नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट 3300 एकड़ में फैला है। यह ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट भारत के सबसे बड़े प्रोजेक्ट्स में से एक है। इस एयरपोर्ट के शुरू होने से दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
नोएडा के यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में आगामी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की घोषणा और निर्माण के चलते रियल एस्टेट मार्केट में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। बीते 5 साल में प्लॉट की कीमतें 6 गुना और फ्लैट की कीमतें 2.5 गुना बढ़ीं।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का पहला चरण 1334 हेक्टेयर जमीन में फैला होगा और इसे 4 अलग-अलग चरणों में शुरू किया जाएगा।
अगर एयरपोर्ट से 20 किमी के दायरे में आपकी जमीन है और आप वहां घर-मकान बनाने जा रहे हैं तो आपको एएआई से एनओसी (अनापत्ति प्रमाणपत्र) लेना अनिवार्य होगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा, ''रैपिडो के साथ हमारी पार्टनरशिप हमें ऐप-बेस्ड मॉबिलिटी ऑप्शन प्रदान करने में सक्षम बनाती है जो सभी के लिए सुविधाजनक और आसान हैं।''
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने बताया कि इस कदम का उद्देश्य नोएडा एक्सटेंशन और जेवर में बन रहे नए एयरपोर्ट तक निर्बाध संपर्क स्थापित करना है।
गौतमबुद्ध नगर के जिला मजिस्ट्रेट ने 10 किलोमीटर के दायरे में सफाई, अपशिष्ट नियंत्रण और अवैध निर्माण के नियमन की जरूरत पर बल दिया है और जरूरी निर्देश भी दिए हैं।
योगी आदित्यनाथ ने निर्माण कार्य में तेजी लाने और सभी विभागों के अधिकारियों की समीक्षा करने की जिम्मेदारी तय की थी। इस महीने के अंत तक एयरपोर्ट के निर्माण कार्य की समीक्षा करने के लिए राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह आ सकते हैं। ऐसे में एयरपोर्ट के निर्माण कार्य को तेजी से अंतिम रूप दिया जा रहा है।
एयरपोर्ट के मुख्य सिस्टम्स के लिए फैक्ट्री एक्सेप्टेंस टेस्ट पूरे हो गए हैं, और साइट पर उपकरण आने लगे हैं। चेक-इन कियोस्क, सेल्फ सर्विस बैग ड्रॉप्स, और ई-गेट्स का परीक्षण चल रहा है।
अथॉरिटी से मिली जानकारी के मुताबिक, 30 वर्ग मीटर के प्लॉट की कीमत 8 लाख से 10 लाख रुपये तक होने की संभावना है। इसके अलावा 200 से 4,000 वर्ग मीटर के बीच के लगभग 500 बड़े प्लॉट भी बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे।
सोमवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर से जारी बायान में कहा गया कि रिटेल और ड्यूटी फ्री आउटलेट्स चलाने का ठेका हिनेमैन एशिया प्रशांत और बीडब्यूसी फॉरवॉडर्स प्राइवेट लिमिटेड के कंसोर्टियम को दिया गया है।
जेवर एयरपोर्ट इस वर्ष के अंत तक शुरू हो सकता है। जेवर एयरपोर्ट का निर्माण नोएडा में किया जा रहा है।
गाजियाबाद से जेवर एयरपोर्ट तक रैपिड रेल कनेक्टिविटी के लिए सर्वे शुरू हो गया है। यह 72.2 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर होगा, जिसमें 12 स्टेशन रहेंगे। पहला कॉरिडोर साल 2031 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म सिटी की टेक्निकल बिड शुक्रवार को खोली गई। इसमें देश और विदेश की चार कंपनियों ने अपनी बिड लगाई है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर से जानकारी दी गई है। इंडिगो के साथ एयरपोर्ट द्वारा उड़ान के लिए एक एमओयू साइन किया गया है।
इस जगह के आसपास आने वाले समय में पॉड टैक्सी, मेडिकल डिवाइस पार्क, इंटरनेशनल फिल्म सिटी, जेवर एयरपोर्ट, फार्मूला वन/ मोटोजीपी रेस ट्रेक जैसी सुविधा रहेगी।
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे में 4,000 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे होगा। एटीसी टावर 40 मीटर की ऊंचाई पर खड़ा होगा।
उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल की मंगलवार को हुई बैठक में प्राधिकरण की तरफ से भेजे गए समान मुआवजा संबंधी प्रस्ताव को पारित कर दिया गया।
यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ अरुण वीर सिंह ने बताया कि प्राधिकरण की मंशा है कि छोटे उद्यमी भी अपनी ईकाई लगाएं।
उत्तर प्रदेश में अनेक नए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों का विकास हो रहा है, जिनमें कुशीनगर हवाई अड्डे का हाल में उद्घाटन हो चुका है और अयोध्या में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण-कार्य चल रहा है।
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