
बोइंग, दुनिया का एक ऐसा नाम जो आसमान की ऊंचाइयों को छूता आया है, लेकिन पिछले कुछ सालों से यह अपनी विश्वसनीयता को लेकर संकट में है। बोइंग एक अमेरिकी कंपनी है, जो हवाई जहाज, रोटरक्राफ्ट, रॉकेट, सैटेलाइट और मिसाइलों को बनाने के लिए मशहूर है। इसका मुख्यालय पहले शिकागो, इलिनोइस में था, लेकिन अब यह वर्जीनिया में है। इसका इतिहास तो शानदार रहा है, पर पिछले कुछ सालों से बोइंग कई दुखद विमान दुर्घटनाओं के लिए भी चर्चा में रहा है। चलिए, अब आपको बोइंग विमान के कुछ हादसों के बारे में बताते हैं:
अहमदाबाद में दर्दनाक हादसा (12 जून, 2025)
गुरुवार, 12 जून 2025 को अहमदाबाद में एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, जो लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भर रहा था। वह उड़ान के कुछ ही मिनटों बाद अहमदाबाद के मेघानी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक थे। इस हादसे के तुरंत बाद ही विमान में भीषण आग लग गई, और आसपास धुआं-धुआं छा गया। इस हादसे में सिर्फ एक यात्री ही बच पाया और शेष 241 लोगों की मौत हो गई।
सेनेगल का हादसा (2024)
सेनेगल में एक बोइंग 737 विमान उड़ान भरने में नाकाम रहा और रनवे से फिसलकर झाड़ियों में जा घुसा। विमान में आग लग गई और उसे भयंकर नुकसान हुआ।
दक्षिण कोरिया का हादसा (दिसंबर 2024)
दक्षिण कोरिया में एक बोइंग विमान रनवे से फिसलकर कंक्रीट की दीवार से टकरा गया। आग की लपटों में घिरे इस विमान में सवार 181 में से 179 लोग मारे गए, जिसमें एक तीन साल का मासूम भी शामिल था।
लिथुआनिया की घटना (नवंबर 2024)
लिथुआनिया में एक बोइंग 737 मालवाहक विमान उतरते समय बेकाबू होकर एक घर से टकरा गया। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हुई और तीन लोग घायल हो गए।
LATAM एयरलाइंस की उड़ान (मार्च 2024):
सिडनी से ऑकलैंड जा रहा एक बोइंग 787 विमान अचानक तेजी से गिरने लगा, जिसमें 50 से ज्यादा यात्री घायल हो गए। विमान में 263 यात्री और चालक दल के 9 सदस्य सवार थे।
अलास्का एयरलाइंस का डरावना हादसा (जनवरी 2024):
अलास्का एयरलाइंस के बोइंग 737 मैक्स 9 का एक दरवाजा 16,000 फीट की ऊंचाई पर अचानक खुल गया। इस हादसे में यात्रियों को कोई नुकसान तो नहीं पहुंचा, लेकिन यह घटना यात्रियों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं थी।
बोइंग 737 मैक्स का काला दौर (2018-2019)
अक्टूबर 2018 में इंडोनेशिया में एक बोइंग 737 मैक्स 8 विमान जावा सागर में जा गिरा, जिसमें 189 लोग मारे गए। इसके बाद मार्च 2019 में इथियोपिया में एक और 737 मैक्स 8 हादसे का शिकार हुआ, जिसमें 157 लोगों की जान चली गई। जांच में सामने आया कि दोनों हादसों की वजह विमान की उड़ान नियंत्रण प्रणाली में खराबी थी। इन हादसों ने बोइंग को इतना बदनाम किया कि कंपनी को अमेरिकी न्याय विभाग के साथ 1.1 अरब डॉलर का समझौता करना पड़ा, और 737 मैक्स विमानों को लगभग दो साल तक उड़ान भरने के लिए बैन कर दिया गया।
सुरक्षा जांच और व्हिसलब्लोअर की चेतावनी
मई 2024 में अमेरिका के संघीय विमानन प्रशासन (FAA) ने बोइंग के खिलाफ एक नई जांच शुरू की। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, यह जांच यह पता लगाने के लिए थी कि क्या बोइंग ने अपने 787 ड्रीमलाइनर विमानों पर जरूरी सुरक्षा निरीक्षण पूरे किए? FAA ने शक जताया था कि बोइंग के कर्मचारियों ने कुछ निरीक्षण छोड़ दिए होंगे और रिकॉर्ड में हेरफेर किया होगा।
इसी बीच, बोइंग के पूर्व वरिष्ठ प्रबंधक और फाउंडेशन ऑफ एविएशन सेफ्टी के कार्यकारी निदेशक एड पियर्सन ने कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने बीबीसी रेडियो 4 को बताया कि बोइंग के विमान सुरक्षित नहीं हैं और उनमें कई खामियां हैं। पियर्सन ने अधिकारियों से कंपनी के खिलाफ आपराधिक जांच शुरू करने की भी मांग की। उनका कहना है कि बोइंग FAA की समय सीमा को पूरा करने में नाकाम रहा और उसने समय सीमा बढ़ाने की गुहार लगाई है। पियर्सन की चेतावनी साफ है- 'बातों का समय खत्म, अब कार्रवाई की जरूरत है'।
बोइंग के लिए बड़ा झटका
अहमदाबाद में एयर इंडिया का हादसा बोइंग विमानों के लिए एक और झटका है। बार-बार होने वाली इन दुर्घटनाओं ने कंपनी की साख को गहरी चोट पहुंचाई है। इससे यात्रियों का भरोसा डगमगा रहा है, और FAA की सख्ती और व्हिसलब्लोअर के खुलासे स्थिति को और कठिन बना रहे हैं। बोइंग को अब न सिर्फ अपनी तकनीकी खामियों को ठीक करना होगा, बल्कि दुनिया भर के यात्रियों का भरोसा भी जीतना होगा। क्या बोइंग इस संकट से उबर पाएगा, या हादसों की यह काली छाया और गहरी होती जाएगी? यह सवाल हर उस व्यक्ति के मन में है जो आसमान में आज उड़ान भर रहा है।