Thursday, May 02, 2024
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कर्नाटकः हिजाब, मस्जिदों में लाउडस्पीकर के बाद अब मुसलमान फल-सब्जी विक्रेता विवाद की इंट्री, श्रीराम सेना ने दी ये चेतावनी

हिंदू संगठन श्री राम सेना का आरोप है कि सूबे के कोलार जिले में आमों के थोक बाजार पर मुसलमान कारोबारियों का वर्चस्व है। इसलिए ये लोग हिंदू किसानों से आम खरीदने के लिए उन्हें लंबा इंतजार कराते हैं।

IndiaTV Hindi Desk Written by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: April 07, 2022 16:00 IST
Pramod Muthalik Founder of Sri Ram Sena- India TV Hindi
Image Source : ANI Pramod Muthalik Founder of Sri Ram Sena

Highlights

  • कोलार में यहां करीब 60 फीसदी कारोबारी मुसलमान हैं
  • वहीं 40 फीसदी कारोबारी हिंदू हैं
  • श्रीराम सेना जनवरी 2009 में चर्चा में आई थी

कोलारः कर्नाटक में हिजाब विवाद अभी पूरी तरह से शांत भी नहीं हुआ था कि अब एक नए विवाद ने जन्म ले लिया है। हिंदू संगठन श्रीराम सेना का आरोप है कि सूबे के कोलार जिले में आमों के थोक बाजार पर मुसलमान कारोबारियों का वर्चस्व है। इसलिए ये लोग हिंदू किसानों से आम खरीदने के लिए उन्हें लंबा इंतजार कराते हैं। जिसके बाद सस्ते दामों पर उनके फल खरीदने के लिए मजबूर किया जाता है। 

60 फीसदी कारोबारी मुसलमान 

लगभग यही हालात यहां के सब्जी बाजारों में भी है। जहां मुसलमा कारोबारी हिंदू महिला सब्जी विक्रेताओं को बाजार से बाहर निकालने की धमकी देते हैं। श्रीराम सेना का मानना है कि यहां के स्थानीय बाजारों में मुसलमान कारोबारियों की संख्या अधिक है। इसलिए उनका संगठन फल और सब्जी बाजारों में हिंदुओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए अभियान चला रहा है। आपको बता दें कि कर्नाटक के कोलार जिले में हर साल आठ से 10 हजार टन आम पैदा किया जाता है। यहां करीब 60 फीसदी कारोबारी मुसलमान हैं और 40 प्रतिशत कारोबारी हिंदू हैं। 

कौन है श्रीराम सेना

श्रीराम सेना जनवरी 2009 में उस समय चर्चा में आई थी जब उसके कार्यकर्ताओं ने मैंगलुरू के एक पब में अपने परिवार के साथ आई महिलाओं पर हमला किया था। तब से ये संगठन कई मुद्दों पर प्रदर्शन करता रहा है। यही नहीं श्रीराम सेना वेलेंटाइन डे मनाने के खलाफ भी प्रदर्शन करती रही है। अभी हाल ही में श्रीराम सेना ने मस्जिदों से अजान दिए जाने पर रोक लगाने की मांग को लेकर भी प्रदर्शन किया था। 

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