
देश के मशहूर और लोकप्रिय टीवी शो 'आप की अदालत' में आज बॉलीवुड के सुपरस्टार आमिर खान बतौर मेहमान आए। फिल्मों के जरिए देश और दुनिया के अलग-अलग कोने में अपनी छाप छोड़ने वाले आमिर खान न सर्फ अभिनेता हैं, बल्कि सफल निर्माता और निर्देशक भी हैं। हमेशा लाइमलाइट में रहने वाले एक्टर ने आज के एपिसोड में दिल खोलकर बात की है। उन्होंने अपनी निजी जिंदगी से जुड़े खुलासों के साथ ही राजनीतिक मुद्दों पर भी बात की और अपना पक्ष साफ किया है। इस एपिसोड में इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा ने आमिर खान से कई तीखे और चुभते सवाल पूछे।
आमिर खान ने किया फैंस से प्रॉमिस
पाकिस्तान, चीन, तुर्की, ऑपरेशन सिंदूर जैसे मुद्दों के जवाब के साथ ही आमिर खान ने अपनी जिंदगी से जुड़ा एक रिगरेट भी उजागर किया, जिसे बताते हुए वो रो पड़े। आंखों से आंसू पोछते हुए उन्होंने बताया कि 18 साल फिल्मों में काम करने के बाद उन्होंने एक्टिंग छोड़ने का मन बना लिया था। वो डिप्रेशन में रहे, लेकिन परिवार के लाख समझाने के बाद उन्होंने ये तय किया कि वो एक्टिंग की दुनिया से दूर नहीं जाएंगे। इतना ही नहीं आप की अदालत में उन्होंने दर्शकों और अपने फैंस से वादा किया कि वो कभी भी फिल्मों से दूर नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा, 'मैं इस शो में वादा करना चाहता हूं कि मैं कभी भी फिल्म इंडस्ट्री नहीं छोडूंगा। आज मैं जो कुछ भी हूं, अपने चाहने वालों के प्यार की वजह से हूं। मैं सभी का आभारी हूं। मुझे यह सब देने के लिए मैं भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं। मैं अपने देश, अपनी मिट्टी और अपने लोगों का आभारी हूं।'
यहां देखें वीडियो
ये सोच कर परेशान हो गए थे आमिर खान
जब रजत शर्मा ने पूछा कि उन्होंने फिल्में छोड़ने का फैसला क्यों किया तो आमिर खान ने जवाब दिया, 'जब मैं कोविड महामारी के दौरान अपने घर में कैद था तो मैंने सोचना शुरू किया। मैंने फिल्म इंडस्ट्री में 18 साल की उम्र से काम किया था। मैंने एक सहायक निर्देशक के रूप में काम करना शुरू किया और चार साल बाद, मैं एक अभिनेता बन गया। मेरे जीवन के ये सभी 38 साल जुनून, जादू और रचनात्मकता के प्रति दीवानगी से भरे थे और मैं 56 साल का था। मैं सोचने लगा कि मैंने अपने परिवार, अपने बच्चों, अपनी 'अम्मी', अपने भाई-बहनों के साथ क्या किया। मैंने इन बीते इन सालों में उन्हें कोई समय नहीं दिया। जब मुझे इसका एहसास हुआ तो मैं तीन दिनों के लिए डिप्रेशन में चला गया।
मन में खड़े हो गए थे कई सवाल
इसी कड़ी में आमिर खान आगे कहता हैं, 'मुझे खुद पर गुस्सा आया। उस समय तक मेरे बच्चे बड़े हो गए थे। आयरा 23 साल की हो गई थी और जुनैद 28 साल का था। यह चार साल पहले की बात है। मुझे यह भी नहीं पता था कि जब वे बच्चे थे तो वे क्या चाहते थे या क्या सपने देखते थे। उनके सपने, उनके डर क्या थे? उनकी असुरक्षा, उनके चाहत क्या थी? मैंने कभी ध्यान नहीं दिया।' आमिर ने आगे कहा, 'मैं अपना सारा समय अपने निर्देशकों के साथ बिताता था। मुझे पता था कि वे क्या चाहते थे आशुतोष गोवारीकर के सपने, उनकी असुरक्षाएं, लेकिन मुझे अपने बच्चों के बारे में कुछ नहीं पता था।'
मैंने अपना कर्तव्य नहीं निभाया!
इस दौरान उनकी आंखें भर आईं और आंसू पोछते हुए आमिर खान ने आगे कहा, 'फिर मैंने तय किया कि मैं अब और फिल्में नहीं करूंगा और अपना सारा समय अपने बच्चों और परिवार के साथ बिताऊंगा। कोविड के दौरान, फिल्म लाल सिंह चड्ढा आधी-अधूरी रह गई थी। मैंने तय किया कि मैं उसके बाद कोई और फिल्म नहीं करूंगा। मैंने अपने परिवार को बताया और माफी मांगी। उन्होंने मुझसे कहा, तुम खुद पर बहुत ज्यादा सख्त हो रहे हो। एक पिता के तौर पर तुम काफी अच्छे थे, लेकिन मुझे लगा कि मैंने अपना कर्तव्य नहीं निभाया।'
इस तरह माने आमिर खान
इस बात के अंत में आमिर कहते हैं, 'कोविड आने से पहले, मैंने आरएस प्रसन्ना (सितारे जमीन पर के निर्देशक) से वादा किया था कि मैं उनकी फिल्म करूंगा। मैंने उन्हें चेन्नई से फोन किया और कहा कि वे कोई दूसरा एक्टर ले लें। मैं न प्रोड्यूस करूंगा, न एक्टिंग करूंगा। जुनैद और आयरा ने मुझसे कहा कि आप परेशान लग रहे हो, आप पहले ही हमारे साथ आठ महीने बिता चुके हैं। आप शायद हमारे साथ 24 घंटे रहना चाहते हों, लेकिन अब हम बड़े हो गए हैं। हमारी अपनी जिंदगी है। जुनैद ने मुझसे कहा, 'पापा, आप एक अतिवादी बन गए हो। एक पेंडुलम की तरह, आपने अपना सारा समय फिल्मों में बिताया और अब आप अपना सारा समय हमारे साथ बिताना चाहते हो। संयम के लिए एक बीच का रास्ता है। किरण (आमिर की पूर्व पत्नी) रो पड़ीं। उन्होंने मुझसे कहा, 'तुम सिनेमा की संतान हो, अगर तुम फिल्में छोड़ोगे तो तुम हमें भी छोड़ दोगे। तुम्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।' उन तीनों ने आखिरकार मुझे फिल्में न छोड़ने के लिए मना लिया।