फिल्मों में एंट्री के बाद ही हसीनाओं के पैर जमीन पर नहीं पड़ते। कई हीरोइनें सही दिशा पकड़कर करियर में आगे बढ़ती हैं तो कई गलत राह पर चल पड़ती हैं और उनके नाम गैरकानूनी कामों में सामने आते हैं। फेमस होने के बजाए उनके करियर पर यहीं से ब्रेक लग जाता है। विवादों में उलझकर उनकी जिंदगी पटरी से उतर जाती हैं। आज ऐसी ही एक हसीना के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जिस पर जिस्मफरेशी के धंधे में लिप्त होने का दाग लगा और फिर ये बर्बादी का आलम देखा, जेल की हवा खाई और फिर राजनीति से वापसी की। यह कहानी है साउथ फिल्म इंडस्ट्री की एक चर्चित और बेहद खूबसूरत एक्ट्रेस भुवनेश्वरी की, जिन्होंने कई फिल्मों और टीवी शोज में यादगार भूमिकाएं निभाईं। उन्होंने टीवी शो ‘गोकुलम वीदू’ में एक निगेटिव किरदार निभाकर ऐसी पहचान बनाई कि वह हर घर में जानी जाने लगीं। इस शो की लोकप्रियता के बाद उन्हें अक्सर इसी तरह के रोल मिलने लगे।
इस फिल्म से की करियर की शुरुआत
भुवनेश्वरी की पहली फिल्म ‘कुरकुरे’ थी, जिसमें उन्होंने बतौर लीड हीरोइन काम किया था। लेकिन उनका करियर उस वक्त अचानक विवादों में घिर गया जब साल 2009 में उनकी गिरफ्तारी की खबर सामने आई। पुलिस ने उन्हें उनके घर से गिरफ्तार किया और आरोप था कि वे जिस्मफरोशी रैकेट से जुड़ी हुई हैं और दो मॉडल्स को जबरदस्ती इस धंधे में धकेलने की कोशिश कर रही थीं। उनके साथ चार अन्य लोग भी पकड़े गए थे। गिरफ्तारी के बाद भुवनेश्वरी ने इमोशनल होकर मीडिया से कहा कि अगर पुलिस राजनीतिक दबाव में न हो तो वह कई नामचीन एक्ट्रेसेज के नाम उजागर करने को तैयार हैं, जो इस धंधे से जुड़ी हुई हैं।
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क्या था भुवनेश्वरी का दावा?
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस को भुवनेश्वरी के मोबाइल फोन से कई चौंकाने वाली जानकारियां मिली थीं, जिनमें नेताओं और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से उनके संबंधों के संकेत मिले थे। उनके पड़ोसियों ने ही कुछ संदिग्ध गतिविधियों को देखकर पुलिस में शिकायत की थी, जिसके बाद यह कार्रवाई हुई। भुवनेश्वरी का कहना था कि वे निर्दोष हैं और उन्हें तब गिरफ्तार किया गया जब वे अपने दोस्तों के साथ थीं। उन पर आरोप लगे कि उन्होंने देह व्यापार से करोड़ों की कमाई की और एक बड़े नेता के बेटे को ब्लैकमेल कर 50 करोड़ रुपये वसूले। हालांकि ये आरोप कभी साबित नहीं हो सके।
राजनीति से की वापसी
इस विवाद के बाद भुवनेश्वरी का फिल्मी करियर जरूर प्रभावित हुआ, लेकिन उन्होंने एक्टिंग से कभी दूरी नहीं बनाई। करीब तीन साल तक चुप्पी साधे रहने के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा। उन्होंने ‘ऑल इंडिया मूवेंदर मुन्नानी कजागम’ पार्टी की महिला विंग की अध्यक्षता संभाली और खुद पर लगे आरोपों को एक गहरी साजिश बताया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। बाद में अदालत ने उन्हें इन सभी आरोपों से बरी कर दिया। भुवनेश्वरी को लेकर यह भी चर्चा रही कि वे अपनी जिंदगी पर एक फिल्म बनाना चाहती थीं, कुछ हद तक ‘द डर्टी पिक्चर’ की तरह। खबरें थीं कि उन्होंने इसकी स्क्रिप्ट तैयार कर कई निर्माताओं से मुलाकात भी की थी। आज 50 वर्ष की उम्र में भुवनेश्वरी एक ऐसी महिला हैं, जिन्होंने विवादों और आरोपों के बावजूद हार नहीं मानी और लगातार अपनी पहचान बनाए रखी।