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Xiaomi, TikTok समेत 6 चीनी कंपनियों की बढ़ी मुश्किल, यूजर्स का डेटा चोरी करने का आरोप

Xiaomi, TikTok जैसी 6 चीनी कंपनियों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। एडवोकेसी फर्म Noyb ने इन कंपनियों के खिलाफ यूजर के निजी डेटा चोरी करने का आरोप लगाया है। साथ ही, इनसे नियमों के उल्लंघन के लिए भारी जुर्माने की मांग की गई है।

Written By: Harshit Harsh @HarshitKHarsh
Published : Jan 17, 2025 07:43 am IST, Updated : Jan 17, 2025 07:43 am IST
Xiaomi, TikTok- India TV Hindi
Image Source : FILE टिकटॉक और शाओमी (चीनी कंपनियां)

Xiaomi, TikTok, Shein समेत 6 चीनी कंपनियों पर यूजर का डेटा चोरी करने का आरोप लगा है। इन चीनी कंपनियों के खिलाफ गुरुवार 16 जनवरी 2025 को ऑस्ट्रिया की एक एडवोकेसी ग्रुप ने शिकायत दर्ज की है। यूरोपीय यूनियन में दर्ज शिकायत में कहा गया है कि ये कंपनियां यूजर्स का निजी डेटा गैरकानूनी तरीके से चीन में भेजती है। एडवोकेसी ग्रुप Noyb पहले भी Apple, Google, Meta जैसी बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों के खिलाफ शिकायत कर चुका है, जिसकी वजह से इन कंपनियों के खिलाफ कई जाचं चल रही हैं और अरबों डॉलर का जुर्माना लगाया जा चुका है।

Noyb ने कि शिकायत

वियाना बेस्ड एडवोकेसी ग्रुप Noyb (None of Your Business) ने कहा कि यह पहला मौका है, जब चीनी कंपनियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। Noyb ने इन चीनी कंपनियों के खिलाफ ग्रीस, नीदरलैंड्स, बेल्जियम, इटली और ऑस्ट्रिया में डेटा ट्रांसफर को लेकर शिकायत की गई है और इनके ग्लोबल रेवेन्यू में 4 प्रतिशत के जुर्माने की मांग की गई है। 

Noyb के मुताबिक, चीनी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Alibaa की वेबसाइट अली एक्स्प्रेस, रिटेलर Shein, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म TikTok और स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी Xiaomi ने यह माना है कि यूरोपीय यूजर्स का निजी डेटा चीन भेजा जा रहा है। कई ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट एवं अन्य दस्तावेजों से यह साफ पता चलता है। वहीं, दो और चीनी कंपनियां रिटेलर Temu and Tencent और मैसेजिंग ऐप WeChat अपने यूजर्स का डेटा चीन जैसे किसी बेनामी तीसरे देश में भेजते हैं।

Xiaomi ने किया जांच में सहयोग का वादा

इस मामले में स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी Xiaomi ने कहा कि कंपनी इन आरोपों की जांच कर रही है और सरकारी एजेंसियों की जांच में पूरा सहयोग करेगी ताकि इस मामले को सुलझाया जा सके। वहीं, अन्य चीनी कंपनियों ने इस मामले में फिलहाल अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है। यूरोपीय यूनियन का जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन (GDPR) प्राइवेसी के मुताबिक, यूरोपीय यूनियन से बाहर यूजर डेटा भेजने की अनुमति केवल इस शर्त पर दी गई है, जिसमें भेजे जाने वाले देश में डेटा सुरक्षा मानकों का उल्लंघन न हो।

चीन पहले से ही है बदनाम

Noyb के डेटा प्रोटेक्शन वकील ने कहा है कि चीन पहले से ही डेटा सुरक्षा नियमों को नहीं मानने वाले देश के तौर पर पूरी दुनिया में बदनाम है। ऐसे में यूरोपीय यूनियन के यूजर्स का डेटा चीन भेजे जाने पर कितना सुरक्षित रहेगा यह समझा जा सकता है। इन कंपनियों द्वारा यूजर्स का डेटा चीन भेजना पूरी तरह से गैरकानूनी है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए।

चीनी कंपनी जैसे कि TikTok पहले से ही इसके लिए बदनाम है। दुनिया के कई देश में इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को बैन किया जा चुका है। कंपनी जल्द ही अमेरिका में भी अपने ऐप को बंद करने वाली है। अमेरिकी सरकार के नए नियमों के तहत TikTok को इस महीने अमेरिका में बैन किया जा सकता है। यूरोपीय यूनियन फिलहाल Noyb की इस शिकायत की जांच कर रही है।

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