रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर पोप फ्रांसिस ने अब तक का चौंकाने वाला बयान दिया है। पोप फ्रांसिस ने कहा है कि इस युद्ध में लोगों की मौतों और सैनिकों की शहादत से उन्हें बहुत पीड़ा पहुंची है और उनकी यह पीड़ा कभी शांत नहीं होगी। फ्रांसिस ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए पूरी तरह से हथियार उद्योग जिम्मेदार हैं।
मणिपुर में तम प्रयासों के बाद भी हिंसा नहीं रुक रही है। दोनों पक्षों के बीच में मतभेद बढ़ते ही जा रहे हैं। राज्य में अब आम लोगों के साथ-साथ अब सेना के जवानों की भी हत्याएं हो रही हैं।
ऑस्ट्रेलिया अपनी सेना को और मजबूती देने के लिए कमर कस चुका है। आगामी वर्षों में चीन से मुकाबले के लिए वह अपनी समुद्री सेना और जंगी जहाजों को अपग्रेड कर रहा है। साथ ही वह कई ऐसे जंगी हथियार और ड्रोन अमेरिका से खरीद रहा है, जिससे चीन की नींद उड़ जाएगी।
उत्तर कोरिया के साथ हथियार डील नहीं करने की चेतावनी को रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने लगता है बदले की भावना से ले लिया है। अमेरिका द्वारा रूसी राष्ट्रपति पुतिन और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग के बीच मुलाकात होने के बाद जो बाइडेन की ओर से रूस को हथियार खरीद को लेकर कड़ी चेतावनी दी गई थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन हथियार खरीदने में झूठ बोलने के आरोपों में बुरी तरह फंस चुके हैं। अब उन पर संघीय अदालत में मुकदमा शुरू कर दिया गया है। इधर राष्ट्रपति जो बाइडेन पर भी वित्तीय अनियमितता के एक मामले में महाभियोग की तैयारी शुरू कर दी गई है।
महाराष्ट्र के नागपुर में एक शख्स के घर पर पुलिस ने जब खुफिया सूचना पर छापेमारी की तो होश उड़ गए। इस शख्स ने घर को ही हथियार बनाने का कारखाना बना रखा था। पुलिस को इसके पास से कई सारे कट्टे, रिवॉल्वर, कारतूस और बारूद बरामद हुए हैं।
भारत और रूस की गहरी दोस्ती से जर्मनी भी परेशान है। बता दें कि भारत रूस से ही हथियारों की सबसे बड़ी खरीदारी करता है। मगर जर्मनी चाहता है कि हथियारों के लिए भारत रूस पर इनता अधिक निर्भर नहीं रहे। इसे जर्मनी अपने हित में नहीं मानता।
रूस-यूक्रेन युद्ध में अब इजराइल भी कूद गया है। यूक्रेन में नरसंहार को रोकने के लिए इजराइल ने राष्ट्रपति जेलेंस्की को अत्याधुनिक और स्पेशल सिविल डिफेंस मिसाइल सिस्टम देने का ऐलान किया है। ताकि यूक्रेन युद्ध में रूसी मिसाइलों और रॉकेट हमलों में मारे जा रहे आम नागरिकों की जान बचाई जा सके।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन की कथित हत्या के प्रयास के मद्देनजर क्रेमलिन पर हुए ड्रोन हमले ने यूक्रेन पर भीषण पलटवार की आशंका बढ़ा दी है। इससे सिर्फ यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ही नहीं, बल्कि पूरा यूरोपीय संघ घबरा गया है। अमेरिका भी रूस के पलटवार की आशंका को भांप चुका है।
अमेरिका युद्ध के आरंभ से ही यूक्रेन पर मेहरबान रहा है। अब तक यूक्रेन को सैकड़ों करोड़ डॉलर की सहायता दे चुका है। एक बार फिर यूक्रेन पर रूसी हमलों के बीच अमेरिका यूक्रेन को करीब 30 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त सैन्य सहायता भेज रहा है, जिसमें भारी मात्रा में सबसे खतरनाक माने जाने वाले रॉकेट और गोला-बारूद शामिल हैं।
