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महागठबंधन की बंदरबांट में फंस गए वीआईपी प्रत्याशी, रद्द हुआ नामांकन, अब निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे

गणेश भारती कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट से वीआईपी उम्मीदवार हैं। उनका नामांकन रद्द हो चुका है। वह अब निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। इसका नुकसान महागठबंधन को होगा।

Edited By: Shakti Singh
Published : Oct 18, 2025 11:16 pm IST, Updated : Oct 18, 2025 11:16 pm IST
Ganesh Bharti- India TV Hindi
Image Source : REPORTER INPUT गणेश भारती

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महागठबंध के अंदर जो बंदरबांट चल रही है, उसके साइड इफेक्ट नजर आने शुरू हो गए हैं। कई सीटों पर गठबंधन के दल आपस में लड़ रहे हैं। वहीं, कई सीटों पर उनका कोई उम्मीदवार नहीं बचा है। दरभंगा जिले की कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट से विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के टिकट पर नामांकन करने वाले गणेश भारती का नामांकन रद्द हो गया है। नामांकन रद्द होने के बाद अब वे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरेंगे।

गणेश भारती पहले राजद (राष्ट्रीय जनता दल) से कुशेश्वरस्थान सीट से चुनाव लड़ने वाले थे। उन्हें राजद ने टिकट भी दे दिया था, लेकिन बाद में महागठबंधन में सीट बंटवारे के समीकरण बदल गए। तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी के बीच हुई बातचीत के बाद दरभंगा जिले की कुशेश्वरस्थान, गौड़ाबौराम और दरभंगा नगर सीटें वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) के खाते में चली गईं।

क्यों रद्द हुआ नामांकन?

राजद का सिंबल बदलने के बाद भी गणेश भारती को मजबूरी में वीआईपी प्रत्याशी बनाया गया। जानकारी के मुताबिक, मुकेश सहनी ने उन्हें बिरौल बुलाकर वीआईपी का सिंबल दिया और उन्होंने उसी आधार पर नामांकन दाखिल किया। लेकिन नामांकन की जांच के दौरान यह पाया गया कि पार्टी सिंबल पत्र पर वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के हस्ताक्षर नहीं थे, जिसके चलते निर्वाचन पदाधिकारी ने उनका नामांकन रद्द कर दिया।

महागठबंधन को हो सकता है नुकसान

अब गणेश भारती दो सेट में दाखिल किए गए नामांकन के आधार पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में रहेंगे। इस प्रकार कुशेश्वरस्थान सीट से महागठबंधन का कोई भी प्रत्याशी अब नहीं बचा है। स्थानीय मतदाताओं का मानना है कि इससे जदयू उम्मीदवार अतिरेक कुमार को सीधा फायदा मिलेगा। स्थानीय स्तर पर बताया जा रहा है कि लोग सिंबल देखकर वोट डालते हैं, ऐसे में महागठबंधन का सिंबल न रहने से समीकरण पूरी तरह बदल गया है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यह बड़ी चूक महागठबंधन को भारी नुकसान पहुंचा सकती है।

कौन हैं गणेश भारती?

गणेश भारती के बारे में जानकारी मिली है कि वे मैट्रिक पास हैं, जबकि जदयू प्रत्याशी अतिरेक कुमार की उम्र 42 वर्ष है, वे ग्रेजुएट हैं और पिछड़ी जाति से आते हैं। उनके पिता पूर्व में कांग्रेस में मंत्री रह चुके हैं। पिछली बार अतिरेक कुमार कांग्रेस टिकट पर मैदान में थे, लेकिन इस बार आचार संहिता लागू होने से पूर्व वे जदयू में शामिल होकर टिकट प्राप्त करने में सफल रहे। 

2 उम्मीदवारों के नामांकन रद्द

स्थानीय निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुशेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र में कुल 11 प्रत्याशियों के नामांकन स्वीकार किए गए हैं, जबकि 2 प्रत्याशियों के नामांकन रद्द कर दिए गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि गणेश भारती का नामांकन रद्द होना न सिर्फ वीआईपी, बल्कि पूरे महागठबंधन के लिए बड़ा झटका है। अब इस सीट पर मुकाबला जदयू प्रत्याशी अतिरेक कुमार के पक्ष में एकतरफा होता दिख रहा है।

(दरभंगा से जितेंद्र कुमार की रिपोर्ट)

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