चीन ने कहा है कि वह एनएसजी में भारत की सदस्यता के मुद्दे पर चर्चा में रचनात्मक भूमिका निभाएगा। चीन विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि NSG के सदस्य देशों ने भारत और पाकिस्तान की सदस्यता के मसले पर आनाधिकृत रुप से तीन दौर की चर्चा भी की है।
आपको बता दें कि सोमवार को प्रवक्ता ने कहा था कि सोल में NSG की बैठक के एजेंडा में भारत की सदस्यता का मुद्दा शामिल नही है।
इस बीच भारत के विदेश सचिव एस. जयशंकर परमाणु आपूर्तीकर्ता समूह (NSG) की प्रमुख बैठक से पहले आज सोल रवाना हो गए। बैठक 24 टून को होनी है जिसमें भारत की सदस्यता को लेकर विचार हो सकता है।
चीन लगा रहा है अडंगा लेकिन कहना कि भारत निशाना नही
ग़ौरतलब है कि एक तरफ जहां अमेरिका और कुछ अन्य देश भारत को सदस्य बनाने की पुरज़ोर कोशिश कर रहे हैं वहीं चीन इसका विरोध कर रहा है. चीन का कहना है कि इस समूह में उन देशों को शामिल नहीं किया जा सकता जिन्होंने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। उसकी ये भी दलील है कि अगर भारत को NSG का सदस्य बनाया जाता है तो पाकिस्तान को भी बनाया जाना चाहिए।
प्रवक्ता का कहना है कि चीन किसी देश विशेष को निशाना नहीं बना रहा है, चाहे वह भारत हो या फिर पाकिस्तान। लेकिन परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर न करने वाले देशों को सदस्य बनाने से समस्याएं पैदा होंगी। फिर ईरान को कैसे रोका जाएगा?