भारत 2047 में जब आजादी के 100 साल पूरे करेगा, उस समय देश की अर्थव्यवस्था का आकार 33,000 अरब अमेरिकी डॉलर और 40,000 अरब अमेरिकी डॉलर के बीच हो सकता है।
मकान खरीदते समय आपको कारपेट एरिया, बिल्ट-अप एरिया और सुपर बिल्ट-अप एरिया जैसे शब्दों से रूबरू होना जरूरी है।
आप भी बिल्डर की गलती के कारण लोन की ईएमआई के साथ-साथ किराया भर रहे हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है।
दुनिया की महाशक्ति चीन इस समय गंभीर संकट से जूझ रही है। चीन की दिग्गज रियल एस्टेट कंपनी एवरग्रेंड दिवालिया हो गई है, वहीं चीन के एक बड़े बैंक ने भी डिफॉल्ट कर दिया है।
प्रॉपर्टी ब्रोकर का कहना है कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद समेत एनसीआर के आसपास के सभी प्रॉपर्टी लोकेशंस में प्रॉपर्टी की कीमत में बड़ी बढ़ोतरी हुई है।
आपको बता दें कि आरबीआई ने रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखने का ऐलान किया है।
देश के रियल एस्टेट कारोबार में इस साल बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। इसके तहत 2023 की अप्रैल तिमाही में मुंबई में मकानों की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है।
रियल एस्टेट मामलों के विशेषज्ञ प्रदीप मिश्रा ने इंडिया टीवी को बताया कि अगर आप एंड यूजर्स हैं और अपने रहने के लिए घर खरीद रहें हैं तो नई प्रॉपर्टी लेना फायदे का सौदा होगा।
मिली जानकारी के मुताबिक, यमुना अथॉरिटी के इस स्कीम में 120 मीटर, 162 मीटर, 200 मीटर और 300 मीटर के प्लॉट हैं।
Real-Estate Sector: दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ऐसे मकानों की बिक्री तीन गुना हो गई है। लेकिन फिर भी यह रिपोर्ट चिंता पैदा कर रही है।
दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ऐसे मकानों की बिक्री तीन गुना हो गई। समीक्षाधीन अवधि में ऐसे 1,050 मकान बेचे गए, जबकि पिछले साल की समान अवधि में ऐसे 350 मकानों की बिक्री हुई थी।
सीबीआरई साउथ एशिया ने आंकड़ों पर आधारित एक रिपोर्ट में कहा कि साल की पहली छमाही में रिटेल स्पेस की सप्लाई पिछले साल की तुलना में 148 प्रतिशत बढ़ गई।
जिन शहरों में सर्वेक्षण किया गया, उनमें मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता शामिल हैं।
कोरोना महामारी के बाद देश के सात प्रमुख शहरों में बेहतर सुविधाओं वाले बड़े अपार्टमेंट की भारी मांग है।
जिस घर में आप रहते हैं, उसे निवेश नहीं माना जाना चाहिए। जिसमें आप नहीं रहते हैं, उसे निवेश मान सकते हैं। इस निवेश में स्थान का बहुत महत्व है। इससे दो तरह के रिटर्न मिलते हैं।
जिन लोगों ने अपना जॉब अभी शुरू किया है, उनके लिये घर खरीदना बड़ी चुनौती होती है। ऐसा इसलिए कि उनके पास सेविंग नहीं होती है।
चेन्नई में घरों की बिक्री 6,951 इकाइयों से तीन प्रतिशत बढ़कर 7,150 इकाई हो गई। दिलचस्प बात यह है कि चेन्नई में कार्यालय स्थल की मांग दोगुना होकर 45 लाख वर्ग फुट पर पहुंच गई।
मुंबई में अप्रैल-जून में कार्यालय स्थल को पट्टे पर लेने का सकल आंकड़ा सालाना आधार पर नौ प्रतिशत गिरकर 27.3 लाख वर्गफुट रह गया।
रिपोर्ट के अनुसार, देश के टॉप 7 शहरों में कुल बिक्री में एमएमआर (मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन) और पुणे की हिस्सेदारी 51% से अधिक रही, जिसमें पुणे में सबसे अधिक 65% वार्षिक उछाल देखा गया।
Real Estate News: अब लोग बड़े साइज वाले फ्लैट खरीदना पसंद कर रहें हैं। यह बदलाव कोरोना महामारी के बाद आया है। इस नई रिपोर्ट ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
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