विश्व क्रिकेट में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय टीम अगले पांच सालों (2018-2023) में तीनों फॉर्मेट में सबसे ज्यादा 203 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगी। इन पांच सालों के कार्यक्रम (एफटीपी) में भारतीय टीम को 51 टेस्ट मैच, 83 वनडे और 69 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने हैं। भारत के मैचों की संख्या दूसरे स्थान पर काबिज वेस्टइंडीज (186 मैचों) और तीसरे स्थान पर इंग्लैंड (175 मैच) से कहीं अधिक है। लोकप्रिय धारणा के विपरीत भारतीय टीम इस दौरान टेस्ट मैच खेलने के मामले में दूसरे स्थान पर है।
इस अवधि में इंग्लैंड के 59 टेस्ट खेलने की संभावना है जबकि ऑस्ट्रेलिया 47 टेस्ट मैचों के साथ तीसरे स्थान पर है। एकदिवसीय और टी20 के मामले में भारत वेस्टइंडीज (75 एकदिवसीय और 68 टी20) से आगे है। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘अब एफटीपी द्विपक्षीय समझौते की तरह है लेकिन कैलेंडर (एफटीपी) निर्माण में आईसीसी ने भी अपना सुझाव दिया है। जो लोग ऐसा सोचते हैं कि बीसीसीआई टेस्ट मैचों को नजरअंदाज कर रही है उन्हें राहत की सांस लेनी चाहिए कि हम अगले पांच साल में 50 से ज्यादा टेस्ट मैच खेल रहे हैं।’
भारतीय टीम के मैचों के बोझ (आईपीएल के कारण) को देखते हूए हर साल इसकी संख्या कम होती जाएगी। टीम को 2018-19 सत्र में 54 मैच खेलने हैं जबकि इसके बाद अगले चार सत्र में क्रमश: 41, 33, 40 और 35 मैच खेलने हैं। आपको बता दें कि फिलहाल टीम इंडिया इंग्लैंड दौरे की तैयारी कर रही है जहां उसे 3 मैचों की टी20 और वनडे और इसके बाद 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है।