भारत में 2016 में सोने की मांग गिरकर 750 से 800 टन रहने की उम्मीद है जबकि पिछले साल यह 860 टन थी। WGC के मुताबिक की कीमत बढ़ने से मांग घटी है।
सोने का आयात अगस्त में 77.45 फीसदी घटकर 1.11 अरब डॉलर पर आ गया। वैश्विक और घरेलू बाजारों में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में गिरावट से सोने का आयात घटा है।
सोने का आयात चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में आधे से अधिक घटकर 4.97 अरब डॉलर रहा जिससे चालू खाते के घाटे पर लगाम लगाना आसान होगा।
सोने का आयात चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-मई में करीब 51 फीसदी घटकर 2.7 अरब डॉलर रहा। इससे चालू खाते के घाटे (कैड) पर अंकुश लगने की उम्मीद है।
अरविंद सुब्रमणियम ने कहा, वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम कम रहने से वर्ष 2016-17 में चालू खाते का घाटा जीडीपी के एक फीसदी से नीचे रह सकता है।
देश का चालू खाते का घाटा (कैड) वित्त वर्ष 2015-16 की चौथी तिमाही में उल्लेखनीय रूप से घटकर 30 करोड़ डॉलर या जीडीपी का 0.1 फीसदी रहा।
बेहतर मानसून तथा कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि के मद्देनजर घरेलू मांग बढ़ने से देश का चालू खाते का घाटा मौजूदा वित्त वर्ष में बढ़कर GDP 1.6 फीसदी हो सकता है।
वैश्विक स्तर पर कीमतों में गिरावट से सोने का आयात 2015-16 में करीब आठ फीसदी गिरकर 31.72 अरब डॉलर रह गया। इससे देश के कैड पर नियंत्रण में मदद मिलेगी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा, 2015-16 की तीसरी तिमाही में भारत का CAD 7.1 अरब डालर पर जीडीपी का 1.3 प्रतिशत: रहा है।
फरवरी में सोने का आयात 29.49 फीसदी घटकर 1.39 अरब डॉलर रह गया। इससे पहले जनवरी में इसमें तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। आयात कम होने से कैड पर अंकुश लगेगा है।
वित्त वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में देश का चालू खाता घाटा (सीएडी) घटकर 8.2 अरब डॉलर रहा है, जो कि जीडीपी का 1.6 फीसदी है।
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