Thursday, May 16, 2024
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दो साल पहले की थी महिला पुलिसकर्मी की हत्या, अब जाकर गिरफ्तार हुआ दिल्ली पुलिस का आरोपी हेडकांस्टेबल

पुलिस ने आरोपी की बताई जगह पर पीड़िता के कंकाल के अवशेष बरामद किए। इन अवशेषों को आगे की जांच के लिए पुलिस हिरासत में ले लिया गया है, जिसमें पुष्टि के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग भी शामिल है।

Sudhanshu Gaur Edited By: Sudhanshu Gaur @SudhanshuGaur24
Updated on: October 01, 2023 23:49 IST
delhi- India TV Hindi
Image Source : FILE अपराध

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस को एक हत्या के मामले में दो साल बाढ़ सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने एक महिला कांस्टेबल की कथित हत्या और उसके शरीर के अवशेषों को नाले के पास गड्ढे में छिपाने के मामले में एक पुलिसकर्मी को ही गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस के अधिकारी बताया कि इस मामले में दिल्ली पुलिस के ही एक हेडकांस्टेबल को दो साल बाद गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में स्‍पेशल सीपी (क्राइम) रवींद्र सिंह यादव ने बताया कि आरोपी हेडकांस्टेबल सुरेंद्र सिंह राणा (42) की निशानदेही के बाद पीड़िता का कंकाल दो साल बाद बरामद किया गया।

उन्‍होंने कहा, "20 अक्टूबर, 2021 को मुखर्जी नगर पुलिस स्टेशन में एक 28 वर्षीय महिला के बारे में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी, जो 8 सितंबर, 2021 से लापता थी। स्थानीय पुलिस ने लापता महिला का पता लगाने के लिए कड़ी मेहनत की थी, लेकिन दुर्भाग्य से उसका पता नहीं चल सका। उस समय महिला को यूपी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के रूप में चुना गया था और वह सक्रिय रूप से सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी, जिसके कारण उसने दिल्ली पुलिस से इस्तीफा दे दिया।" उन्होंने बताया कि बाद में उसके परिवार के अनुरोध पर मामला दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया, जहां पुलिस आयुक्त जांच की निगरानी कर रहे थे।

पीड़िता के परिजनों को गुमराह करने वाली कॉल की गई थीं

पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि पीड़िता के परिजनों को गुमराह करने वाली कॉल की गई थीं। ऐसी ही एक कॉल का पता लगाया गया था। आगे की पूछताछ से पता चला कि राजपाल नाम के एक व्यक्ति ने फर्जी सिम कार्ड खरीदा था और उसने रविन नाम के एक व्यक्ति के कहने पर ऐसा करने की बात कबूल की। रविन से पूछताछ में पता चला कि वह राणा का बहनोई था, जिसके लापता महिला के साथ करीबी रिश्ते होने की जानकारी थी। गहन पूछताछ करने पर राणा ने पीड़िता की हत्या में शामिल होने की बात कबूल कर ली।

 8 सितंबर, 2021 को दोनों के बीच हुई थी तीखी बहस 

स्पेशल सीपी ने बताया कि जांच के दौरान आरोपी ने बताया कि मृतक वह लड़की को 2018 से जानता था, जब वे दोनों पीसीआर यूनिट में तैनात थे। समय के साथ उनके बीच गहरी दोस्ती हो गई थी। हालांकि, 2021 में उनके रिश्ते में खटास आ गई, क्योंकि पीड़िता ने उसकी मांगों को मानने से इनकार कर दिया, जिसके कारण 8 सितंबर, 2021 को तीखी बहस हुई। इसके बाद वह पीड़िता को बुराड़ी पुश्ता ले गया, जहां उसने उसका गला घोंट दिया और बाद में उसे पास के नाले में डुबो दिया।

नाले में फेंका और शव के ऊपर रख दिया पत्थर 

उन्होंने बताया कि शव को दोबारा सतह पर आने से रोकने के लिए उसने उस पर पत्थर रख दिए। आगे की जांच से पता चला कि 11 नवंबर, 2021 को राणा ने अपने बहनोई से अलग-अलग फोन नंबरों का उपयोग करके पीड़िता के परिवार के सदस्यों को कॉल कराई, और पीड़िता के बारे में गलत जानकारी दी। उन्होंने यहां तक दावा किया कि वह शादीशुदा है और पंजाब में रह रही है। राणा के निर्देशों के अनुसार रविन ने पीड़िता के परिवार को कई बार फोन किया और कहा कि वह पंजाब के विभिन्न स्थानों में उसके साथ खुशी से रह रही है।

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