म्यांमार की सेना और विद्रोहियों को बीच आखिरकार चीन की मध्यस्थता में संघर्ष विराम हो गया है। वहीं भारत ने संयुक्त राष्ट्र की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है, जिसमें उसने आरोप म्यांमार के विस्थापितों को पहलगाम हमले से प्रभावित होने का निराधार आरोप लगाया था।
इजरायली सेना ने गाजा में गत 24 घंटों में किए गए हवाई हमलों में 104 फिलिस्तीनियों को मौत के घाट उतारने के बाद अब दोबारा सीजफायर लागू होने का दावा किया है।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच शांति वार्ता का दूसरा दौर भीविफल रहा और दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। पाकिस्तान ने धमकी देते हुए कहा है कि इधर देखा भी तो आंखें निकाल लेंगे। क्यों विफल हुई शांति वार्ता, भारत को क्यों इसमें घसीट रहा है पाकिस्तान? जानें...
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में 'जोरदार हमले' का आदेश दिया, जिससे अमेरिका की मध्यस्थता से हुआ सीजफायर टूट गया है। नेतन्याहू ने हमास पर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीजफायर का विस्तार हो गया है। मलेशिया में एशियान शिखर सम्मेलन के दौरान ट्रंप की मौजूदगी में दोनों देशों ने इस पर हस्ताक्षर किए।
इजरायल से प्रधानमंत्री ने अमेरिका को करारा जवाब दिया है। उन्होंने जेडी वेंस से मुलाकात के बाद कहा कि इजरायल अमेरिका का गुलाम नहीं है, वो खुद की सुरक्षा कर सकता है। नेतन्याहू के इस बयान से गाजा सीजफायर पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
पाक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का यह बयान दोहा में बातचीत के बाद दोनों पक्षों के सीज़फ़ायर पर सहमत होने के एक दिन बाद आया है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सीजफायर बस एक क्लॉज पर टिका है।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान शांति वार्ता के उद्देश्य से दोहा पहुंच गये हैं। दोनों देशों के प्रतिनधियों के बीच यहां शांति वार्ता कराई जाएगी।
पाकिस्तान के खिलाफ टू फ्रंट वॉर की शुरूआत हो चुकी है। आज हिंदुस्तान ने ऐलान कर दिया है..कि वो पाकिस्तान के खिलाफ चल रहे युद्ध में अफगानिस्तान के साथ है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच जारी संघर्ष पर आज भारत के विदेश मंत्रालय ने रिएक्ट किया है..
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच मंगलवार को हुई भीषण झड़पों के बाद पाकिस्तान ने कहा है कि उसने तालिबान शासन के साथ 48 घंटे का सीजफायर समझौता किया है।
गाजा संघर्ष विराम के तहत इजरायल और हमास परस्पर बंधकों और कैदियों की रिहाई पर राजी हुए हैं, लेकिन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फिलिस्तीन और हमास के नेता बरगूती समेत अन्य हाई-प्रोफाइल कैदियों को रिहा करने से मना कर दिया है।
इजरायल-हमास में शुक्रवार की दोपहर से युद्धविराम लागू हो जाने के बाद गाजा के खंडहरों में उम्मीदों का नया सुबेरा हो गया है, जहां आशाओं के नए फूल खिलने लगे हैं। हजारों फिलिस्तीनी अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं।
फिलस्तीनियों के बीच भी इस समझौते को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं हैं, क्योंकि कई लोग इसे इजरायल द्वारा धोखा देने की कोशिश मान रहे हैं। इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भी इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए दवाब बना रहा है और शांति प्रयासों को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल-हमास में गाजा शांति योजना पर सहमति के पीछे ईरान के परमाणु ठिकानों पर हुए हमले को अहम कारक माना है। ट्रंप ने कहा कि अगर ईरान के पास परमाणु हथियार हो जाता तो गाजा युद्ध विराम मुश्किल था।
ट्रंप का 20 सूत्रीय प्लान गाजा क्षेत्र में स्थायी शांति, सुरक्षा, आर्थिक पुनर्निर्माण और मानवीय सहायता पर केंद्रित है, जो इज़रायल और फिलिस्तीनी दोनों पक्षों के लिए एक सुरक्षित और स्थिर भविष्य सुनिश्चित करने का प्रयास करता है।
इजरायल-हमास युद्ध विराम की घोषणा के बाद गाजा से लेकर तेल-अवीव तक में जश्न है। बंधकों और कैदियों के परिवार अपनी की रिहाई की उम्मीद में खुशी मना रहे हैं।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने व्हाइट हाउस जाकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद ट्रंप ने हमास को शांति प्रस्ताव मानने के लिए चार दिन का अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि उसके बाद अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में जल्द ही युद्ध विराम कराने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका गाजा में इजरायल और हमास के बीच एक समझौता कराने के बेहद करीब है।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने बड़ा खुलासा किया है। डार ने बताया कि पाकिस्तान अमेरिका के पास गिड़गिड़ाया था कि भारत सीजफायर पर सहमत नहीं है। जानें डार ने और क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कंबोडिया के पीएम और थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री से बात की। उन्होंने दोनों देशों से बात करने के बाद तुरंत युद्धविराम करने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने युद्ध समाप्ति के बाद दोनों देशों से व्यापारिक वार्ता की बात भी कही।
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