नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत अपनी शानदार एक्टिंग के अलावा अपने बेबाक बयानों की वजह से भी जानी जाती हैं। कंगना देश में चल रहे हर मुद्दे पर अपने विचार रखती हैं। अब कंगना रनौत ने कश्मीरी पंडितों पर होने वाले अत्याचार पर भी अपनी टिप्पणी दी है। हाल ही में कश्मीर में ग्राम सरपंच अजय की हत्या पर कंगना गुस्से में हैं और उन्होंने हत्या की कड़ी निंदा करने के साथ ही बॉलीवुड सितारों पर निशाना साधा है।
कंगना रनौत ने बॉलीवुड को निशाने पर लेकर कहा-जब बॉलीवुड के लोगों को कोई एजेंडा होता है तब तो वो लोग हाथों में मोमबत्ती लेकर, कार्ड्स लेकर निकल पड़ते हैं सड़कों पर, वैसे ये किसी की मदद के लिए नहीं आते। कंगना ने अजय पंडित की निर्मम हत्या को लेकर इंसाफ की मांग की और दोषियों पर करवाई की प्रधानमंत्री से गुहार लगाई।
वर्क फ्रंट की बात करें तो हाल ही में कंगना ने अपने नए प्रोजेक्ट को लेकर अनाउंसमेंट की है। वो 'अपराजित अयोध्या' फिल्म को डायरेक्ट करेंगी, जिसे केवी विजयेंद्र प्रसाद ने लिखा है, जो बाहुबली सीरीज और मणिकर्णिका फिल्म की स्क्रिप्ट लिख चुके हैं। ये मूवी प्रसिद्ध राम मंदिर के मामले के इर्दगिर्द है, जिसका कंगना निर्देशन करती नजर आएंगी।
ये फिल्म कंगना रनौत के प्रोडक्शन हाउस के तहत प्रोड्यूस होगी। एक्ट्रेस ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा, 'मेरे लिए फिल्म निर्देशित करने की योजना नहीं थी। मैंने इसे एक परियोजना के रूप में शुरू किया था, जिसे मैंने अवधारणा स्तर से काम किया था। मैं इसे प्रोड्यूस करना चाहती थी, जबकि निर्देशन की भूमिका कोई और निभाता। मैं उस समय काफी बिजी थी। इसके डायरेक्शन के बारे में सोचने के लिए समय नहीं था, लेकिन केवी विजयेंद्र प्रसाद ने जो स्क्रिप्ट शेयर की थी, वह एक बड़े कैनवास पर सेट की गई फिल्म थी। कुछ हद तक ऐतिहासिक फिल्म की तर्ज पर, जिसे मैंने पहले निर्देशित किया था। मेरे सहयोगी साथी भी उत्सुक थे कि मैं इसे निर्देशित करूं। आखिरकार, मुझे भी लगा कि अगर मैं इस फिल्म को पसंद करती हूं तो शायद यह सबसे अच्छा हो। तो, यह सब व्यवस्थित रूप से हुआ।'
बतौर इंडिपेंडेंट डायरेक्टर ये कंगना रनौत का पहला प्रोजेक्ट होगा, लेकिन वो बिल्कुल भी नर्वस नहीं हैं। उन्होंने कहा- 'ये मुझे नर्वस नहीं करता। ये कठिन होता है, जब आपको किसी और के विजन को आगे बढ़ाना होता है। इसमें कहीं ना कहीं खुद का विजन भी मिल जाता है। इस मामले में मैंने इस मूवी के तल्लीनता से काम किया है। एक बार विचारों में स्पष्टता आने के बाद सब कुछ सरल हो जाता है।'