लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वो अभी गंगा से जुड़े काम पर ध्यान लगाना चाहती हैं।
अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन चुका है। ऐसे में भाजपा नेता उमा भारती ने काशी और मथुरा को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इन मंदिरों के लिए आंदोलन करने की जरूरत नहीं होगी, कोर्ट जो फैसला देगा वो सबको मान्य होगा।
राम मंदिर आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाली उमा भारती और साध्वी ऋतंभरा समेत कई सारे नेता श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान भावुक हो गए।
राम मंदिर आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाली और बाबरी मस्जिद के गिरने के बाद बीजेपी के कई नेता गिरफ्तार कर लिए गए थे। इसमें लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती प्रमुख थे।
'बिना निमंत्रण राम मंदिर जाकर प्रायश्चित करें कांग्रेसी और वामपंथी', विरोधियों को उमा भारती की सलाह
उमा भारती ने राम जन्म भूमि के बीते दिनों को याद करते हुए कहा कि राम मंदिर निर्माण कार्य में उन लोगों को सबसे पहले श्रेय दिया जाना चाहिए, जो उस दौरान हुए आंदोलन में सबसे आगे थे। उन्होंने कहा कि यह देश का एकमात्र ऐसा आंदोलन था, जो 500 वर्षों तक चला और सफल रहा।
उमा भारती पिछड़ा वर्ग का बड़ा चेहरा हैं और बुंदेलखंड सहित राज्य के कई हिस्सों में उनका प्रभाव है, लेकिन उन्होंने अब भाजपा के लिए किसी भी तरह की रैली में हिस्सा न लेने का फैसला कर पार्टी की मुसीबत बढ़ा दी है।
उमा भारती को बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा में नहीं बुलाए जाने पर रणदीप सुरजेवाला ने बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी की आदत अपने सब नेताओं को अपमानित करने की रही है। मोदी और शिवराज सरकार ने लगातार अपने वरिष्ठ लोगों को दरकिनार किया है।
भाजपा ने मध्य प्रदेश में अपनी सरकार के कार्यकाल की उपलब्धियों को राज्य में जन-जन तक पहुंचाने और कांग्रेस पर तीखा निशाना साधने के लिए एक रणनीति के तहत राज्य में जन आशीर्वाद यात्रा निकालने का निर्णय लिया है।
सावन के आखिरी सोमवार के दिन मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती रायसेन के सोमेश्वर धाम शिव मंदिर में जल चढ़ाने पहुंची मगर जल चढ़ा नहीं पाई। इसके बाद उन्होंने बड़ा बयान दिया।
चीतों की मौत पर बातचीत करते हुए उमा भारती ने कहा कि जिस प्रकार की घास अफ्रीकी जंगलों में होती थी वह चीतों को नहीं मिल पा रही है। वहां के वनस्पति की गंध उन्हें यहां नहीं मिल पा रही है। वे अपने परिवार और परिवेश से बिछड़ गए हैं।
उमा भारती ने खुद एक ट्विटर पोस्ट में अपने स्वास्थ्य को लेकर जानकारी दी है। 64 वर्षीय भारती ने ट्वीट किया, बीती रात करीब 11 बजे अचानक मेरी तबीयत खराब होने पर मुझे मेरे आवास के पास स्मार्ट सिटी अस्पताल ले जाया गया।
कार्यक्रम स्थल से लेकर मंच तक आने तक उमा भारती सीएम शिवराज सिंह चौहान पर पुष्प वर्षा करती रहीं। इस दौरान शिवराज सिंह चौहान कुर्सी से उठे तो उमा भारती ने उन्हें वापस बिठा दिया और लगातार फूल बरसा कर उनका स्वागत किया।
मा भारती अपनी ही पार्टी की सरकार की शराब नीति को लेकर आलोचना कर रही थीं। मुख्यमंत्री ने आगामी विधानसभा चुनावों से पहले यह घोषणा की है, जिससे यह धारणा बनी है कि नई नीति भारती के पहले की शराब नीति के खिलाफ निरंतर अभियान के बाद आई है।
उमा भारती ने इस मामले पर आगे कहा कि अपने सहयोगियों से पूछने पर मुजे पता चला कि पिछले साल धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बागेश्वर धाम की कथा पीछे के मैदान में हुई थी। उस दौरान कुटियां वहीं बनी थी। धीरेंद्र शास्त्री एक तपस्वी और अलौकिक हैं।
उमा भारती ने अगले चुनाव में जीतने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को परामर्श दिया है कि वे सेवक नहीं शासक की भूमिका में आएं।
उमा भारती ने कहा कि उन्होंने लोगों से 11 गायों की व्यवस्था करने को कहा है, जिन्हें ओरछा में शराब की दुकान पर बांधा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘देखते हैं, कौन मुझे रोकने की हिम्मत करता है?"
उमा भारती ने कहा, राम, तिरंगा, गंगा एवं गौ इन पर मेरी आस्था भाजपा ने तय नहीं की है। यह पहले से मेरे अंदर मौजूद थी।
MP News: राज्य में हुक्का लाउंज के खिलाफ शिवराज सरकार ने एक्शन लिया है। शिवराज सरकार के इस कदम पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एमपी की शिवराज सरकार की प्रशंसा की है।
Uma Bharti: लंबे समय से मध्य प्रदेश में शराबबंदी की मांग कर रहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता उमा भारती ने राज्य सरकार के दो अक्टूबर से शुरू किये गये राज्यव्यापी नशामुक्ति अभियान की सराहना करते हुए शुक्रवार को कहा कि वह भी सात नवंबर से अपने इस अभियान की नर्मदा नदी के तट पर स्थित अमरकंटक से शुरुआत करेंगी।
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