnel Accident: जम्मू-श्रीनगर हाईवे बनिहाल के नजदीक खूनी नाला बन रहे निर्माणाधीन टनल में गुरुवार रातएक हादसा हुआ है। इस हादसे के कारण टनल में फंसे 3 लोगों को बचाया गया है। हालांकि 8 लोग अभी भी फंसे हुए हैं।
दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को एक सुरंग मिली है। दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने बताया कि यह लाल किले से जुड़ती है।
जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) को एक सुरंग मिली है। बीएसएफ ने कठुआ के हीरानगर सेक्टर में एक खुफिया सुरंग का पता लगाया है।
एशिया की सबसे लंबी जोजिला सुरंग के निर्माण के लिए अफसरों ने 11 हजार करोड़ रुपये की भारी-भरकम बजट की फाइल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के सामने पेश की थी। मगर, नितिन गडकरी ने फाइल रिजेक्ट करते हुए संबंधित अफसरों से दो टूक कह दिया कि इतनी भारी लागत में टनल नहीं बनेगी।
लद्दाख से साल भर की कनेक्टिविटी के लिए शंकु ला पास के माध्यम से निम्मू-दारचा-पदम रोड पर एक और सुरंग पाइपलाइन में है। यह सात किलोमीटर लंबी सुरंग 16,703 फीट की ऊंचाई पर बनेगी।
इस सुरंग की मदद से श्रीनगर घाटी और लेह के बीच पूरे साल संपर्क बना रहेगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक वर्चुअल समारोह में ‘ब्लास्ट’ के जरिये इसका शुभारंभ करते हुए कहा कि यह भारत के लिए ‘गौरव का क्षण’ है।
सोहना के पास अरावली पहाड़ियों में रेलवे के वेस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर पर एक किलोमीटर लंबी सुरंग बनाई गई है। अगले 12 महीने में इस सुरंग से डबल स्टैक कंटेनर वाली मालगाड़ी को इलेक्ट्रिक रूट पर चलाने की योजना है।
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