मुंबई/अहिल्यानगर: मुंबई और महाराष्ट्र के अहिल्यानगर में पुलिस और सैन्य खुफिया इकाइयों ने अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। मुंबई की MIDC पुलिस और आतंकवाद निरोधक दस्ते ने 7 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक पुरुष और 6 महिलाएं शामिल हैं। वहीं, अहिल्यानगर में सैन्य खुफिया इकाई और MIDC पुलिस ने 3 बांग्लादेशी नागरिकों को जाली दस्तावेजों के साथ पकड़ा। ये लोग जाली आधार और पैन कार्ड का इस्तेमाल कर भारत में अवैध रूप से रह रहे थे। दोनों कार्रवाइयों में जाली दस्तावेजों के नेटवर्क और अवैध घुसपैठ की साजिश का पर्दाफाश हुआ है।
गोपनीय सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई
मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी दत्ता किशन नलावडे ने बताया कि 24 जून 2025 को गोपनीय सूचना मिली कि एमआईडीसी पुलिस स्टेशन की सीमा में एक बांग्लादेशी व्यक्ति रह रहा है, जो अन्य शहरों के घुसपैठियों के संपर्क में है। इस सूचना के आधार पर पुलिस और एटीएस ने संयुक्त अभियान चलाया और बायजीद अयूब शेख (47) को नायगांव पूर्व, पालघर से हिरासत में लिया। पूछताछ में उसके पास बांग्लादेशी पहचान पत्र मिले, जिससे पुष्टि हुई कि वह बांग्लादेश का नागरिक है। उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। बायजीद ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह अंधेरी, मुंबई में कुछ बांग्लादेशी महिलाओं से मिलने जा रहा था। पुलिस ने नवेलर लिंक रोड, अंधेरी पूर्व में छापा मारा, जहां दो संदिग्ध महिलाएं नसरीन बेगम (38) और रोज़िना अख्तर (39) मिलीं। उनके पास भी बांग्लादेशी दस्तावेज थे, जिसके आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया।
स्थानीय आबादी में घुलमिल गई थीं बांग्लादेशी महिलाएं
बायजीद ने यह भी बताया कि उसने कुछ बांग्लादेशी महिलाओं को पुणे भेजा था। पुलिस की एक टीम पुणे के कटराज इलाके में चव्हाण बिल्डिंग, दुगद फार्म हाउस के सामने, जैन मंदिर के पास गई, जहां 4 अन्य महिलाएं काकोली अख्तर (25), रोमा बेगम (31), पाखी बेगम (24), और कोहिनूर अख्तर उर्फ ओलिज़ा (26) मिलीं। इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। एक अन्य महिला, इति अब्दुल शेख, के खिलाफ पहले से नागपाड़ा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज होने के कारण उसे हिरासत में नहीं लिया गया। पुलिस की जांच में पता चला कि बायजीद शेख अवैध रूप से बांग्लादेशी महिलाओं को मुंबई और पुणे जैसे बड़े शहरों में नौकरियों के लिए भेज रहा था। ये लोग जाली आधार और पैन कार्ड का इस्तेमाल कर स्थानीय आबादी में घुलमिल गए थे।
अहिल्यानगर में पकड़े गए तीन बांग्लादेशी घुसपैठिए
महाराष्ट्र के अहिल्यानगर में 25 जून 2025 को भारतीय सेना की दक्षिणी कमान की सैन्य खुफिया इकाई और MIDC पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया। खुफिया जानकारी के आधार पर मौली क्रशर में एक निर्माण स्थल पर छापा मारा गया, जहां 3 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया। ये लोग पिछले 2 साल से जाली आधार और पैन कार्ड का इस्तेमाल कर मजदूरी कर रहे थे। जांच में पता चला कि ये लोग स्थानीय आबादी में घुलमिल गए थे और अपनी असली पहचान छिपा रहे थे। पुलिस और सैन्य खुफिया इकाई अब इनसे पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इनका कोई संबंध राष्ट्रविरोधी तत्वों या बड़े अवैध प्रवासन नेटवर्क से है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अहिल्यानगर और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में और भी अवैध प्रवासियों के होने की आशंका है।
पकड़े गए लोगों को डिटेंशन सेंटर में रखा जाएगा
मुंबई पुलिस ने बताया कि बायजीद शेख जैसे लोग नेटवर्क के जरिए बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में नौकरियां दिलाने और उनकी पहचान छिपाने में मदद कर रहे थे। अहिल्यानगर में भी पकड़े गए लोग जाली दस्तावेजों के सहारे दो साल से भारत में रह रहे थे। पुलिस अब इन नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है ताकि जाली दस्तावेज बनाने वालों और अन्य सहायकों को पकड़ा जा सके। मुंबई में गिरफ्तार लोगों के खिलाफ पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) नियम 1950 और विदेशी नागरिक अधिनियम 1946 के तहत मामला दर्ज किया गया है। अहिल्यानगर में भी पकड़े गए लोगों के खिलाफ समान धाराओं में कार्रवाई शुरू की गई है। पकड़े गए लोगों को डिटेंशन सेंटर में रखा जाएगा और विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) के जरिए उनकी सुरक्षित वापसी की प्रक्रिया शुरू होगी।




