
विदेश सचिव विक्रम मिसरी अगले सप्ताह जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष पर संसदीय समिति को जानकारी देंगे। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। विदेश मामलों की स्थायी समिति के सदस्यों को सूचित किया गया है कि विदेश सचिव 19 मई को समिति को जानकारी देंगे। यह बैठक पहलगाम हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई की पृष्ठभूमि में हो रही है। उम्मीद है कि मिसरी पैनल को "भारत और पाकिस्तान के संबंध में वर्तमान विदेश नीति घटनाक्रम" के बारे में जानकारी देंगे।
ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देंगे विक्रम मिसरी
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए हमलों से पनपे तनाव के बाद भारत और पाकिस्तान ने 10 मई को नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संघर्ष विराम समझौते पर सहमति जताई। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने 10 मई की शाम 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई है। बता दें कि इसे लेकर कल दोनों ही देशों के डीजीएमओ के बीच बातचीत भी हुई, जिसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन भी किया।
पीएम नरेंद्र मोदी का संबोधन
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रात 8 बजे देश को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर की वजह बताई साथ ही पीओके को लेकर बड़ा ऐलान किया। पीएम मोदी ने कहा कि सीजफायर के लिए पाकिस्तान ने भारत के डीजीएमओ से तब संपर्क किया, जब उसके आर्मी बेस पर भारत ने तबाही मचा दी और पाकिस्तान की सभी मिसाइलों व ड्रोन को हवा में ही ध्वस्त कर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ स्थगित हुआ है, बंद नहीं। अब आतंकी हमला हुआ तो पाकिस्तान ने में फिर घुसकर मारेंगे। अब आतंकी और पाकिस्तान को अलग नहीं समझेंगे। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अब बात सिर्फ पीओके पर होगी। इससे पाकिस्तान बौखला गया है।
(इनपुट-भाषा)