मिलिए दुर्गम पहाड़ों के कर्मयोगी से, जिसने बदल दिया पढ़ने-पढ़ाने का तरीका, हर कोई करता है तारीफ
राष्ट्रीय | May 11, 2020, 06:28 PM IST
भास्कर निष्काम कर्मयोगी की तरह दुर्गम गांव में रहकर बच्चों को मनोयोग से पढ़ा रहे हैं, उनकी इस साधना का अहसास न सिर्फ जिला प्रशासन बल्कि केंद्रीय सरकार को भी है। भास्कर जोशी कई पुरस्कारों से नवाज़े जा चुके हैं।