हैदराबाद: तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री सी. दामोदर राजनरसिम्हा ने कोविड-19 के मामलों में हल्की बढ़ोतरी को देखते हुए अधिकारियों को सतर्क रहने और इसकी बारीकी से निगरानी करने का निर्देश दिया है। हाल ही में तेलंगाना में कोविड-19 का एक नया मामला सामने आया है, जिसके बाद मंत्री ने स्वास्थ्य अधिकारियों, वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के साथ एक अहम बैठक की। इस बैठक में कोविड-19 के साथ-साथ डेंगू और चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों पर भी नजर रखने की बात कही गई।
अस्पताल में भर्ती होने की दर बहुत कम
स्वास्थ्य मंत्री के दफ्तर से जारी बयान के मुताबिक, विशेषज्ञों ने बताया कि कोविड-19 की स्थिति अभी काबू में है और कोई बड़ा खतरा नहीं है। कुछ देशों में कोविड के मामलों में थोड़ी बढ़ोतरी देखी गई है, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने की दर बहुत कम है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में ज्यादातर लोग पहले ही कोविड से संक्रमित हो चुके हैं, जिसके चलते उनकी इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) मजबूत हो गई है। फिर भी, जिन लोगों को दूसरी बीमारियां हैं या जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, उन्हें खास सावधानी बरतनी चाहिए।
मंत्री ने लोगों से की सतर्क रहने की अपील
मंत्री राजनरसिम्हा ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और बीमारी से बचने के लिए जरूरी कदम उठाएं। साथ ही, निजी अस्पतालों को चेतावनी दी गई है कि वे लोगों में डर फैलाकर अनावश्यक खर्च न करवाएं। उन्होंने कहा कि सरकार मुफ्त और बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
कोविड से बचने के लिए क्या सावधानी बरतें?
- बुखार, खांसी, जुकाम या सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत टेस्ट करवाएं।
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें।
- बार-बार हाथ धोएं और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें, खासकर बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं।
- मच्छरों से बचाव के लिए फुल कपड़े पहनें और मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
- लोगों से गुजारिश है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
'अभी चिंता की कोई बात नहीं'
देश के कुछ हिस्सों में कोविड मामलों में वृद्धि के बीच, ICMR के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने कहा कि स्थिति अभी हल्की है और चिंता की कोई बात नहीं है। पश्चिम और दक्षिण भारत में नमूनों के जीनोम अनुक्रमण से पता चला कि कोविड के नए स्वरूप गंभीर नहीं हैं और ये ओमीक्रॉन के सबवेरिएंट्स हैं, जिनमें LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 शामिल हैं। पहले 3 सबवेरिएंट्स ज्यादा प्रचलित हैं। डॉक्टर बहल ने बताया कि अन्य क्षेत्रों के नमूनों का अनुक्रमण जारी है और एक-दो दिन में और जानकारी मिलेगी। (PTI)


