अमेरिका के एक जिम में वर्कआउट करते समय चाकू से हमले का शिकार हुआ भारतीय छात्र अब अपनी जान से हाथ धो बैठा है। विश्वविद्यालय की ओर से घायल छात्र की मौत होने की जानकारी एक्स पोस्ट पर साझा की गई है। मरने वाले छात्र का नाम वरुण है। वह 24 वर्ष का था।
भारतीय मूल के अमेरिकी नेताओं ने यूएस स्टेट इलेक्शन और लोकल बॉडीज में बाजी मारी है। भारतीय-अमेरिकियों ने राज्य और स्थानीय चुनावों में कई सीटों पर जीत दर्ज की है। इससे भारतीय मूल के लोगों पर विदेशियों के बढ़ते भरोसे के तौर पर देखा जा रहा है।
इजरायल-हमास युद्ध के बीच अमेरिकी युद्धक विमानों ने सीरिया में बड़ा हवाई हमला किया है। इसमें 9 लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि अमेरिका ने जिस हथियार भंडारण केंद्र पर यह एयरस्ट्राइक की है, वह ईरान से जुड़ा है। ईरान से जुड़े केंद्र पर अमेरिका के हवाई हमले ने तीसरे विश्व युद्ध का खतरा बढ़ा दिया है।
गाजा में इजरायली सेना लगातार जमीनी और हवाई हमले कर रही है। इसमें हजारों फिलिस्तीनी नागरिक भी मारे जा रहे हैं। फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत को रोकने और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अमेरिका ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कुछ समय के लिए युद्ध विराम की मांग की थी। मगर नेतन्याहू कुछ वजहों से नहीं माने।
US Banking Crisis: अमेरिका में बैंकिंग क्राइसिस एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है। अमेरिकी नियामक एफडीआईसी की ओर से रीजनल बैंक सिटीजन्स बैंक को बिना किसी पब्लिक अनाउंसमेंट के बंद कर दिया गया है।
इजरायल ने गाजा में हमलों को जारी रखा है। ‘अल जजीरा’ टीवी ने बताया कि गाजा सिटी के एक स्कूल में शुक्रवार को किए गए हमले में कई लोग हताहत हुए है। गाजा में अस्पताल निदेशकों ने कहा कि उत्तरी गाजा में तीन अस्पतालों के प्रवेश द्वार पर उस समय हमले हुए, जब अस्पतालकर्मी घायलों को दक्षिण की ओर ले जाने की कोशिश कर रहे थे।
इजरायल-हमास युद्ध के लेकर भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद ने बड़ा बयान दिया है। सांसद अमी बेरा ने कहा कि जब तक दोनों तरफ से निर्दोषों की हत्या की जाती रहेगी, तब तक लोगों को मिलकर शांति से रहने का सपना कभी पूरा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनियों को जीने का अधिकार है और इजरायल को अपनी रक्षा का।
अमेरिकी विदेश मंत्री इजराइल की राजधानी तेल अवीव पहुंचे। यहां उन्होंने इजराइल हमास जंग पर बड़ा बयान दिया है। ब्लिंकन ने कहा कि 'मैं इस बात पर भी जोर देता हूं कि न केवल नागरिकों की सुरक्षा होनी चाहिए गाजा में, बल्कि वेस्ट बैंक में भी।
हमास आतंकियों की तबाही के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल को सबसे बड़ी रक्षा सहायता देने का ऐलान किया है। इसके लिए 14.5 अरब डॉलर रुपये की मंजूरी दी गई है। रुपये के हिसाब से यह राशि 1.20 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। यह धनराशि पाकिस्तान के कुल रक्षाबजट की दोगुनी है।
रूस-यूक्रेन युद्ध अब नए मोड़ पर पहुंच सकता है। यूक्रेन के खिलाफ रूस की जंग की धार कमजोर करने के लिए अमेरिका ने बहुत बड़ा कदम उठाया है। जो बाइडेन प्रशासन ने रूस को हथियारों की सप्लाई करने वाले तुर्की, अरब और चीन की 130 कंपनियों पर बैन लगा दिया है। इससे रूसी राष्ट्रपति पुतिन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
कई लड़कियों का सपना होता है कि वो किसी ना किसी बड़ी एयरलाइंस में नौकरी करे। लेकिन सोचिए अगर कोई एयरलाइन केवल गोरी और पतली लड़कियों को नौकरी दे तो कितनों का सपना टूट जाएगा।
अमेरिका ने यहूदियों पर हो रहे हमले रोकने के लिए बेहद सख्त कदम उठाया है। इजरायल हमास युद्ध के बाद से ही यहूदियों को कट्टरपंथी निशाना बना रहे हैं। ऐसे में अब जो बाइडेन प्रशासन ने घृणा अपराध को राष्ट्रीय खतरे की प्राथमिकता में शामिल करने का ऐलान कर दिया है।
अमेरिका के इंडियाना में एक भारतीय छात्र पर चाकू से हमला कर दिया गया है। 24 वर्षीय छात्र वरुण हमले के वक्त जिम में था। यहीं हमलावर ने उसके कान पर चाकू मार दी। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वरुण की हालत बेहद नाजुक है।
नेपाल के विदेश मंत्री नारायण प्रकाश सऊद अमेरिकी यात्रा पर हैं। उन्होंने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से द्विपक्षीय वार्ता भी की। इस दौरान व्यापार, निवेश समेत खाद्य सुरक्षा और तकनीकी क्षेत्र में सहयोग मांगा।
इजरायल-हमास युद्ध और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते तीसरे विश्व युद्ध का खतरा गहराता जा रहा है। ऐसे में अमेरिका ने दुनिया को चौंकाने वाली घोषणा की है। अमेरिका ने ऐलान किया है कि वह ऐसा घातक परमाणु बम बनाने जा रहा है, जो 1945 में जापान के हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम से 24 गुना अधिक विस्फोटक होगा।
रूस ने लंबे समय बाद एक बार फिर युद्ध के बीच यूक्रेन से बातचीत को तैयार होने की बात कही है। रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा कि यदि स्थिति उचित बनेगी तो रूस यूक्रेन से बातचीत को तैयार है। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका पर जानबूझकर युद्ध को हवा देने और भूराजनीतिक तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया है।
अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, यूके, भारत-पाकिस्तान और उत्तर कोरिया व इजरायल समेत दुनिया के कई ताकतवर देश परमाणु संपन्न देशों में हैं। अमेरिका और रूस में परमाणु हथियरों को बनाने की दौड़ में सबसे आगे निकलने की बड़ी होड़ लगी है। दुनिया के अन्य देश भी इस दौड़ में पीछे नहीं रहना चाहते।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और शी जिनपिंग की मुलाकात के दौरान बातचीत की राह बेहद कठिन होने की आशंका है। अमेरिका और चीन के रिश्ते ताइवान के विवाद के चलते तल्ख हैं। बाइडेन और जिनपिंग की संभावित मुलाकात से पहले चीनी विदेश मंत्रालय ने खुद ही इस बैठक को चुनौतीपूर्ण बता दिया है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बार सत्ता में आने पर एक विशेष प्रकार के प्रतिबंध को बहाल करने का वादा किया है, जिसे उन्होंने अपने राष्ट्रपति रहते लगाया था। दरअसल ट्रंप ने आतंकवाद के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुस्लिमों की यूएएस यात्रा पर बैन लगा दिया था।
अमेरिका ने सीरिया में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है। यह जानकारी खुद पेंटागन की ओर से दी गई है। अमेरिका ने इसे अमेरिकी बेस पर हुए हमलों की जवाबी कार्रवाई बताया है।
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