
कर्नाटक में एक बार फिर मौसम ने करवट बदल ली है। राज्य के उत्तरी जिलों में लगातार बारिश हो रही है। इस बीच निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। धारवाड़ जिले में गुरुवार के लिए भी भारी बारिश की तेजावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। ऐसे में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन भी तैयारियों में लगा हुआ है। आम लोगों को भी सूचित किया जा रहा है।
धारवाड़ जिले के कई इलाकों में कल देर शाम से रुक रुक कर तेज बारिश हो रही है, जिसके चलते कुछ निचले इलाकों में जल जमाव के हालात बन गए हैं। रेड अलर्ट को देखते हुए डिप्टी कमिश्नर और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की प्रमुख दिव्या प्रभु ने महकमों को अलर्ट पर रहने को कहा है।
इन इलाकों में बाढ़ का खतरा
तुप्परीहल्ला और बेनिहल्ला जलग्रहण क्षेत्रों में संभावित बाढ़ जैसी स्थितियों के मद्देनजर निचले इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों से सतर्क रहने और सभी आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की गई है। इसी तरह कर्नाटक के तटीय जिलों में भी भारी बारिश का अलर्ट है। उडुपी जिले में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है, जिसके चलते स्कूल और आंगनवाड़ी में आज अवकाश की घोषणा की गई है। जिला प्रशासन ने आम लोगों को आगाह करते हुए एडवाइजरी जारी की है।
इन हेल्पलाइन नंबरों पर मांगें मदद
हुबली-धारवाड़ नगर निगम (एचडीएमसी) ने नागरिकों को अनावश्यक यात्रा से बचने और जब तक आवश्यक न हो घर के अंदर रहने की सलाह दी है। आपातकालीन सेवाएं स्टैंडबाय पर हैं और स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। आपातकालीन सहायता या घटनाओं की रिपोर्ट करने के लिए, लोग एचडीएमसी हेल्पलाइन 0836-2213888 / 8277803778 पर संपर्क कर सकते हैं।
केरल में भी अलर्ट जारी
दक्षिण भारत में मानसून की दस्तक पिछले महीने ही हो गई थी। हालांकि, एक सप्ताह तक भारी बारिश के बाद मानसून शांत हो गया था। अब मानसून दोबारा सक्रिय हुआ है। ऐसे में केरल के भी कई जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। आईएमडी ने इसी के साथ गुरुवार को दो जिलों के लिए, शुक्रवार को चार जिलों के लिए, शनिवार को नौ जिलों के लिए और रविवार को 14 जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।
क्या होते हैं ऑरेंज और रेड अलर्ट
रेड अलर्ट जारी होने पर आम लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए जरूरी उठाने चाहिए। वहीं, ऑरेंज अलर्ट पर पूरी तरह तैयार रहना चाहिए। जबकि, येलो अलर्ट होने पर हालातों पर नजर बनाए रखनी चाहिए। ‘ऑरेंज अलर्ट’ का अभिप्राय है कि 24 घंटे के भीतर 11 सेमी से 20 सेमी तक मूसलाधार बारिश हो सकती है, जबकि ‘येलो अलर्ट’ का मतलब है छह सेमी से 11 सेमी के बीच भारी बारिश हो सकती है। आईएमडी ने तटीय क्षेत्र में तेज हवाओं और खराब मौसम की स्थिति की आशंका के मद्देनजर मछुआरों को बुधवार से रविवार तक केरल-कर्नाटक-लक्षद्वीप तटों पर मछली पकड़ने के लिए नहीं जाने की भी सलाह दी है।