
मॉस्को/कुर्स्क: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन से युद्ध शुरू होने के बाद 3 साल में पहली बार रूसी कब्जे वाले कुर्स्क क्षेत्र का सोमवार को दौरा किया। पहले इस क्षेत्र में यूक्रेनी सैनिकों ने कब्जा कर लिया था। इस क्षेत्र से यूक्रेनी सेना को खदेड़ने के बाद यह उनका पहला दौरा है। अपने दौरे को दौरान पुतिन ने कहा कि अन्य क्षेत्रों से भी रूस यूक्रेनी सेना को जल्द खदेड़ने के करीब है। बता दें कि यूक्रेन का कुर्स्कह क्षेत्र हाल ही में रूस और यूक्रेन के बीच हुए सैन्य संघर्ष का अहम केंद्र रहा है।
अपने अप्रत्याशित दौरे के दौरान पुतिन ने स्थानीय स्वयंसेवी संगठनों से मुलाकात की और कुर्स्क-2 परमाणु ऊर्जा संयंत्र का निरीक्षण किया। उनके साथ क्रेमलिन के वरिष्ठ अधिकारी सर्गेई किरियेंको और कुर्स्क के कार्यवाहक गवर्नर अलेक्जेंडर खिंश्टीन भी मौजूद थे।
रूसी सेना को दिए सख्त निर्देश
पुतिन ने इस मौके पर कहा, “हमारी सेना कुर्स्क क्षेत्र को पूरी तरह से मुक्त करने के अंतिम चरण में है। शेष यूक्रेनी सैनिकों को जल्द से जल्द पीछे धकेला जाए।” रूसी रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी कि हाल के दिनों में 24 बस्तियों को फिर से नियंत्रण में लिया गया है और लगभग 1,100 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर फिर से कब्जा कर लिया गया है।
यूक्रेनी सैनिकों को बताया ‘आतंकवादी’
राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेनी सैनिकों को "आतंकवादी" करार देते हुए चेतावनी दी कि उन्हें रूसी कानून के तहत आतंकवादियों जैसा ही दर्जा मिलेगा। साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि विदेशी भाड़े के सैनिकों पर जिनेवा कन्वेंशन लागू नहीं होगा। बता दें कि अगस्त 2024 में यूक्रेनी सेनाओं ने कुर्स्क क्षेत्र में एक बड़ा सैन्य अभियान चलाया था, जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से रूस की सीमा पर सबसे बड़ा सैन्य उल्लंघन माना गया। हालांकि, अप्रैल 2025 में रूस ने दावा किया कि उसने कुर्स्क क्षेत्र को पूरी तरह से पुनः नियंत्रण में ले लिया है।
दौरे का उद्देश्य
विश्लेषकों का मानना है कि पुतिन का यह दौरा रूस की सैन्य सफलता को जनता के सामने प्रदर्शित करने और क्षेत्र में फिर से नियंत्रण स्थापित करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है। यह दौरा ऐसे समय हुआ है जब पश्चिमी देशों द्वारा युद्धविराम और वार्ता के प्रयास जारी हैं। (एपी)