नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक ने जनधन खातों से एक महीने में अधिकतम 10,000 रुपया तक निकालने की सीमा तय कर दी है। केंद्रीय बैंक ने यह कदम नोटबंदी के बाद ग्रामीणों के बैंक खाते में अवैध ढंग से अपना काला धन जमा कराने वालों से बचाने के लिए उठाया है।
आरबीआई ने कहा है कि अगर किसी खाताधारक को महीने में दस हजार से ज्यादा निकालना है तो उसे अपनी जरुरतों का पूरा ब्यौरा देना होगा कि वह इन पैसों का कहा इस्तेमाल करेगा। गौर हो कि नोटबंदी के फैसले के बाद जनधन खातों में अचानक पैसा जमा करने की होड़ मच गई। इन खातों में 23 नवंबर तक 65 हजार करोड़ रुपए जमा किए गए हैं। अचानक इतनी राशि इन खातों में कहां से आई अब इसकी जांच भी हो सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब दो साल पहले 29 अगस्त को हर घर में कम से कम एक बैंक खाते के लिए जन-धन योजना की शुरुआत की थी तो मकसद बेहद सामान्य बैंक खाते के जरिए हर किसी को वित्तीय व्यवस्था के दायरे में लाने का था। उस समय किसी को अंदाजा भी नहीं था कि आगे चलकर ये काले धन को सफेद बनाने का एक बड़ा जरिया बनेगा।