कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता रहे शकील अहमद ने बिहार में चुनाव के बाद पार्टी को छोड़ने का ऐलान किया था। बिहार में राजद कांग्रेस गठबंधन की बुरी हार के बाद अब शकील अहमद ने अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने कहा है कि वह कांग्रेस में अपमानमनित महसूस कर रहे थे। शकील अहमद ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। शकील अहमद ने कहा है कि राहुल गांधी उन लोगों के साथ कंफर्टेबल नहीं हैं जहां वो बॉस महसूस न कर पाए।
मुझे अपमानित महसूस हुआ- शकील अहमद
कांग्रेस के दिग्गज नेता शकील अहमद का दर्द छलक उठा है। उन्होंने कहा- "कांग्रेस में अपमानित महसूस कर रहा था, मैं तीन बार विधायक रहा और 2 बार सांसद रहा। मैं और तारिक अनवर ही दो नेता थे जो बिहार से कांग्रेस के नेशनल जनरल सेक्रेट्री बने। मुझ से कोई राय शुमारी नहीं कि गई। मुझे अपमानित महसूस हुआ। जब राहुल जी पहला चुनाव जीते उस दिन मैंने अपने जीवन का पांचवां चुनाव जीता, तो मैं कैसे कह सकता था कि मैं उनकी वजह से चुनाव जीता? यह उनका भी अपमान होता और मेरा भी।"
राहुल गांधी और सोनिया गांधी में अंतर- शकील अहमद
शकील अहमद ने कहा- "राहुल गांधी उन लोगों के साथ कंफर्टेबल नहीं हैं जहां वो लोगों को उनके फर्स्ट नेम से न बुला पाएं, जहां वो बॉस महसूस न कर पाए। सोनिया गांधी, राजीव गांधी, नरसिंह राव और सीता राम केसरी की कांग्रेस सबको साथ लेकर चली। राहुल गांधी सोनिया गांधी की कांग्रेस को साथ नहीं लेकर चल पाए। सोनिया गांधी की कांग्रेस के नेताओं की अनदेखी हुई। सीनियर की अनदेखी हुई। राहुल गांधी और सोनिया गांधी में अंतर है कि सोनिया गांधी मिलती थीं, राहुल जी नहीं मिलते। सोनिया गांधी आलोचक से भी खुलकर मिलती थीं, इनका नहीं देखा।"
राहुल गांधी के लोगों का जमीन से कोई कनेक्शन नहीं- शकील अहमद
शकील अहमद ने कहा- "राहुल गांधी का यूथ कांग्रेस में इलेक्शन गलत फैसला है। उन्होंने NSUI और यूथ कांग्रेस को बढ़ाया। पुराने लोगों को नहीं। राहुल गांधी द्वारा प्रमोट किए लोगों का जमीन से कोई कनेक्शन नहीं है। राहुल जी को यूथ से अट्रैक्शन है। एक बार दो कैंडिडेट की बात हो रही थी, दोनों बेहतर थे इन्होंने कहा कि जो उम्र में छोटा है उसे टिकट दे दिया जाए। मैने तीन साल पहले एक मीटिंग में कहा था कि बिहार के हमारा हाल बुरा है। नीतीश जी कहीं छोड़ कर न जाए, यह इन्श्योर किया जाना चाहिए उसके बाद मुझे किसी मीटिंग में आज तक नहीं बुलाया गया। वो दिन था और आज का दिन है। कांग्रेस को लगता है मोदी जी से Fatigue होगा और क्योंकि कांग्रेस दूसरे नंबर की पार्टी है तो यह सत्ता में आ जाएगी।"
SIR पर क्या बोले शकील अहमद?
शकील अहमद ने कहा- "मैं मेरे विधानसभा के एक मुस्लिम बहुल टोले में गया। वहां मैंने पूछा कितने मुस्लिम वोट कटे तो सिर्फ एक वोट कटा था, वो भी कुछ निजी विषय था। अगर SIR में 65 लाख वोट कटे तो 65 लोग भी क्यों सड़क पर नहीं आए। अगर वोट कटे और फिर भी लोग सड़क पर नहीं आए तो यह भी विपक्ष की विफलता है। प्रियंका गांधी से मेरा ज्यादा कनेक्शन नहीं रहा।"
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