जमशेदपुर: टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क में नए मेहमानों का आगमन हुआ है। चिड़ियाघर प्रबंधन ने मंगलवार को आधिकारिक घोषणा करते हुए बताया कि बाघिन 'मेघना' ने दो स्वस्थ शावकों को जन्म दिया है।
चिड़ियाघर प्रबंधन के अनुसार, इन शावकों का जन्म 27 नवंबर को ही हो गया था। हालांकि, वन्यजीव प्रोटोकॉल और शावकों की सुरक्षा व स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए इस जानकारी को सार्वजनिक नहीं किया गया था। शुरुआती कुछ हफ्ते शावकों के जीवित रहने के लिए बेहद अहम होते हैं, इसलिए चिड़ियाघर की पशु चिकित्सा टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही थी।
चिड़ियाघर की ओर से जारी बयान में कहा गया, "यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण घटना है। लंबे समय के अंतराल के बाद चिड़ियाघर में बाघों का जन्म हुआ है।" अधिकारियों ने पुष्टि की है कि दोनों शावक पूरी तरह स्वस्थ और स्थिर हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों और केयर-टेकर्स की टीम 24 घंटे उनकी सेहत पर नजर रख रही है।
नागपुर से आए थे मेघना और रुद्र
इन शावकों के माता-पिता, बाघिन मेघना और बाघ रुद्र को महाराष्ट्र के नागपुर स्थित गोरेवाड़ा बचाव केंद्र से जमशेदपुर लाया गया था। दिलचस्प बात यह है कि इन दोनों का नामकरण शहर के चिड़ियाघर प्रेमियों द्वारा एक सार्वजनिक प्रतियोगिता के माध्यम से किया गया था।
जल्द शुरू होगी नामकरण प्रतियोगिता
टाटा चिड़ियाघर अपनी सामुदायिक भागीदारी की परंपरा को बरकरार रखते हुए इन नन्हे शावकों के नाम भी शहरवासियों के सुझाव पर ही रखेगा। प्रबंधन ने बताया कि जल्द ही एक नई प्रतियोगिता शुरू की जाएगी, जिसमें लोग शावकों के लिए सुंदर और सार्थक नाम सुझा सकेंगे।
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