विशेष प्रकार का मानव रहित विमान मिलने से भारतीय सेना की ताकत कई गुना बढ़ने वाली है।. इस मानव रहित हवाई यान (यूएवी) का नाम 'नागास्त्र' है, जो कि भारतीय सेना के लिए किसी "ब्रह्मास्त्र" से कम नहीं होगा। खास बात यह है कि नागपुर की एक भारतीय कंपनी को ही इसकी आपूर्ति करने का ठेका मिला है।
प्रयागराज में अतीक और अशरफ की जिस जिगाना पिस्टल से गोली मारकर हत्या की गई, उसका इस्तेमाल पहले भी गैंगवार में हो चुका है।
यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस को हथियारों की सप्लाई करने की अमेरिकी और यूरोपीय चिंताओं के बाद चीन का बड़ा बयान सामने आया है। चीन ने भरोसा दिलाया है कि वह रूस या यूक्रेन किसी भी पक्ष को हथियारों की सप्लाई नहीं करेगा। चीन का यह बयान विशेष रूप से अमेरिका और फ्रांस द्वारा दबाव बनाए जाने के बाद सामने आया है।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री निसिथ प्रमाणिक ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सीसीटीवी या पीटीजेड कैमरों से युक्त एकीकृत निगरानी प्रौद्योगिकी तथा कमांड एवं कंट्रोल प्रणाली के साथ आईआर सेंसर्स और इन्फ्रारेड अलार्म भी स्थापित किए गए हैं।
‘सिपरी’ से जुड़े वरिष्ठ अध्ययनकर्ता पीटर वेजेमेन ने कहा कि एक तरफ जहां पिछले साल हथियारों के आयात में गिरावट दर्ज की गई, वहीं रूस से बढ़ते तनाव के चलते यूरोपीय देशों में हथियार खरीद में तेजी देखी गई।
अभी तक अमेरिका और चीन में एक दूसरे को चेतावनी देने का दौर जारी था। दोनों देशों में ताइवान से लेकर जासूसी गुब्बारे समेत कई अन्य मसलों पर तनाव बना हुआ है। इस बीच जर्मनी ने पहली बार ड्रैगन को कड़ी चेतावनी दी है।
भारत और फ्रांस अपनी रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। ऐसे मौके पर फ्रांस ने भारत की धरती से उसके दुश्मनों को बहुत कड़ा संदेश दिया है। फ्रांस ने कहा है कि वह भारत के साथ ‘कंधे से कंधा मिलाकर’ खड़ा रहेगा।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन की सेना को चीन द्वारा हथियार भेजे जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सबसे पहले अमेरिका ने इस बात का खुलासा किया था कि चीन रूस को चोरी छुपे हथियार भेज रहा है, जिसका इस्तेमाल वह यूक्रेन के खिलाफ कर रहा है। इसके लिए अमेरिका ने चीन को चेतावनी भी दी थी।
यूक्रेन से करीब 1 वर्ष से जारी भीषण युद्ध के बाद भी रूस के हथियारों का जखीरा कम नहीं हुआ है। हालांकि युद्ध के दौरान रूस को टैंकों, हेलीकॉप्टरों, ड्रोन, मिसाइलों और फाइटर जेट समेत अन्य हथियारों का भारी नुकसान हुआ है। उन्नत पश्चिमी हथियारों के दम पर यूक्रेन ने रूस के तमाम टैंकों और मिसाइलों को अब तक ध्वस्त किया है।
बरामद विस्फोटक एवं हथियारों में 4 पिस्तौल, 2 एयर पिस्तौल, 7 मिश्रित मैगजीन, 79 एके सीरीज सहित कुल 107 राउंड गोलियां, 5 डेटोनेटर, 4 हस्त निर्मित कारतूस और 600 ग्राम अज्ञात विस्फोटक आदि शामिल हैं।
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