बहुत कम खिलाड़ी ऐसी किस्मत वाले होते हैं, जिन्हें क्रिकेट की दुनिया में बार बार चांस मिलते हैं। नहीं तो ना जाने कितने प्लेयर्स ऐसे हैं, जिन्हें एक दो मौके मिले, उसमें नहीं चले तो फिर कहानी खत्म। भारतीय टीम के करुण नायर को बार बार मौका मिल रहा है। वे भले ही भारत बनाम इंग्लैंड चौथे टेस्ट से बाहर हो गए हों, लेकिन अब उन्हें एक और मौका मिलने की संभावना नजर आ रही है। उनकी वापसी पांचवें टेस्ट में होगी, लेकिन ये शायद आखिरी मौका होगा, अगर इस बार भी उनका बल्ला नहीं चला तो समझो गए काम से।
करीब आठ साल बाद हुई है करुण नायर की वापसी
करुण नायर की करीब आठ साल बाद टीम इंडिया में वापसी हुई है। अपने टेस्ट डेब्यू के कुछ ही मैचों के बाद करुण नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक ठोक दिया था। उस वक्त उनकी तुलना वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गज खिलाड़ी से की जाने लगी थी, लेकिन उनके नाम केवल यही एक तिहरा शतक है। बाकी उनके करियर में शतक तो दूर की बात है, कोई अर्धशतक भी नहीं है। उस वक्त तो वे टीम से बाहर कर दिए गए, लेकिन शुभमन गिल जब नए कप्तान बने तो करुण की एक बार फिर से वापसी होती है।
तीन मैच खेलकर भी रन नहीं बना पा रहे हैं करुण नायर
करुण नायर को इंग्लैंड के खिलाफ पहले ही टेस्ट में मौका दिया जाता है, लेकिन उनका बल्ला खामोश रहता है। पहले ही टेस्ट में डेब्यू करने वाले साई सुदर्शन का भी बल्ला नहीं चला, इसलिए उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया जाता है, लेकिन कप्तान शुभमन को शायद करुण पर ज्यादा ही भरोसा था, इसलिए उन्हें टीम में लगातार मौके दिए जाते हैं। वे लगातार तीन मुकाबले खेलते हैं, लेकिन उनसे रन नहीं बनते।
अब हुए बाहर हो फिर वापसी होगी करीब करीब नामुमकिन
मुकाबले चाहे कोई भी टीम जीत हो, लेकिन भारत के करीब करीब सभी बल्लेबाजों ने रन बनाए, इसका कारण ये भी था कि इंग्लैंड की पिचें इस बार काफी फ्लैट थीं। लेकिन केवल करुण नायर रन नहीं बना सके। इसके बाद उन्हें चौथे मैच से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था, लेकिन अब लगता है कि आखिरी टेस्ट में करुण नायर को आखिरी मौका दिया जाएगा। हो सकता है कि ये कहना जल्दबाजी हो, लेकिन माना जाना चाहिए अगर इस मैच में भी करुण का बल्ला नहीं चला तो फिर से उन्हें बाहर कर दिया जाएगा और अब तो वापसी के भी चांस करीब करीब खत्म हो जाएंगे।