वाशिंगटनः स्पेसएक्स ने उस अंतरिक्ष यान की पहली तस्वीर एक्स पर शेयर की है, जिसे भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला लेकर अंतरिक्ष में आगामी 10 जून को उड़ान भरेंगे। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर उड़ान भरने के लिए तैयार स्पेसएक्स का ड्रैगन अंतरिक्ष यान पूरी तरह से तैयार है। शुभांशु शुक्ला के साथ ही साथ पूरे देश के लिए वे पल बेहद खास होने वाले हैं। वह इस यान के पायलट के रूप में मिशन का नेतृत्व करेंगे। उन्हें इस मिशन के लिए स्पेसएक्स और Axiom Space द्वारा विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। यान पूरी तरह स्वचालित है, लेकिन शुक्ला लॉन्च और डॉकिंग प्रक्रियाओं की निगरानी की जिम्मेदारी संभालेंगे।
क्या है स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल का प्लान
स्पेस एक्स का यह अंतरिक्ष यान चार Ax-4 अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अंतरिक्ष में जाएगा और फिर सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लौटेगा। बता दें कि यह ड्रैगन स्पेसक्रॉफ्ट फ्लोरिडा स्थित पैड 39A के हैंगर में अपने पहले मिशन को अंजाम देने से पहले पहुंच चुका है। इस नये विकसित ड्रैगन अंतरिक्ष यान को स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रीयूजेबल रॉकेट के जरिए 10 जून को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। इस मिशन का नेतृत्व Axiom Space कर रही है और इसमें अमेरिका, भारत, पोलैंड और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं।
कौन हैं शुभांशु शुक्ला जिन्हें मिला इतना बड़ा जिम्मा
शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और इसरो के अंतरिक्ष यात्री हैं, जो 40 वर्षों बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर उड़ान भरने वाले दूसरे भारतीय बनेंगे। वे Axiom Mission 4 (Ax-4) के तहत 10 जून 2025 को स्पेसएक्स के ड्रैगन यान से ISS के लिए रवाना होंगे। शुभांशु का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सिटी मोंटेसरी स्कूल से लखनऊ में ही हुई। उन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध से प्रेरित होकर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) की परीक्षा दी और सफल रहे। 2005 में NDA से स्नातक होने के बाद, उन्होंने भारतीय वायुसेना में जून 2006 में फाइटर पायलट के रूप में कमीशन प्राप्त किया।
वायुसेना में शुभांशु का करियर
शुभांशु शुक्ला एक अनुभवी टेस्ट पायलट और कॉम्बैट लीडर हैं, जिनके पास विभिन्न विमानों पर 2,000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव है। वह Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, Jaguar, Hawk, Dornier 228 और An-32 उड़ा चुके हैं। उन्होंने 2019 में विंग कमांडर और मार्च 2024 में ग्रुप कैप्टन के पद पर पदोन्नति प्राप्त की।
गगनयान मिशन में भी शामिल
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 2019 में शुभांशु शुक्ला को भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन "गगनयान" के लिए चयनित किया। उन्होंने रूस के यूरी गागरिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में एक वर्ष की कठोर प्रशिक्षण प्राप्त की और बाद में बेंगलुरु में ISRO के अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण जारी रखा। 2024 में, उन्हें गगनयान मिशन के लिए आधिकारिक रूप से घोषित किया गया।