सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 2.5 प्रतिशत का चालू खाते का घाटा (CAD) चिंता की बात नहीं है और सरकार के पास विदेशी कोष की निकासी की वजह से पैदा हुए असंतुलन से निपटने को जरूरी ‘उपकरण’ हैं। आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने मंगलवार को यह बात कही।
कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की कीमतों में हाल में हुई बढ़ोतरी से देश के निर्यात पर असर पड़ेगा और चालू खाता घाटा (CAD) बढ़कर GDP (सकल घरेलू उत्पाद) का 2.5 फीसदी तक पहुंच सकता है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सोमवार को यह बात कही है।
आने वाले महीनों में कच्चे तेल के दाम में और वृद्धि हो सकती है और इससे भारत का चालू खाते का घाटा बढ़ सकता है। वित्त वर्ष 2018-19 में इसके करीब 2.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
चीन को पिछले 17 साल में पहली बार किसी तिमाही में चालू खाता घाटा हुआ है। उसे इस साल की पहली तिमाही में चालू खाता में 28.20 अरब डॉलर का घाटा हुआ है।
श का सोना आयात मार्च महीने में 40.31 प्रतिशत गिरकर 2.49 अरब डॉलर रहा, जिससे चालू खाते के घाटे (कैड) में कमी आने की उम्मीद की जा रही है। वाणिज्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों में यह बात सामने आई है।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में चालू खाते का घाटा बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के दो प्रतिशत पर पहुंच गया है। दिसंबर में समाप्त इस तिमाही में यह 13.5 अरब डॉलर रहा।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-सितंबर 2016 17 में सोने का आयात 6.88 अरब डालर रहा था
वर्ष 2017 की दूसरी छमाही में घरेलू मांग में तेजी आने की उम्मीद से वर्ष के दौरान चालू खाता घाटा बढ़कर 1.3% हो जाने का अनुमान है जो कि 2016 में 0.6 प्रतिशत था
देश का चालू खाता घाटा (CAD) वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही में बढ़कर 3.4 अरब डॉलर रहा है जो देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 0.6 प्रतिशत के बराबर है।
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर (GDP) चालू वित्त वर्ष में 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है।
भारत का चालू खाते का घाटा (सीएडी) बढ़ने का अनुमान है। नोमुरा के मुताबिक इस साल सीएडी बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 1.6 प्रतिशत पहुंचने की संभावना है।
मार्च में निर्यात 27.6 फीसदी बढ़कर 29.23 अरब डॉलर पहुंच गया। हालांकि, आयात में भी बढ़ोतरी हुई है। आयात 45.25 फीसदी बढ़कर 39.66 अरब डॉलर पहुंच गया है।
भारत का सोना आयात बीते वित्त वर्ष की अप्रैल-फरवरी की अवधि में लगभग 24 प्रतिशत घटकर 23.22 अरब डॉलर रह गया। इससे कैड पर लगाम लगी रहने की उम्मीद है।
विदेशी निवेशकों का भरोसा मोदी सरकार पर लगातार बढ़ता जा रहा है। इसीलिए सन 1991 में न्यू इकनॉमिक पॉलिसी अपनाने के बाद पहली बार CAD की भरपाई FDI से हुई है।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2017-18 में भारत का चालू खाता घाटा (कैड) 10 अरब डॉलर बढ़कर 30 अरब डॉलर पहुचने की उम्मीद है।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि वह सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी (सीमा शुल्क) खत्म करने की सिफारिश करेंगे, ताकि तस्करी पर रोक लग सके।
जीएफएसएस (GFMS) के अनुमान के मुताबिक 2016 में सोने की मांग 580 टन रही जो कि 2015 के मुकाबले 34 फीसदी कम है। 13 में पहली बार इतनी कम मांग निकली है।
सोने का आयात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर के दौरान करीब 32 प्रतिशत घटकर 17.7 अरब डॉलर रहा। इससे चालू खाते के घाटे पर अंकुश लग सकता है।
वर्ष 2016-17 की अप्रैल से नवंबर की अवधि में सोने का आयात 30.5 प्रतिशत घटकर 15.74 अरब डॉलर का रह गया। इससे देश के चालू खाते के घाटे में कमी आने की उम्मीद है।
लगातार आठ महीने तक गिरावट के बाद सोने का आयात अक्टूबर में दोगुना होकर 3.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया। त्योहारी मांग की वजह से सोने के आयात में बढ़ोतरी हुई।
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