
देश के सबसे चर्चित शो 'आप की अदालत' के मंच पर इस बार बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान पहुंचे। इस खास एपिसोड में आमिर ने न सिर्फ अपने फिल्मी करियर की बातें कीं, बल्कि कई संवेदनशील मुद्दों पर भी खुलकर अपनी राय रखी। इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के तीखे सवालों का आमिर ने बेझिझक और बेबाकी से जवाब दिया। कई राष्ट्रीय मुद्दों पर उठे तीखें सवालों के बीच आमिर खान ने फिल्मी किस्सों के साथ पर्सनल लाइफ के किस्से भी साझा किए। एक्स वाइफ किरण राव से नाराजगी से लेकर जूही चावला से हुए झगड़े पर उन्होंने बात की और अपनी एक ऐसी आदत का खुलासा किया जिसके बारे में कम ही लोग जानते होंगे।
आमिर की ये आदत है बड़ी खराब
आमिर खान ने बताया कि एक समय ऐसा था जब वो लोगों से नाराज होने के बाद लंबे अरसे तक बात नहीं करते थे। वो लोगों की गलतियों को पकड़ लेते थे और माफ नहीं करते थे। एक्टर ने ये भी स्वीकार किया ऐसा करना सही नहीं था और उनका ये रवैया काफी गलत था। एक्टर की इस आदत का खामियाजा उनकी पत्नी किरण राव को भी झेलना पड़ा, यहां तकल की एक्ट्रेस जूही चावला इसका शिकार हुईं और 7 साल तक दोनों के बीच बातचीत बंद रही। इस बारे में आमिर ने आप की अदालत में बात की और बताया कि वो इस आदत से छुटकारा पाने के लिए थेरेपी ले रहे थे।
पत्नी से चली थी आमिर की नाराजगी
जब रजत शर्मा ने पूछा कि उन्होंने अपनी पूर्व पत्नी किरण राव से क्यों झगड़ा किया और कई दिनों तक उनसे बात नहीं की तो आमिर खान ने जवाब दिया, 'दरअसल मैं कम झगड़ा करता हूं। झगड़ा करना मेरे स्वभाव में नहीं है। जब कोई मुझे दुख पहुंचाता है, या मेरा दिल तोड़ता है तो मैं चुप हो जाता हूं। जैसे मेरे चारों तरफ स्टील के दरवाजे खड़े हो जाते हैं, मैं बोलना बंद कर देता हूं, न ही सुनता हूं और न ही जवाब देता हूं। मैं खुद को पूरी तरह से अलग कर लेता हूं। जब मुझे बहुत ज्यादा दर्द होता है और मैं आहत होता हूं तो मैं किसी से बात करना स्वीकार नहीं कर पाता। मैं खुद को उस व्यक्ति से अलग कर लेता हूं। मैं मानता हूं, यह अच्छा नहीं है। इंसान गलतियां करता है और अगर कोई गलती करता है तो उसे माफ कर देना चाहिए। माफी से बढ़कर कुछ नहीं है।'
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जूही से नहीं की 7 साल बात
इसी कड़ी में रजत शर्मा ने एक और सवाल पूछा, 'आपने 7 साल तक जूही चावला से बात नहीं की?' इसके जवाब में आमिर खान बोले, 'मैंने जूही चावला से 7 साल तक बात नहीं की। यह बचपना है, अहंकार है कि मैं सही हूं और दूसरा गलत है। माफ न करना भी गलत है। मैं मानता हूं कि यह मेरी गलती थी और मैंने थेरेपी शुरू कर दी थी। बहुत ज्यादा आलोचनात्मक और माफ न करने वाला होना अच्छा नहीं है। मैंने धीरे-धीरे यह सीखना शुरू किया।'