Friday, March 29, 2024
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मेक इन इंडिया का बेहतरीन नमूना है पहला स्वदेश निर्मित एयरक्राफ्ट कैरियर ‘विक्रांत’: मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के पहले स्वदेश निर्मित एयरक्राफ्ट कैरियर ‘विक्रांत’ को ‘मेक इन इंडिया’ का बेहतरीन नमूना बताया और इसके समुद्री परीक्षण की ऐतिहासिक उपलब्धि पर नौसेना को बधाई दी। विक्रांत का समुद्र में बहुप्रतीक्षित परीक्षण बुधवार को शुरू हो गया।

IndiaTV Hindi Desk Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: August 04, 2021 22:47 IST
Indigenous Aircraft Carrier 'Vikrant' is a wonderful example of  make in india: Modi- India TV Hindi
Image Source : TWITTER-@NARENDRAMODI PM मोदी ने भारत के पहले स्वदेश निर्मित एयरक्राफ्ट कैरियर ‘विक्रांत’ को ‘मेक इन इंडिया’ का बेहतरीन नमूना बताया।

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के पहले स्वदेश निर्मित एयरक्राफ्ट कैरियर ‘विक्रांत’ को ‘मेक इन इंडिया’ का बेहतरीन नमूना बताया और इसके समुद्री परीक्षण की ऐतिहासिक उपलब्धि पर नौसेना को बधाई दी। विक्रांत का समुद्र में बहुप्रतीक्षित परीक्षण बुधवार को शुरू हो गया। यह देश में निर्मित सबसे बड़ा और विशालकाय युद्धपोत है। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारतीय नौसेना द्वारा डिजायन किए गए और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत ने आज अपना पहला समुद्री परीक्षण आरंभ किया। यह मेक इन इंडिया का बेहतरीन नमूना है। भारतीय नौसेना और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर बधाई।’’ 

विक्रांत को इसके विमानन परीक्षण पूरे करने के बाद, अगले साल की दूसरी छमाही में भारतीय नौसेना में शामिल किए जाने की उम्मीद है। इसे करीब 23,000 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया है। इसका वजन 40,000 टन है। यह एयरक्राफ्ट कैरियर करीब 262 मीटर लंबा और 62 मीटर चौड़ा है। इस पर 30 लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर तैनात किए जा सकते हैं। एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रांत पर मिग-29के लड़ाकू विमानों और केए-31 हेलिकॉप्टरों का एक बेड़ा तैनात किया जाएगा।

भारत इसके साथ ही उन चुनिंदा देशों में शुमार हो गया है, जिनके पास स्वदेश में डिजाइन करने, निर्माण करने और अत्याधुनिक एयरक्राफ्ट कैरियर तैयार करने की विशिष्ट क्षमता है। विक्रांत को कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड ने बनाया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी विक्रांत के समुद्र में उतरने को आत्मनिर्भरता के लिए देश के अडिग प्रण की सच्ची गवाही बताया है। 

उन्होंने कहा कि कोरोना के बावजूद भी सच्चे समर्पण और सभी स्टेकहोल्डर्स की प्रतिबद्धता की वजह से यह ऐतिहासिक मील का पत्थर हासिल हुआ है। इंडियन नेवी के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने भी कहा कि आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया पहल में यह एक गौरवान्वित करने वाला और ऐतिहासिक क्षण है। खास बात यह है कि 'विक्रांत' नाम के ही एक एयरक्राफ्ट कैरियर ने 50 साल पहले 1971 के भारत-पाक युद्ध में हिंदुस्तान की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।

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