11 अगस्त 2022 से पहले सेक्टर 102, 115, 158 और 162 आदि सेक्टरों में आवासीय प्लॉट की कीमत 36200 वर्ग मीटर थी। ई श्रेणी वाले इन सेक्टरों में अब प्लॉट खरीदने का बेस प्राइस ही 45,380 रुपए वर्गमीटर हो गया है। उस पर भी ईऑक्शन के दौरान नीलामी होगी और इस बेस्ट प्राइस से ऊपर जो बढ़-चढ़कर बोली लगाएगा, उसे ही वह प्लॉट दिया जाएगा।
नोएडा, बुलंदशहर और दादरी के 86 गांवों की जमीन पर दिल्ली, नोएडा व गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन (डीएनजीआईआर) बसाने की तैयारी है।
ई-श्रेणी के आवासीय सेक्टरों के सबसे अधिक दस प्रतिशत का इजाफा किया गया है। ए-प्लस श्रेणी की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
बिल्डरों ने खेल सुविधाएं विकसित करने के बजाय प्राथमिकता पर फ्लैट बनाकर बेच दिए जबकि खेल सुविधाएं विकसित नहीं की। इसके बाद प्राधिकरण का करीब 8200 करोड़ रुपए बकाया भी नहीं दिया।
जमीन की वास्तविक कीमत 180 करोड़ रुपये है लेकिन पंजीयन शुल्क एवं पट्टा शुल्क मिलाकर दाम 250 करोड़ रुपये पर पहुंच गए। यह परियोजना अगले 24 महीने में पूरी होगी और कंपनी को इससे 1,200 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने का अनुमान है।
गुरुग्राम और नई दिल्ली की तुलना में नोएडा-ग्रेटर नोएडा का किफायती होना भी इसका यूएसपी बन गया है। इसके चलते देश समेत विदेशी निवेशक इस क्षेत्र में बन रहे रेजीडेंशियल प्रोजेक्ट में निवेश कर रहे हैं।
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे में 4,000 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे होगा। एटीसी टावर 40 मीटर की ऊंचाई पर खड़ा होगा।
नोएडा से ऑनलाइन ठगी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक दंपति ने गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया और उस पर कॉल मिलाई। थोड़ी देर बाद पीड़ित को मैसेज आया कि उसके अकाउंट से 8 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है।
कुल 40 हजार के आसपास वाटर मीटर लगाए जाएंगे। इसके अलावा अब तक 2000 बड़े वाटर मीटर लगाए गए है। ये वाटर मीटर सोसायटी में लगाए गए है। अभी करीब 2 हजार बड़े वाटर मीटर और लगाए जाएंगे। वाटर मीटर लागने का काम 31 मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा।
नोएडा के सेक्टर-150 में औसत किराये में सबसे अधिक 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस क्षेत्र में किराया वर्ष 2019 में 15,500 रुपया हुआ करता था लेकिन पिछले साल यह लगभग 19,000 रुपये प्रति माह हो गया।
अगर आपको पास सेकेंड हैंड कार है तो आपने इसके रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट को अपडेट नहीं कराया है तो आपके गाड़ी को जब्त कर लिया जा सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
कोरोना महामारी के बाद घरों की मांग तेज बनी हुई है। ये कारण कीमत में इजाफा कराएंगे। ऐसे में अब बिना देरी किए घर या दुकान का सौदा करना सबसे सही फैसला होगा।
हवाला कारोबार का नया मामला सामने आया है। इसमें 15 कंपनियों को रडार पर लिया गया है। एजेंसी के तरफ से जांच शुरू कर दी गई है।
कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) के अनुसार, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में 1 लाख करोड़ रुपये की 190,000 यूनिट फंसी हुई हैं।
Diwali Indian Economy: सोना-चांदी, सजावटी सामान, वाहन, मिठाइयां इन सब की अगर बात करें तो यह उम्मीद की जा रही है कि 2 दिनों में इन सब की खरीदारी जमकर होगी।
रियल स्टेट सेक्टर में सबसे बड़े और अग्रणी दो नाम हुआ करते थे। एक आम्रपाली ग्रुप और दूसरा जेपी ग्रुप।
आज नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) इंडस्ट्रियल प्लॉट स्कीम को लॉन्च करने जा रही है। इसके लिए जरूरी सारी प्रक्रिया पहले ही पूरी कर ली गई है। आज से लेकर 26 सितंबर तक इसके लिए रजिस्ट्रेशन (Registration) कराए जा सकेंगे।
इस अनुबंध के तहत टाटा प्रोजेक्ट्स हवाई अड्डे पर टर्मिनल, रनवे, एयरसाइड इंफ्रास्ट्रक्चर, सड़कों, उपयोगिताओं और अन्य सहायक भवनों का निर्माण करेगी।
नोएडा विकास प्राधिकरण ने कहा कि रियल एस्टेट डेवलपरों को संपत्ति गिरवी रखने की मंजूरी सोमवार को संपन्न बैठक में लिया गया।
रेरा ने प्रवर्तक को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि परियोजना का शेष कार्य समयबद्ध तरीके से पूरा हो।
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