सावन माह शिवभक्तों के लिए बेहद खास और पवित्र माना गया है। धार्मिक मान्यता है कि सावन में संपूर्ण सृष्टि का संचालन शिव जी ही करते हैं। यही कारण है कि इस समय रुद्राभिषेक का विशेष महत्व होता है। ऐसा माना जाता है कि सावन माह में ही भगवान शिव पहली बार राजा हिमाचल यानी अपने ससुराल गए थे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया था। इस माह में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए 12 ज्योतिर्लिंगों में से किसी एक में जाकर रुद्राभिषेक करना बेहद शुभदायी माना गया है, हालांकि जो ज्योतिर्लिंगों में जाकर पूजा नहीं कर सकते हैं वे अपनी नजदीकी मंदिरों में जाकर रुद्राभिषेक कर सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस माह कौन-कौन सी तिथियां रुद्राभिषेक के लिए शुभ हैं...
रुद्राभिषेक से लाभ
सावन माह में भगवान शिव की पूजा और रुद्राभिषेक करना बेहद शुभ फलदायी है। मान्यता है कि इस माह भगवान शिव को जल, दूध, बेलपत्र, भांग और धतूरा अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं और भक्त की मनोकामना पूर्ण करते हैं। वहीं, रुद्राभिषेक करने से जातक के सभी रोग, दोष, भय और बाधा दूर हो जाती है। यहां तक की इससे संतान प्राप्ति, शीघ्र विवाह, करियर में सफलता, धन वृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य और मानसिक शांति जैसी सभी सुख प्राप्त होते हैं।
रुद्राभिषेक करने के लिए शुभ तिथि
| तारीख | तिथि | योग |
| 14 जुलाई 2025 | चतुर्थी तिथि | सुखप्रद योग |
| 15 जुलाई 2025 | पंचमी तिथि | अभीष्टसिद्धि |
| 18 जुलाई 2025 | अष्टमी तिथि | सुखप्रद |
| 21 जुलाई 2025 | एकादशी तिथि | सुखप्रद |
| 22 जुलाई 2025 | द्वादशी तिथि | अभीष्टसिद्धि |
| 23 जुलाई 2025 | चतुर्दशी तिथि | शुभ योग |
| 24 जुलाई 2025 | अमावस्या तिथि | सुखप्रद |
| 26 जुलाई 2025 | द्वितीया तिथि | सुखप्रद |
| 29 जुलाई 2025 | पंचमी तिथि | सुखप्रद |
| 30 जुलाई 2025 | षष्ठी तिथि | अभीष्टसिद्धि |
| 6 अगस्त 2025 | द्वादशी तिथि | सुखप्रद |
| 7 अगस्त 2025 | त्रयोदशी तिथि | अभीष्टसिद्धि |
इसके अलावा आप सावन के सोमवार के दिन भी रुद्राभिषेक करवा सकते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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