
इस्लामाबादः ईरान के परमाणु ठिकानों पर हुए हमले को लेकर सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। यह दावा खोरसान न्यूज के हवाले किया गया है। हालांकि अभी इस पर पाकिस्तान और अमेरिका की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। मगर खोरसान का अगर ये दावा सच है तो इसका मतलब साफ है कि पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मोहरे यानि प्यादे बन गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने अभी पिछले हफ्ते ही पाक आर्मी चीफ को लंच पर बुलाया था। इसके बाद पाकिस्तान से जरूरत पड़ने पर उसके एयरबेस और पोर्ट का इस्तेमाल करने के लिए ट्रंप ने मुनीर से हामी भरवाई थी...और अब य दावा किया जा रहा है कि अमेरिका ने पाकिस्तान के एयर स्पेस का इस्तेमाल ईरान पर हमले में किया है।
बंकर बस्टर बम ने मचाई तबाही
अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर जो हमला किया, उसमें बंकर बस्टर बम का अहम रोल रहा। ईरान के खिलाफ इजरायल के युद्ध में शामिल होते हुए अमेरिका ने ईरान के फोर्दो परमाणु संवर्धन संयंत्र को तबाह करने के लिए अपने बहुचर्चित ‘बंकर-बस्टर’ बम का इस्तेमाल किया। बता दें कि अमेरिका दुनिया का एकमात्र देश है जो सैन्य रूप से घातक इस बम को अत्याधुनिक स्टील्थ बी2 बमवर्षक से गिराने में सक्षम है। ‘बंकर बस्टर’ एक व्यापक शब्द है जिसका उपयोग उन बम का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जिन्हें विस्फोट से पहले सतह को गहराई तक भेदने के लिए डिजाइन किया गया है। अमेरिकी शस्त्रागार में इस श्रेणी का सबसे आधुनिक बम ‘जीबीयू-57 ए/बी मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर’ है।
जमीन से 200 फीट गहराई तक लक्ष्य भेदने में सक्षम
अमेरिकी वायुसेना के अनुसार यह बंकर बस्टर बम लगभग 13,600 किलोग्राम वजनी है। जो सटीक-निर्देशित बम है और 200 फीट से अधिक गहराई में फौलादी तरीके से बनाए गए बंकर को भेदकर उसके अंदर के ढांचे और सामान को नष्ट करने में सक्षम है। अगर इस श्रेणी के बम को एक के बाद एक गिराया जाए तो प्रत्येक विस्फोट के साथ सतह से गहराई तक भेदने की क्षमता बढ़ती जाती है। यह तुरंत पता नहीं चल पाया कि रविवार की सुबह हमले में इस श्रेणी के कितने बम का इस्तेमाल किया गया है।