पेरिस: फ्रांस की राजधानी पेरिस में प्रसिद्ध लूवर म्यूजियम में एक ऐसी वारदात हो गई, जिसने पूरे देश को शर्मिंदा कर दिया। 4 चोरों ने महज 4 मिनट से भी कम समय में नेपोलियन के दौर के बेशकीमती शाही गहनों पर हाथ साफ कर दिया। इन गहनों में सम्राट नेपोलियन तृतीय की पत्नी महारानी यूजीन के मुकुट, हार, टियारा और हीरों-जड़ित अन्य आभूषण शामिल हैं। चोरों ने म्यूजियम की सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देकर स्कूटर पर भाग निकले, जबकि पुलिस और गार्ड हाथ पर हाथ धरे ताकते रह गए। इस घटना ने न सिर्फ फ्रांस की पुलिस बल की, बल्कि पूरी सुरक्षा व्यवस्था की एक तरह से खिल्ली उड़ाई है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये गहने ब्लैक मार्केट में बेचे जा सकते हैं, जिससे इन्हें वापस पाने की उम्मीद बेहद कम है।
कैसे अंजाम दी गई यह सनसनीखेज डकैती?
रविवार सुबह करीब 09:30 बजे यह सनसनीखेज डकैती की साजिश रंग लाई। म्यूजियम के बाहर एक दीवार के पास सीढ़ी लगी हुई थी और नीचे एक ट्रक खड़ा था। 4 नकाबपोश चोरों ने इस सीढ़ी का सहारा लेकर ऊपर चढ़ाई की और खिड़की तोड़कर लूवर म्यूजियम में घुसपैठ की। वे सीधे अपोलो गैलरी पहुंचे, जहां 19वीं सदी के फ्रांस के सम्राट नेपोलियन तृतीय के जमाने के गहने प्रदर्शित हैं। इनमें महारानी यूजीन का सोने का मुकुट (जिसमें 1,354 हीरे और 56 पन्ने जड़े हैं), टियारा, हार और अन्य बेशकीमती आभूषण शामिल थे।
एक डिस्प्ले विंडो में नेपोलियन तृतीय की मां का मुकुट और गहने भी रखे गए थे। चोरों ने वहां तैनात गार्ड्स को हथियार दिखाकर डरा दिया। फिर एंगल ग्राइंडर का इस्तेमाल कर डिस्प्ले विंडो के कांच काटे और गहने निकाल लिए। कुल 9 वस्तुओं को निशाना बनाया गया, जिनमें से 8 सफलतापूर्वक चुरा ली गईं। चोर सीढ़ी के रास्ते बाहर आए और बाहर खड़े स्कूटर्स पर सवार होकर आसानी से फरार हो गए। इस दौरान न तो कोई सायरन बजा, न गार्ड्स ने शोर मचाया और न ही पुलिस ने उन्हें रोक पाई। चोर सबके सामने फ्रांस के इतिहास से जुड़े इन बेशकीमती गहनों को लेकर गायब हो गए।

'भागते वक्त चोरों का एक मुकुट गिर गया'
हैरानी की बात यह है कि भागते वक्त चोरों का एक मुकुट गिर गया, जो बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया। यह महारानी यूजीन का ही मुकुट था, लेकिन चोरी के दौरान यह क्षतिग्रस्त हो गया। बाकी 7 गहनों में नेपोलियन प्रथम द्वारा अपनी दूसरी पत्नी मैरी-लुईस को शादी का तोहफा दिया गया पन्ना का हार (32 पन्ने और 1,138 हीरे जड़े), क्वीन मैरी-एमेली और क्वीन हॉर्टेंस की सैफायर टियारा, नेकलेस और इयररिंग्स, साथ ही यूजीन का एक बड़ा बो ब्रोच (जिसकी कीमत करीब 67.2 लाख यूरो बताई जा रही है) शामिल हैं। इनकी अनुमानित कीमत करोड़ों यूरो में है, लेकिन विशेषज्ञ इन्हें 'अमूल्य' मानते हैं।
चोरी के तुरंत बाद म्यूजियम के अंदर हड़कंप मच गया। चोरों के बाहर निकलते ही अलार्म बज उठा, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। म्यूजियम ने सभी दरवाजे बंद कर दिए और चारों तरफ हथियारबंद सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए। सोमवार को भी लूवर बंद रहा, जबकि हजारों पर्यटक निराश होकर लौट गए। पुलिस 4 संदिग्धों की तलाश में जुटी है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।

गहनों को ब्लैक मार्केट में बेच सकते हैं चोर
लोगों को आशंका है कि चोर इन गहनों में लगे कीमती पत्थर (हीरे, पन्ने, सैफायर) निकालकर सोने को पिघला देंगे और ब्लैक मार्केट में बेच देंगे। इसलिए इन गहनों को वापस मिलने की उम्मीद बेहद कम है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि चोरों को इनकी पहचान छिपाने के लिए तोड़-फोड़ना पड़ेगा, जिससे फ्रांस का ऐतिहासिक नुकसान और गहरा हो जाएगा। फ्रांस सरकार इस घटना से बेहद शर्मिंदा है। संस्कृति मंत्री रैचिडा दाटी ने सफाई देते हुए कहा कि ये बहुत तैयारी के साथ की गई चोरी थी।
मंत्री ने स्वीकार किया कि इतने कम समय में चोरों ने सुरक्षा एजेंसियों को प्रतिक्रिया देने का मौका ही नहीं दिया। उन्होंने कहा कि चोरों ने महीनों की रेकी की होगी और म्यूजियम के हर कोने की जानकारी थी। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी इस पर चुप्पी नहीं साधी। उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट कर कहा, 'यह फ्रांस की सांस्कृतिक विरासत पर हमला है। हम हर संभव प्रयास करेंगे कि ये रत्न वापस लाए जाएं।' मैक्रों सरकार पर विपक्ष ने निशाना साधा है कि म्यूजियम की सुरक्षा 'भगवान भरोसे' है। नेपोलियन के शाही गहनों की चोरी ने पूरे यूरोप में फ्रांस की फजीहत कराई है।
कौन हैं चोर, और सुरक्षा में कहां चूक?
यह चोरी फिल्मों जैसी लगती है, लेकिन हकीकत में यह फ्रेंच सिक्योरिटी के लिए बड़ा अपमान है। विशेषज्ञों का मानना है कि चोर पेशेवर गिरोह से हैं, जिन्होंने पहले से ही योजना बनाई थी। पुलिस का कहना है कि अलार्म तो बजा, लेकिन चोर इतने तेज थे कि कोई रोकटोक नहीं हो सकी। अब सवाल उठ रहे हैं कि दुनिया के सबसे बड़े आर्ट म्यूजियम में ऐतिहासिक गहनों की हिफाजत के लिए क्या इंतजाम थे? क्यों चोरों को इतनी आसानी से हाथ साफ करने का मौका मिला? फ्रांस की विरासत को संभालने वाली व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस ने चोरों की तलाश तेज कर दी है, लेकिन इतिहास गवाह है कि ऐसी चोरियां अक्सर अनसुलझी रह जाती हैं। अब फ्रांस को न सिर्फ अपनी सुरक्षा मजबूत करनी होगी, बल्कि पर्यटकों का भरोसा भी बहाल करना होगा।


