दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कल अक्षरधाम और पांडव नगर सहित शहर के निचले इलाकों से लोगों को निकालने के लिए चल रहे अभियान का जायजा लिया।
यमुना नदी के खतरे के निशान के पार जाने के एक दिन बाद भी उसके जलस्तर में लगातार वृद्धि होते रहने के कारण आज यहां पुराने यमुना पुल पर यातायात रोक दिया गया।
पानी छोड़े जाने के बाद 40 गांवों में बाढ़ का पानी घुसा। यमुना नदी लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों के मद्देनजर संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
दिल्ली में यमुना नदी लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यहां यमुना के आस-पास के क्षेत्रों के समीप निचले इलाके में रह रहे 1000 से ज्यादा परिवारों को रविवार सुबह तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर जाने के बाद हालात का जायजा लेने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज मुख्य सचिव अंशु प्रकाश सहित अपनी सरकार के आला अधिकारियों के साथ आपात बैठक की।
यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर जाने के बाद हालात का जायजा लेने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज मुख्य सचिव अंशु प्रकाश सहित अपनी सरकार के आला अधिकारियों के साथ आपात बैठक की।
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार कर जाने के कारण कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार किया, बाढ़ का खतरा गहराया
भारी बारिश के बाद यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार किया, बाढ़ का खतरा गहराया
राजधानी दिल्ली और एनसीआर में गुरुवार रात से हो रही बारिश के चलते कई जगहों पर भारी जलभराव हो गया है। जिसकी वजह से आम लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश का यह सिलसिला गुरूवार की रात से लेकर शुक्रवार की सुबह तक जारी रहा।
Heavy rain in Delhi-NCR: हरियाणा में हो रही मूसलाधार बारिश के बाद हथिनीकुंड बैराज से 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो कल देर रात तक यमुना में पहुंच कर दिल्ली में यमुना किनारे रहने वालों के लिये खतरा पैदा कर सकता है।
हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद हरियाणा के यमुना नगर जिले के हथनीकुंड बैराज में जलस्तर गुरुवार को खतरनाक रूप से बढ़ गया।
इंडिया टीवी संवाददाता मनीष झा ने हरियाणा के सोनीपत और आसपास के इलाकों में जाकर यमुना नदी के बेसिन को देखा तो हैरान करने वाली हकीकत सामने आई। वहां यमुना में पानी की एक बूंद तक नहीं हैं। नदी के एक छोर से दूसरे छोर तक जहां कभी नाव से ही पार जाना मुमकिन था। उसे अब पैदल पार किया जा सकता है।
दिल्ली में यमुना नदी का बुरा हाल, बढ़ते प्रदुषण के साथ हो सकती है विलुप्त
मूल रूप से बरेली के रहने वाला ओमप्रकाश बीमार भी है। उन्होंने बताया कि उन्हें सांस की बीमारी है और दाईं जांघ में घाव है। कोई विकल्प नहीं होने के कारण नदी किनारे खुले में रात बिताने के लिए हाथ में कम्बल और शॉल पकड़े कई अन्य लोग भी मिले।
UP: 22 people drown as boat capsizes in Yamuna river Baghpat
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नाव की क्षमता 10-15 की ही थी, लेकिन इसमें करीब 60 लोग सवार थे। जिससे नाव नदी के बीच में जाते ही असंतुलित होकर पलट गई। एनडीआरएफ की टीम भी मेरठ से घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी है।
Janmashtami: Know why river Yamuna is important in Lord Krishna's life | 2017-08-14 12:31:21
संपादक की पसंद