JNU Clashes: जेएनयू छात्र फेलोशिप को लेकर वीसी रेक्टर का घेराव करने गए थे। इस दौरान वहां मौजूद गार्ड्स ने छात्रों के साथ मारपीट की।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने दावा किया कि त्योहार के दिन कुछ छात्रों ने हवन पर आपत्ति जताई थी जिसके बाद हिंसा हुई। आरएसएस से जुड़ी एबीवीपी ने भी यही दावा किया है।
NCP की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख प्रवक्ता महेश तापसे ने भाजपा पर सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने और देश में ‘‘सत्तावादी और बहुसंख्यकवादी’’ शासन लाने का आरोप लगाया और कहा कि इसीलिए उसके स्वयंसेवक इस तरह से काम कर रहे हैं।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जेएनयू प्रशासन ने वार्डन व सिक्योरिटी स्टाफ से रिपोर्ट तलब की है। इस रिपोर्ट में स्टूडेंट्स का भी पक्ष लिया जाएगा। जो स्टूडेंट्स दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
AISA ने इस विरोध प्रदर्शन के लिए पोस्टर भी जारी किया है। जिसमें लिखा है कि जेएनयू हिंसा के लिए जिम्मेदार एबीवीपी के गुंडों को गिरफ्तार करें।
लेफ्ट विंग के छात्रों ने आरोप लगाया कि ABVP के छात्रों ने उन्हें राम नवमी के दिन नॉन वेज खाने से रोका। ABVP के छात्रों ने कावेरी हॉस्टल में नॉन वेज खाने का विरोध किया।
घटना बीती रात 9 बजकर 45 मिनट की बताई जा रही है। एबीवीपी की ओर से वसंत कुंज पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई गई है।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. इबादुर रहमान द्वारा एक पर्यावरण अनुकूल सीमेंट का आविष्कार किया गया है। एएमयू के अन्य शोधकर्ताओं के साथ किए इस आविष्कार को पेटेंट कार्यालय, ऑस्ट्रेलिया सरकार द्वारा बौद्धिक संपदा के रूप में पेटेंट प्रदान किया गया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने कोरोना के खतरे के कारण टाली गईं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन पर केंद्र एवं राज्य सरकारों को विद्यार्थियों की सुरक्षा और भविष्य को ध्यान में रखकर निर्णय करने पर बल दिया है।
NSUI defeats ABVP: प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में काशी विद्यापीठ के बाद संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में NSUI ने सभी पदों व समस्त 7 संकायों पर जीत दर्ज की है।
सस्ती शिक्षा उपलब्ध कराने की मांग और जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला बंद करने के खिलाफ दिल्ली के छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं।
इंदौर में हुई एबीवीपी की इस वर्चुअल बैठक में कई सम सामयिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई। कोरोना महामारी के कारण छात्र-जीवन में बदलाव, कोरोना से लड़ने में संगठन का योगदान, राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं अंतिम वर्ष के छात्रों और नीट-जेईई आदि प्रतियोगी परीक्षाओं पर चर्चा हुई। बैठक में कोरोना काल में एबीवीपी के सेवा कार्यों की जानकारी दी गई।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने कोरोना के चलते पैदा हुए आर्थिक संकटों का हवाला देते हुए राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों की फीस में कटौती की मांग की है। इसको लेकर संगठन ने केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को ज्ञापन भेजकर गुहार लगाई है।
देश में नई शिक्षा नीति को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(एबीवीपी) ने विद्यार्थियों की अपेक्षाओं को मूर्त रूप देने वाला करार दिया है। साथ ही उसने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी के युवाओं के समग्र विकास का व्यावहारिक खाका है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' को पत्र लिख कर उन्हें वर्तमान परिस्थितियों में छात्रों की समस्याओं से अवगत कराया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(एबीवीपी) ने महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को आगे बढ़ाने का सुझाव दिया है और कहा है कि प्रमोशन पॉलिसी की जगह परीक्षा और मूल्यांकन जरूरी है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने कोरोना से उत्पन्न हुई परिस्थितियों को देखते हुए छात्रों को सहूलियत देने के लिए परीक्षा अयोजन के अन्य कई विकल्प पर विचार करने की मांग सरकार से की है।
लॉकडाउन के दौरान शिक्षा जगत से जुड़े ज्वलंत मु्ददों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दो दिन में 8.68 लाख विद्यार्थियों से संपर्क किया।
छात्रों ने डिजास्टर मैनेजमेंट, योग आदि को पाठ्यचर्या में शामिल करने, तकनीक संपन्न क्लासरूम का निर्माण, छात्रों के लिए विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल करने में आयु में छूट आदि सुझाव दिए हैं। एबीवीपी इन विषयों पर विस्तृत चर्चा के उपरांत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन सौंपेगी।
कोविड वायरस से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। संघ के हिसाब से बने अवध प्रांत में आने वाले 15 जिलों में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने मैदान संभाल रखा है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़